सनसनीखेज दोहरे हत्याकाण्ड का खुलासा
लूट के इरादे से की गई थी हत्याएं,तीन आरोपी गिरफ्तार
रतलाम,23 अप्रैल(इ खबरटुडे)। पुलिस ने चार दिन पूर्व सिमलावदा के समीप फोरलेन पर खून सनी दो लाशें मिलने के सनसनीखेज हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। हत्याकाण्ड का पर्दाफाश करने वाली पुलिसटीम को डीआईजी की ओर से दस हजार रु.नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ.आशीष ने इस दोहरे हत्याकाण्ड की विस्तार से जानकारी दी। एसपी ने बताया कि विगत 19 अप्रैल को सिमलावदा के समीप फोरलेन पर सड़क किनारे दो व्यक्तियों की खून से लथपथ लाशें मिली थी। इन मृतकों की शिनाख्त ड्राइवर शंभूलाल पिता नारायण रावत भील नि.बगल मानासा जिला नीमच एवं क्लीनर मगनलाल पिता भीम जी कटारा निवासी फेफर थाना दानपुर के रुप में हुई। जांच के दौरान पता चला कि उक्त ड्राइवर व क्लीनर ट्राला क्र.आरजे-09-जीए-1606 से निम्बाहेडा की एक सीमेन्ट फैक्ट्री से नौ सौ बोरी जेके सीमेन्ट भर कर इन्दौर जाने के लिए निकले थे। जांच के दौरान सीमेन्ट की बोरियों से लदा यह ट्राला फोरलेन पर ग्राम बोराली के पास लावारिस हालत में पाया गया। इस ट्रक की ड्राइवर सीट और केबिन में खून इत्यादि मिलने से यह स्पष्ट हो गया कि दोनो मृतकों की हत्या ट्रक में ही की गई थी।
एसपी ने बताया कि जांच को आगे बढाने पर पुलिस को ज्ञात हुआ कि आरोपी इमरान उर्फ डाकू उर्फ बाबू पिता युसूफ खान 26 नि.निम्बाहेडा,कालू उर्फ जगदीश पिता देवीलाल गायरी 22 नि.धुंधडका थाना अफजलपुर और शिवा उर्फ शिवनारायण पिता भगवानसिंह माली 24 नि.कानवन ने लूट के इरादे से उक्त ड्राइवर और क्लीनर की हत्या की योजना बनाई थी। योजना के मुताबिक जब मृतक ड्राइवर शंभूलाल निम्बाहेडा सीमेन्ट फैक्ट्री से सीमेन्ट लेकर निकला उसका पूर्व परिचित आरोपी इमरान उसके ट्रक में सवार हो गया। अन्य दो आरोपी बोलेरो वाहन से रास्ते में मिले। सातरुण्डा के समीप तीनों आरोपियों ने क्रूरतापूर्वक व्हीलपाना और पेंचकस आदि से ड्राइवर शंभू और क्लीनर मगनलाल की हत्या कर दी। योजना के मुताबिक हत्या के बाद ट्राले में लदे सीमेन्ट को औने पौने दामों में बेच कर ट्राले को कटवाकर बेचने की योजना थी। लेकिन पुलिस की तत्परता और सक्रियता के चलते आरोपीगण सीमेन्ट बेच ही नहीं पाए और इससे पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ गए। जांच दल की इस सफलता पर डीआईडी एसपी सिंह की ओर से उन्हे दस हजार रुपए नगर का पुरस्कार देने की घोषणा की है।