लेबर इंस्पेक्टर दुल्हन ने सिर पर पल्लू नहीं रखा, शादी टूटी
रतलाम,26 जनवरी(इ खबर टुडे)। शादी एक ऐसा मिलन है जो दो अनजान लोगों से शुरू होता है पर दिन पर दिन ये बन्धन इतना मजबूत हो जाता है कि एक दूसरे के लिए ही जीता और मरता है। लेकिन रतलाम में एक ऐसा मामला जहां शादी तो दूर सगाई वाले ही दिन एक छोटी से बात को लेकर बारात वापस लौट गई। विवाह से पहले सगाई रस्म के दौरान तैयार होकर आई दुल्हन के सिर पर पल्लू नहीं रखने की बात पर परिजन के बीच कहासुनी का मामला थाने पहुंच गया।
दुल्हन झाबुआ में लेबर इंस्पेक्टर है। करीब तीन घंटे थाने पर हंगामा और समझाइश का दौर चला। इसके बाद भी दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे से गठबंधन में बंधने से इंकार करने के दस्तावेज पर सहमति देते हुए हस्ताक्षर कर घर चले गए। बारात शुक्रवार सुबह सैलाना रोड स्थित मैरिज गार्डन में आई थी। बारातियों का गार्डन में पहुंचने पर स्वागत से लेकर बड़े-बुजुर्गों का सम्मान का ध्यान नहीं रखने का आरोप था। दुल्हन ने थाने पर आते ही दस लाख रुपए दहेज में मांगने का आरोप भी लगाया।
शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे इंदौर क्षेत्र की हुकुमचंद कॉलोनी निवासी सिविल इंजीनियर वल्लभ पिता स्व. जगदीश पंचोली (32) बरातियों के साथ सैलाना रोड स्थित मैरिज गार्डन में लेबर इंस्पेक्टर वर्षा पिता कन्हैयालाल सोनावा (30) से विवाह बंधन में बंधने रतलाम पहुंचे थे। दोपहर करीब 1.30 बजे दोनों की सगाई रस्म की शुरुआत हुई। कक्ष से दुल्हन की पोशाक पहनकर लेबर इंस्पेक्टर जैसे ही कार्यक्रम में पहुंची, वैसे ही दूल्हे की मां राधाबाई ने पुत्री छाया पंचोली से कहा कि वर्षा से कह दो कि बड़े-बुजुर्ग बैठे हैं और वह सिर पर पल्लू रख ले। दूल्हे पक्ष का आरोप है कि उसने साफ तौर पर मना करते हुए सभी के सामने कहा कि मेरे पापा कहेंगे कि सिर पर पल्लू रखना है तो वह रख लेगी। इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच काफी कहासुनी और नाराजी हुई और मामला औद्योगिक क्षेत्र थाने पहुंच गया। शादी नहीं करने के निर्णय के बाद दुल्हन वर्षा सहित उसके पिता कन्हैयालाल से मीडियाकर्मियों ने चर्चा करनी चाही, तो उन्होंने इंकार कर दिया।
थाने के बाहर बस रुकते ही पहुंची दुल्हन
दोपहर करीब 3 बजे नाराज दूल्हा सहित बाराती बैरंग वापस लौट रहे थे। इस दौरान उन्हें कुछ शंका हुई और संबंधित थाने पर मामले की सूचना देने के लिए जैसे ही पहुंचे, पीछे-पीछे दुल्हन और उसके परिजन भी पहुंच गए। दोनों पक्ष आमने-सामने होने से थाने पर हंगामे की स्थिति बन गई। दूल्हे की मां राधाबाई और दुल्हन वर्षा से उपनिरीक्षक आनंद बागवान विवाद का कारण समझ रहे थे। इस दौरान हाथापाई की नौबत बनी। उपनिरीक्षक बागवान ने दूल्हे को कक्ष में बैठाने की कोशिश की तो बाराती आग बबूला हो गए और उन्होंने उपनिरीक्षक सहित तैनात पुलिसकर्मियों परनाराजी जताई।
मई में तय हुआ था रिश्ता
मई ह में वर्षा के साथ परिजन व हमारी सहमति से रिश्ता तय हुआ था। सिर पर पल्लू रखने की बात को लेकर दुल्हन पक्ष का एटीट्यूट काफी खराब रहा और उन्होंने मेरी सहित परिवार के बड़े-बुजुर्गों की बात नहीं सुनकर उलटा दहेज के रुपए मांगने का थाने में आरोप लगाया।
जो अभी मेरी विधवा मां और बहन की इज्जत नहीं कर रही है, वह शादी के बाद क्या करेगी। इसके लिए हम बारात वापस लेकर जा रहे हैं- वल्लभ पंचोली, हुकुमचंद कॉलोनी इंदौर निवासी