Fake Forex Cheating : दुबई की होटल हयात में हुई ठगी की ट्रेनिंग, अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन का शक
इंदौर,12मार्च(इ खबर टुडे)। जाली फोरेक्स ट्रेडिंग केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मास्टर माइंड अतुल नेतनराव ने कंपनी के कर्मचारियों को दुबई की होटल हयात में फर्जी ट्रेडिंग की ट्रेनिंग करवाई थी। पुलिस ने आठ खातों की जानकारी जुटा ली है, जिनमें निवेशकों से रुपये जमा करवाए गए थे। शक है नेकवर्क के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़े है जो अतुल को डमी सर्वर पर फर्जी विदेशी मुद्रा बेचते है।
विजय नगर थाना पुलिस के मुताबिक आरोपित हरदीप सलूजा और अनिल बिष्ट को 16 मार्च तक रिमांड पर लिया है। हरदीप ने पुलिस को बताया कि अतुल को फर्जी सर्वर और एप बनाने के लिए शुरुआत में उसने ही ऋण दिया था। उसने दिल्ली की एक टेक्निकल टीम से एप डिजाइन करवाया था, जिसका मुख्यालय लंदन और क्षेत्रीय कार्यालय इंदौर (बीसीएम व अपोलो) में बताया गया। टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक हरदीप ने ही अतुल को खाते मुहैया करवाए थे जिनमें निवेशकों से रुपये जमा करवाए जाते थे। पुलिस को आइसीआइसीआइ, एक्सिस, येस बैंक सहित आठ बैंकों के खातों की जानकारी मिली है जिनमें ठगोरों ने करोड़ों रुपये जमा करवाए हैं। जांच में शामिल अफसरों का दावा है कि ठग 100 करोड़ से ज्यादा का घोटाला कर चुके है।
हालांकि अभी एक ही खाते की जानकारी मिली है जिसमें 20 करोड़ रुपये जमा होना पाए गए है। अफसरों के मुताबिक आरोपित अनिल बिष्ट ने बताया एक फर्जी एडवाइजरी फर्म में काम करने के बाद अतुल के साथ काम करने लगा था। उसकी पत्नी मोनिका इस कंपनी में एडमिन बन चुकी थी। अतुल कर्मचारियों को प्रशिक्षण के लिए दुबई ले गया था और होटल हयात में उसने प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया था। सूत्रों के मुताबिक अतुल साइबर वार से जुड़े माफिया से जुड़ा है। वह खुद उन्हें रुपये ट्रांसफर कर फर्जी डॉलर (विदेशी मुद्रा) खरीद कर निवेशकों के खाते में मुनाफा दर्शाता था। इससे शक है अतुल अंडरवर्ल्ड माफिया से भी जुड़ा हो सकता है।
दुबई से ही डिलिट करता था डमी सर्वर
पुलिस के मुताबिक आरोपित प्लेटिनम एफेक्स, ग्लोबल टेक, बीएमबी प्लेटफॉर्म बनाए थे जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए बने एप मेटा ट्रेडर्स पर रजिस्टर्ड थे। अतुल के कर्मचारी फेसबुक, इंस्टाग्राम व क्रिप्टो एप पर विज्ञापन जारी कर लोगों को निवेश के लिए प्रभावित करता था। मुनाफा होने पर निवेशक जैसे ही रुपये नकद करवाने की कोशिश करते आरोपित तकनिकी खराबी बताकर बैलेंस शून्य कर देते थे। इस प्रकार करोडों रुपये ठग कर डमी सर्वर ही समाप्त कर देते थे। हैरत की बात यह कि उस वक्त अतुल दुबई में रहता था।
कर्मचारियों को कार व लाखों रुपये कमिशन देता था मास्टर माइंड
एडिशनल डीसीपी जोन-2 राजेश व्यास के मुताबिक जानकारी मिली है कि गिरोह में अतुल की पत्नी पारुल, महेंद्र, मिकी दासवानी, इंद्रजीत लवली भी जुड़े है। अतुल उन्हें निवेश करवाने पर 20 प्रतिशत तक कमिशन देता था। मोनिका को तो उसने हाल में ही महंगी कार गिफ्ट की थी। गुरुवार को अनिल की गिरफ्तारी के बाद वह अनिल को छुड़वाने थाने पहुंची लेकिन बाद में फरार हो गई।