स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में समझौता नहीं – कलेक्टर श्रीमति तन्वी सुद्रियाल
सभी कमिया पूरी करें अस्पताल की
रतलाम,27 सितम्बर(ई खबर टुडे)।अस्पताल को स्वच्छता और गुणवत्ता पूर्ण सेवाओं के उस स्तर तक ले जाया जाए कि कोई कह न सकें कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता कमजोर है, यह बात कलेक्टर श्रीमति तन्वी सुद्रियाल सुबह 10ः30 बजे जिला चिकित्सालय में भ्रमण के दौरान अधिकारियों से कही।जिला चिकित्सालय पहुंच कर उन्होनें कायाकल्प अभियान के लिए कि जा रही तैयारियों की गहन पडताल की, पेड की पत्तीयों की छटाई न होने, अस्पताल के कुछ हिस्सों मे पुताई न होने, पुराने बोहरा वार्ड, झालानी वार्ड, मेटरनिटी के क्षतिग्रस्त भवन को न हटानें आदि को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने जिला चिकित्सालय में नगरनिगम द्वारा कि गई सफाई व्यवस्था की खुलकर प्रशंसा की, पीएचई के एसडीओ राठौर को अस्पताल में 24 घंटे पानी की गेरबाधित सप्लाई के लिए व्यवस्था के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ट्रामा वार्ड की बंद पडी लिफ्ट को सुधरवाने के निर्देश दिए, अधिकारियों ने बताया कि लिफ्ट रेडक्रास के माध्यम से लगवाई है इस पर कलेक्टर ने समन्वय कर सुविधा उपलब्ध कराने को कहा, अस्पताल में उपयोग में नही आ रहें पुराने सर्जिकल वार्ड में घूमकर उसके उपयोग संबंधी विकल्पों की तलाश की कलेक्टर ने ई.एण्ड एम के श्री जैन पी डब्लू विभाग क उपयंत्री तथा पीएचई के जिम्मेदार अधिकारियों को शाम तक कार्य में प्रगति के निर्देश दिए, कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि शाम तक निर्देशो का पालन नही दिखने पर निलबंन की कार्यवाही कि जाएगी।
रोगी कल्याण समिति की बैठक में प्रस्तावों को मिली स्वीकृति –
सिविल सर्जन कक्ष में कलेक्टर की अध्यक्षता में रोगी कल्याण समिति की बैठक आयोजित की गई, बैठक में कलेक्टर ने जिले के कर्मचारियों द्वारा कायाकल्प समीक्षा का प्रथम चरण क्वालिफाई करने के लिए बधाई दी।
कलेक्टर ने समिति सदस्यों मनोहर पोरवाल, गोविन्द काकानी, और सुरेन्द्र सुरेका की उपस्थिति में कहा कि अस्पताल के सुधार के लिए धन की कमी आडे नही आने दी जाएगी। रोगी कल्याण समिति से पचास प्रतिशत राशि स्वीकृत करा कर शेष आधी राशि जनभागीदारी से मिलाकर कार्य कराया जाए। बैठक में अस्पताल के 29 कर्मचारियों का मानदेय आरकेएस से देना तय किया गया, सर्जिकल वार्ड का रिनोवेशन कि सहमती दी गई, कायाकल्प में हुए आकस्मिक व्यय लगभग 3 से 4 लाख रूपयें की स्वीकृति तय की गई जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बनाने के लिए 3 बडी एलईडी क्रय किया जाना तय किया गया। समिति सदस्य मनोहर पोरवाल ने कहा कि बाल चिकित्सालय में बच्चों के पलंग बडे आकार के लगवाना चाहिए ताकि बच्चें के साथ मा भी आराम कर सकें, बालचिकित्सालय के लिए नए गद्दे क्रय करने की चर्चा हुई गोविन्द काकानी ने जिला चिकित्सालय में चादर धुलाई की समस्या के लिए लाण्ड्री चालू करने की बात कही जिस पर कलेक्टर ने सिविल सर्जन को कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
बैठक में अस्पताल में लगे एअर कण्डीशनर के संधारण के लिए व्यवस्था, वार्डो में अनवरत पानी की सप्लाई, सफाई की पूर्ण व्यवस्था और नए डस्टबीन क्रय करने, जनरेटर की एएमसी का काम कराने आदि की सहमति बनी।
समिति सदस्यों ने सौर उर्जा के प्रयोग से जिला चिकित्सालय में विद्युत व्यवस्था की बात कही सुरेन्द्र सुरेका ने जिला चिकित्सालय में चल रही ब्लड बैंक एवं मानवसेवा समिति द्वारा ब्लड बैंक की व्यवस्था को मध्यप्रदेश में सबसे बेहतर बताया। नए एमसीएच भवन में बाउण्ड्रीवाल के स्टीमेंट के बारे में चर्चा की गई सिविल सर्जन ने प्रस्ताव दिया कि जिला चिकित्सालय में शेडों लेंम्प, विडियों आपरेटेड लेरिंगोंस्कोप, एएमसी, लेजर यंत्र जिससे ग्लुकोंज चढाने के लिए नस ढूंढी जाती है आदि यंत्रों की आवश्यकता है समिति सदस्यों ने सभी आवश्यक सामग्री खरीदने के लिए सहमति दी।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत सोमेश मिश्रा ने कर्मचारियों का लगातार प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि अस्पताल का पूरा स्टाफ अस्पताल को अपना समझकर कार्य के लिए आगे बढकर प्रयास करें आगामी 12 अक्टूूबर में कायाकल्प के अगले परीक्षण में भी क्वालीफाई करें।
कलेक्टर ने अच्छा कार्य करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस 1 नवम्बर एवं गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को पुरूस्कृत करने के निर्देश दिए। बैठक में समिति सदस्यों सहित मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ प्रभाकर ननावरें, सिविल सर्जन डाॅ आनन्द चंदेलकर, आरएमओ डाॅ नरेश चैहान, डाॅ दीप व्यास, डाॅ निर्मल जैन, उपयंत्री कामिनी मालवीय, नगर पालिका निगम, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यात्रिकी, ईएण्डएम तथा अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी आदि उपस्थित रहें।