रोजगार गारंटी योजना में रोजगार नहीं, तीन को नोटिस, एक की तनख्वाह कटी
रतलाम 16 अक्टूबर (इ खबरटुडे)।कलेक्टर ने ग्राम बोझपरु के सचिव विक्रमसिंह राठौर, भूरीघाटी के सचिव मदनसिंह सिसौदिया एवं बाजना में लेखाधिकारी शैलेन्द्र पाल को पदीय दायित्वों के निर्वहन में बरती गई घोर लापरवाही के कारण, कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के निर्देश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरजिन्दरसिंह को दिये है। उन्होने भूरीघाटी के ग्राम रोजगार सहायक द्वारा समय पर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने में दायित्वों का निर्वहन नहीं करने पर एक माह का पारिश्रमिक काटने एवं आगामी आदेश तक पारिश्रमिक प्रदाय नहीं करने के निर्देश दिये।
कार्य व्यवहार और सोच बदले – कलेक्टर
कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, उपयंत्री एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित मैदानी अमले को अपने कार्य व्यवहार और सोच में बदलाव लाने के सख्त निर्देश दिये है। वे आज बाजना में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत संचालित होने वाले सामाजिक अंकेक्षण की जन सुनवाई में हिताधिकारियों से मुखातिब थे। उन्होने रोजगार गारंटी योजना में जरूरत मंदों को रोजगार उपलब्ध कराने में बरती गई लापरवाही के कारण दो पंचायत सचिवों एवं बाजना के लेखाधिकारी को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने ग्राम पंचायत भूरीघाटी के रोजगार सहायक का एक माह का पारिश्रमिक काटने और रोजगार मांगने वालों को शतप्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराने तक पारिश्रमिक की राशि जारी नहीं करने के निर्देश दिये।
बाजना में सामाजिक अंकेक्षण की जन सुनवाई हुई
सामाजिक अंकेक्षण की जन सुनवाई में विगत 5 जून को बाजना की विभिन्न ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत किये गये एवं चालु कार्यो का सामाजिक अंकेक्षण मुख्यालय स्तर से भेजे गये अधिकारियों, सामाजिक अंकेक्षण में सहयोगी एनजीओ जिला स्तर से नियुक्त किये गये नोडल अधिकारियों के द्वारा दी गई रिपोर्ट आधारित प्रकरणों को सम्मिलित किया गया था। विशेष ग्राम सभा में सामाजिक अंकेक्षण के दौरान रोजगार गारंटी योजना में जरूरत मंदों को समय पर रोजगार नहीं मिलना, मजदूरी का भुगतान नहीं होना, मूल्यांकन नहीं होना, एफटीओ जारी नहीं होने की जानकारी लगभग प्रत्येक ग्राम पंचायत से संज्ञान में आयी थी। सामाजिक अंकेक्षण संबंधी जन सुनवाई में आज सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, सहायक लेखाधिकारी, सहायक परियोजना अधिकारियों के साथ ही संबंधित हितग्राही भी मौजूद थे।
सरपंच पतियों से शासकीय कार्य व्यवहार नहीं रखे
कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों को निर्देश दिये हैं कि वे ग्राम पंचायतों में संचालित होने वाली योजनाओं व अन्य शासकीय कार्यो के संबंध में निर्वाचित सरपंच से ही कार्य व्यवहार रखे। उन्होने हिदायत दी हैं कि सरपंच पतियों से कार्य व्यवहार रखने संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित अधिकारी, कर्मचारियों के विरूध्द सख्त कार्यवाही की जायेगी।
सरपंच असफल, सचिव बेदखल
कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों विशेष तौर से सरपंचों को साक्षर बनाने के लिये ग्राम पंचायत के सचिवों के लिये स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि आगामी 10 दिसम्बर को होने वाली परीक्षा में यदि सरपंच असफल हो जाते हैं तो सचिवों को नौकरी से बाहर कर दिया जायेगा। उन्होने हिदायत दी कि इस संबंध में निरंतर समय-समय पर निर्देश जारी किये जाते रहे है। कलेक्टर ने कहा कि सचिवों के लिये अभी भी समय हैं वे निरक्षक सरपंचों को साक्षर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाये।