कहानीकार इंदू सिन्हा की उपलब्धि से गौरवान्वित महसूस कर रही है रतलाम की साहित्यिक धरा
रतलाम ,01 अक्तूबर (इ खबर टुडे)। विभिन्न समाचार पत्र , पत्रिकाओं के मुख्य पृष्ठ पर किसी नेता , अभिनेता , अभिनेत्री के छायाचित्र प्रकाशित होते रहते हैं लेकिन , लेखनी जीवन में लगातार लिखते रहने से कोई लेखक सफलता प्राप्त करता है तो उस सफलता को प्राप्त करने पर जो खुशी होती है उसे खुशी को बयां नहीं कर सकते हैं।
किसी रचनाकार का प्रतिष्ठित पत्रिका के मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित होने की सफलता किसी बड़ी सफलता से काम नहीं है । इसी श्रृंखला में रतलाम साहित्यिक धारा की वरिष्ठ साहित्यकार कहानीकार श्रीमती इंदू सिन्हा ने अपने देखने जीवन में इतनी साहित्यिक साधन की जिसके परिणाम स्वरुप देश की प्रतिष्ठित पत्रिका गृह लक्ष्मी के मुख पृष्ठ पर छायाचित्र का प्रकाशित होना यह रतलाम की साहित्यिक धारा के लिए एक अतुलनीय उपलब्धि है । इस उपलब्धि पर नगर के वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर मोहन परमार , हरिशंकर भटनागर , रामचंद्र गहलोत अंबर , दिनेश जैन , अखिल स्नेही , आशीष दशोत्तर ,दिनेश बारोट, कैलाश वशिष्ठ , प्रणेश जैन , फ़ैज़ रतनामी , रामचंद्र फुहार , अब्दुल सलाम खोकर , सुरेश माथुर , मुकेश सोनी , अकरम सिरानी , डॉक्टर शोभना तिवारी ,डॉक्टर खुशबू जंगलवा , रश्मि पंडित , वैदेही कोठारी , जुझार सिंह भाटी , प्रकाश हेमावत , सतीश जोशी ,यशपाल तंवर ने इंदू सिन्हा की इस उपलब्धि पर कहा कि इंदु सिन्हा ने साहित्यक सृजन की विधाओं को इतना अधिक समृद्धि किया है जिस पर बोलना और कहना कठिन लेखिका ने सरलता और सहजता की इस साहित्यिक यात्रा को और अधिक सुगम बनाया है ।
रतलाम नगर की साहित्यिक धरा के लिए यह उपलब्धि यथार्थ और उपयोगिता के धरातल पर प्रतिष्ठित करने वाली साधना के रूप में है । इंदू सिन्हा की इस सफलता पर रतलाम की साहित्यिक धरा अपने आप को अत्यधिक गौरव महसूस कर रही है ।