मध्यप्रदेश सरकार की नई योजना : अंग दान करने वाले परिवार को मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ

Madhya Pradesh government’s new scheme
केंद्र सरकार की लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा देने की योजना आयुष्मान भारत योजना को सभी सरकारों ने लागू कर दिया है। इस योजना के तहत किसी भी व्यक्ति को जिसके पास आयुष्मान कार्ड है, उनको हर साल पांच लाख रुपये का मुफ्त उपचार दिया जाता है। मध्यप्रदेश सरकार ने अब एक कदम और आगे बढ़ाते हैं इस योजना में एक लाभ और जोड़ दिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि जो परिवार अंग दान करेगा उसको परिवार को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा उस परिवार को सरकार की तरफ से सम्मानित भी किया जाएगा। अंग दान करने के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए सरकार का यह बड़ा कदम है।
अंगदान को बढ़ावा देना
मध्यप्रदेश सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है कि ताकि अधिक से अधिक लोग अंगदान कर सकें। सरकार ने जागरूकता पैदा करने के लिए 18 लाख रुपये खर्च करके एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई है। मध्यप्रदेश में स्टेट आर्गन एवं टिश्यू ट्रांसप्लांट पोर्टल भी तैयार हो रहा है। इसके लिए लोग अंगदान करने के लिए यहां रजिस्टर कर सकेंगे। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अंगदान के मामले में तमिलनाडु राज्य देश में सबसे आगे है।
मिलेगा गार्ड ऑफ ऑनर
मध्यप्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि यदि परिवार का कोई सदस्य अंगदान करता है तो उसकी मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के मौके पर उसे गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इसके अलावा उसके परिवार के लोग आयुष्मान भारत योजना का लाभ भी उठा सकते हैं। इस योजना में आय सीमा का बंधन मुक्त कर दिया है। बेशक किसी भी परिवार की कितनी भी आय हो, यदि उसके परिवार का कोई सदस्य अंगदान करता है तो उनको भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। चिकित्सा विभाग के संचालक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने अंगदान को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है। यह एक सराहनीय कदम है ताकि अंगदान की इंतजार कर रहे लोगों को इसका लाभ मिल सके और वह अपने जीवन को अन्य लोगों की तरह जी सकें।
अंगदान में तमिलनाडु सबसे आगे
हाल ही में नेशनल आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट संगठन ने एक रिपोर्ट जारी की है। हालांकि यह रिपोर्ट 2023 की है। इसमें बताया गया कि अंगदान के मामले में तमिलनाडु राज्य सबसे आगे है।तमिलनाडु में 2023 में 500 से अधिक लोगों ने अंगदान किया और अनेक लोगों की जान बचाई।
इसके बाद तेलंगाना, महाराष्ट्र और गुजरात का नंबर आता है। मध्यप्रदेश में भी 2016 में करीब 65 ब्रेनडेड लोगों के 243 अंगदान हुए हैं।