शिवराज के खिलाफ आंदोलन में शर्मा की करीबी भाजपा नेत्री भी शामिल; प्रज्ञा त्रिपाठी के तेवर को लेकर कयासों का बाजार गर्म
बांधवगढ़,19 अगस्त(इ खबर टुडे)। उमरिया जिले के बांधवगढ़ में भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महिला मोर्चे की कार्यसमिति सदस्य प्रज्ञा त्रिपाठी के अनशन को लेकर सियासी निहितार्थ भी तलाशे जाने लगे हैं। त्रिपाठी भाजपा की उमरिया जिला प्रभारी भी हैं और शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ हुए इस आंदोलन में बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ उनकी सक्रियता चर्चा का विषय बनी हुई है। यह आंदोलन तब हुआ, जब वन विभाग और जिला प्रशासन ने क्षेत्र के एक प्राचीन मंदिर में जन्माष्टमी के मेले और वहां बने मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी।
प्रज्ञा त्रिपाठी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के अति-विश्वसनीय लोगों में शामिल किया जाता है। जानकारों का दावा है कि शर्मा की सहमति के बगैर त्रिपाठी का इस आंदोलन में शामिल होना संभव नजर नहीं आता है। इस आंदोलन का गौर करने वाला पक्ष यह भी है कि इसमें शामिल लोगों में लगभग कोई भी उमरिया जिला मुख्यालय का रहने वाला नहीं है। उमरिया जिला प्रशासन के सूत्रों ने भी पुष्टि की कि दिव्यराज तथा त्रिपाठी के समर्थन में सिरमौर से आये लोग ही अनशन में बैठे थे । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मध्यप्रदेश आगमन के लगभग ठीक पहले का यह घटनाक्रम मायनेखेज माना जा रहा है।
मामला बांधवगढ़ के ऐतिहासिक किले में बने बांधवाधीश मंदिर का है। जन्माष्टमी के अवसर पर इस मंदिर में हजारों लोगों की भीड़ जुटती है। किला क्षेत्र में इन दिनों हाथियों का आतंक है। प्रशासन को आशंका थी कि बेकाबू हाथियों के चलते कोई अप्रिय स्थिति बन सकती है। इसके चलते ही मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने मंदिर में दर्शन की अनुमति तो दे दी, लेकिन वहां मेले के आयोजन पर रोक नहीं हटाई गयी है।