मंदसौर

MANDSAUR: मंदसौर में 11 करोड़ से अधिक की लागत से बनेगी चार चमचमाती सड़कें, डिप्टी सीएम ने किया भूमि पूजन

MANDSAUR NEWS: मध्यप्रदेश के मंदसौर में सरकार ने चार सड़कों को नया बनाने हेतु मंजूरी दे दीजिए। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने शुक्रवार 7 मार्च को इन सड़क परियोजनाओं के भूमिपूजन के दौरान बताया कि सरकार द्वारा सड़कों के निर्माण हेतु कुल 11 करोड़ 76 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।

सरकार द्वारा मंदसौर के ग्राम अम्बाव में चार महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इन सड़कों के निर्माण से ग्रामीणों को सफर में सहूलियत मिलेगी। इसके अलावा दूसरे गांव और शहरों से कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी।

इन गांवों में किया जाएगा करोड रुपए की लागत से सड़कों का निर्माण

मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री द्वारा शुक्रवार 7 मार्च को मंदसौर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में चार महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण का भूमि पूजन कर एक बड़ी सौगात दी है। सरकार द्वारा मंदसौर जिले के अम्बाव से सनावदा मार्ग 1.98 करोड़ रुपए की लागत से चमचमाती सड़क बनाई जाएगी।

इसके अलावा खेड़ाखदान से कनघट्टी चौराहा मार्ग सड़क का भी निर्माण किया जाएगा। इस सड़क के निर्माण में 2.84 करोड़ की लागत लागत आएगी। वहीं बालागुड़ा से सुजानपुरा जाने वाली सड़क को 2.76 करोड़ रुपए से और उगरान से छाछखेड़ी जाने वाली सड़क को 4.16 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जाएगा।

मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री द्वारा शुक्रवार को किए गए नई सड़कों के निर्माण के भूमि पूजन के दौरान नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के अलावा वंदना खंडेलवाल, राजेश दीक्षित और जनपद अध्यक्ष समेत कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

सरकार दे रही है प्रदेश को विकास कार्यों के बल पर नई दिशा

मंदसौर में भूमि पूजन के कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री देवड़ा ने कहा कि सरकार प्रदेश को विकास कार्यों के बल पर नई दिशा प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में सरकार द्वारा सड़कों का व्यापक जाल बिछाया जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र की कनेक्टिविटी बढ़ाने हेतु जो सड़कें अभी बनना बाकी हैं, उनका काम भी जल्द शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आमजन को सरकार की तरफ से 5 लाख रुपए तक मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।

इसके अलावा सरकार नदियों को जोड़ने के लिए भी विशेष कार्य कर रही है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछने के बाद लोगों को एक गांव से दूसरे गांव और शहरों में जाने में आसानी होगी।

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