मतगणना कार्य सजगता एवं सावधानी के साथ करे – कलेक्टर
मतगणना कर्मियों का प्रशिक्षण सम्पन्न
रतलाम,07दिसम्बर(इ खबरटुडे)।विधानसभा निर्वाचन 2018 के लिए होने वाली मतगणना हेतु मतगणनाकर्मियों का प्रथम प्रशिक्षण शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती रूचिका चौहान ने इस दौरान निर्देश दिए कि मतगणनाकर्मी अपना कार्य सजगता एवं सावधानी के साथ करेंगे।
प्रत्येक कार्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के दायरे में होगा। कोई भी आपत्ति अथवा विकट स्थिति आने पर मतगणनाकर्मी अपने रिटर्निंग अधिकारी को तत्काल बतायेंगे। प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर्स सुरेश कटारिया ने दिया।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सोमेश मिश्रा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण कुमार फुलपगारे, संयुक्त कलेक्टर द्वय रणजीत कुमार, सुश्री निशा डामोर, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती कामिनी ठाकुर भी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण में लगभग ढाई सौ मतगणनाकर्मी उपस्थित थे। गणना पर्यवेक्षकों, गणना सहायकों तथा माइक्रो आब्जर्वर को प्रशिक्षित किया गया। मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि मतगणनाकर्मी 11 दिसम्बर को प्रातः 6 बजे मतगणना स्थल पर पहुंच जाए। 7 बजे रिटर्निंग अधिकारी मतगणनाकर्मियों को निष्पक्षता, सजगता एवं गोपनीयता की शपथ दिलायेंगे। 8 बजे डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी। 8.30 बजे ईवीएम से मतों की गणना आरंभ होगी।
प्रत्येक गणना टेबल पर एक अभ्यर्थी के लिए उसका एक एजेंट रहेगा। एजेंट के पास परिचय पत्र होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती चौहान ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की प्रत्येक टेबल के लिए निर्धारित ईवीएम पहुंचाई जाएगी। सही ईवीएम अपनी टेबल पर पहुंचे, इसके लिए मशीन पर नंबर तथा पहचान का स्टीकर तो रहेगा ही साथ ही ईवीएम लाने वाले कर्मी के शर्ट पर भी नंबर रहेगा ताकि किसी अन्य टेबल की ईवीएम नहीं पहुंचे।
जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती चौहान ने कहा कि मतगणना के दौरान टेबुलेशन कार्य करने वाला अमला परिणामों की शुद्धता पर विशेष रूप से ध्यान देगा, क्योंकि उनके द्वारा किए जाने वाले टेबुलेशन के आधार पर ही परिणामों की घोषणा होगी। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा मशीन में रिकार्ड मतों की गिनती की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी गई। आयोग के निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा।
कंट्रोल यूनिट के केरिंग बॉक्स को ओपन करने, सीयू पर लगी सील और पहचान चिन्हों की जांच, पेपर सील के क्रम संख्यान का मिलान तथा परिणाम सुनिश्चित करने के लिए की जाने वाली सभी कार्यवाइयों की जानकारी मास्टर ट्रेनर्स ने दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में गणना के लिए 14-14 टेबले लगाई जाएगी। एक चक्र की गणना पूरी होने पर मशीनों के वापस होने के बाद भी दूसरी चक्र की मशीने गणना के लिए लाई जाएगी।