श्वानों के प्रति फिर निर्दयता आई सामने: मैदान में श्वान के 4 नवजात बच्चों को क्रूरता से फेंका गया
रतलाम,04 अप्रैल (इ खबरटुडे)। पशु क्रूरता ओर निर्दयता के उदाहरण रोज सामने आ रहे हैं। जिसमे श्वानों पर क्रूरता से सम्बंधित भी रोज नए मामले सामने आ रहे है। करीब 6 माह पहले सुमंगल गार्डन के सामने खुले प्लाट पर 10 श्वानों के नवजात बच्चे अज्ञात व्यक्ति फेंक गया था। जिसे सृष्टि समाज सेवा समिति ने गोद दिलवाया था। जिसमे से 5 बच्चे अभी भी सुरक्षित और बड़े हो चुके हैं।
आज रविवार को भी वही घटना फिर हुई सुबह करीब 9 बजे के आसपास ह्यूमन को-ऑपरेशन फ़ॉर स्ट्रे एनिमल्स( एचसीएफ़एसए) दिल्ली के जिला कार्यकारिणी सदस्य विशाल सक्सेना को सुमंगल गार्डन के सामने निवासरत किराना व्यापारी चंद्र प्रकाश पुरोहित ने सूचना दी कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा चार श्वानों के बच्चे जो कि लगने पर कुछ ही समय पूर्व जन्मे है। बड़ी ही निर्दयता के साथ फेक गया है।
विशाल ने तुरंत एचसीएफएसए जिलाध्यक्ष आशा गुप्ता, सचिव दिव्या श्रीवास्तव को सूचना दी जिस पर घटना स्थल पर पहुंच कर जानकारी एकत्र की आसपास किसी फीमेल डॉग के नवजात बच्चे हो लेकिन अधिक समय तक कोई भी जानकारी नही मिलने पर आशा गुप्ता सुरक्षा की द्रष्टि से सभी भूखें बिलबिलाते बच्चों को अपने साथ निवास पर देखभाल के लिए ले गई। कस्तूरबा नगर क्षेत्र या आसपास कही भी डॉग के बच्चे हुए हो ओर वहाँ नही दिख रहे हैं। तो उक्त सदस्यों के नंबर पर सूचना दे सकते है।
आशा गुप्ता ने बताया कि किसी भी बेजुबान पशु पक्षियों को कोई भी व्यक्ति दाना-पानी सेवा स्वेच्छा से कर सकता है। जिसे रोकने टोकने का अधिकार किसी भी नागरिक को नही है। जो कि पशु क्रूरता अधिनियम के तहत आता है। किसी भी पशु पक्षी को खिलाने से रोकने एवं निर्दयता करने पर कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है। इस प्रकार की घटना किसी भी क्षेत्र में या कहीं भी बेजुबानों विशेष रूप से श्वानों के प्रति क्रूरता होती हो तो आशा गुप्ता के नंबर 9617548738 पर सूचित कर सकते हैं।