रतलाम मेडिकल कॉलेज एक बार फिर सुर्खियों में: परिजनों ने डॉक्टर पर मरीज को जान से मारने का लगाया आरोप
रतलाम,27 मार्च (इ खबरटुडे)। रतलाम मेडिकल कॉलेज एक बार फिर सुर्खियों में आ गया।जहा परिजनों ने डॉक्टर पर उनके मरीज को जान से मारने का आरोप लगाया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज में मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। आक्रोश बढ़ता देख मेडिकल स्टाफ ने पुलिस को सुचना दी।
जानकारी के अनुसार शनिवार को सुबह मेडिकल कॉलेज द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीज कनक मल जैन 73 वर्षीय की मृत्यु की सूचना मिलने पर उसके परिजनों द्वारा में जमकर हंगामा हुआ। मृतक की पोती ने मीडिया को बताया कि मेरे दादाजी कुछ दिन से बीमार थे। जिसके कारण उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था और कोरोना जांच हेतु उनका सैम्पल लिया था, जो नेगेटिव भी आ चूका था।
मृतक की पोती के बताया कि बीती रात उसके दादाजी कनक मल जैन का फोन आया था कि डॉक्टरों ने उनका ऑक्सीजन मास्क निकाल दिया है। और दवाई भी बंद कर दी है। और उन्हें पिने के लिए पानी भी नहीं दिया जा रहा है। जिसके बाद मरीज के परिजन शनिवार सुबह मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो उन्हें स्टाफ़ ने बताया कि आपके मरीज की रात में ही मृत्यु हो गई है।
जिसके बाद मृतक के परिजनों का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया। और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मृतक के परिजनों की बात सुनने नहीं गया और कॉलेज के गेट बंद कर अंदर चलेंगे गये। मृतक मरीज के परिजनों का आरोप है की हमारे मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं थी और वह मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने पहले भी काफी फिट थे। उसके बाद भी उनकी मौत कैसे हो गई। विवाद बढ़ता देख सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा शांत करने की कोशिश की। इस दौरान तहसीलदार अनीता चोकोटिया मौके पर पहुंची और मामले जांच की बात कर हंगामे को शांत किया।
पूर्व में भी हो चुके ऐसे हंगामे
रतलाम का मेडिकल कॉलेज कोरोना संक्रमण के शुरुवात से अपनी इस प्रकार घटनाओ के चलते हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। पूर्व में भी भर्ती मरीजों की मृत्यु के बाद उनके मोबाईल तथा गहने गायब होने के आरोप मेडिकल कॉलेज पर लग चुके है। वही भर्ती मरीजों के साथ जानवरो की तरह व्यवहार किये जाने के मामले समाने आ चुके है।