Inspection/कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जावरा में एसडीएम तथा तहसील कार्यालयों का निरीक्षण किया
रतलाम,20 अक्टूबर(इ खबरटुडे)।कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बुधवार को एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय तथा उप जेल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम कार्यालय के कार्य पर संतोष व्यक्त किया परंतु तहसील कार्यालय में आम जनता के कार्य नहीं किए जाने पर गहरी अप्रसन्नता जाहिर की।
कलेक्टर ने एसडीएम कार्यालय में शिकायत शाखा, जनसुनवाई शाखा, लाइसेंस शाखा के कर्मचारियों से कार्य की जानकारी प्राप्त की। एसडीएम हिमांशु प्रजापति को निर्देशित किया कि वे सप्ताह में 2 दिन मैदानी क्षेत्र का भ्रमण करें। राजस्व प्रकरणों के निपटारे के लिए सप्ताह में 2 दिन कोर्ट में बैठे। एसडीएम को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के तहत प्रत्येक सोमवार शिकायतों की मानिटरिंग करें।
जावरा तहसील कार्यालय में पहुंचकर रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण किया। वहां नियुक्त सहायक वर्ग 2 से रजिस्टर संधारण की जानकारी ली। दायरा पंजी संधारण नहीं करने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। तहसील के तहत ढोढर टप्पे के नायब तहसीलदार राजेश श्रीमाल की कार्यप्रणाली पर सख्त नाराजगी व्यक्ति की। अविवादित नामांतरण 3 माह के लंबे समय से पेंडिंग पाए गए, जिस पर पूछा गया कि इतने समय से लंबित क्यों रखे हैं, संतुष्टिदायक उत्तर नहीं पाया गया।
कलेक्टर ने नायब तहसीलदार को कार्य में गति लाने के निर्देश दिए अन्यथा निलंबन एवं विभागीय जांच की चेतावनी दी। कलेक्टर ने कहा कि तहसीलदार अपनी उपयोगिता खो रहे हैं। राजस्व निरीक्षक के बीमार होने की वजह से उनके द्वारा काम नहीं करने की जानकारी मिली। कलेक्टर ने कहा कि जिले के अन्य स्थानों से राजस्व निरीक्षक जावरा में पदस्थ किया जाएगा।
ढोढर टप्पा न्यायालय 6 माह के लंबित प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा में कलेक्टर ने नायब तहसीलदार को निर्देशित किया कि जारी माह में अगर निराकरण नहीं किया तो उनके विरुद्ध सख्त एक्शन ली जाएगी। कलेक्टर ने नायब तहसीलदार से कहा कि एक सामान्य किसान की तरह सोचो, यदि किसान होते हैं और आपका काम नहीं होता तो कितनी पीड़ा होती। ज्ञातव्य है कि रतलाम कलेक्ट्रेट से भी राजस्व कर्मचारियों के दल द्वारा बुधवार को तहसील जावरा पहुंचकर निरीक्षण के दौरान व्यापक रूप से कमियां पाई गई। कलेक्टर ने 15 दिन में समस्त कमियां दूर करने के निर्देश तहसीलदार को दिए।
जावरा उप जेल का निरीक्षण
अपने भ्रमण के दौरान कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जावरा उपजेल का भी निरीक्षण किया। जेल के बैरक देखें, कैदियों से चर्चा की, भोजनशाला देखी। जेलर श्री चंद्रावत को भोजन की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कैदियों को रोजगारमूलक कार्य सिखाया जाए।
जेल परिसर में अगरबत्ती निर्माण जैसा कार्य किया जा सकता है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा फंड इत्यादि की व्यवस्था भी की जाएगी। कलेक्टर ने कैदियों के पेयजल हेतु जेल परिसर में आरओ वाटर मशीन भी लगाने के निर्देश दिए।