भारत युवा शक्ति में दुनिया से समृद्व है- कश्मीरीलाल
डा. हेडगेवार व्याख्यानमाला में शुरू हुए व्याख्यान
उज्जैन 4 अप्रैल (इ खबरटुडे)। भारत दुनिया के अन्य देशों से युवा शक्ति के मामले में समृद्वशाली है। भारत की युवा शक्ति के आगे चीन जैसे देश को भी वर्ष 2030 तक एक युवा पर 6 बुर्जुगों का बोझ उठाना पड़ेगा । चीन ने भारत से ही सम्पदाएं लेकर देश को आगे किया है। लेकिन किसी भी देश के लोगो के पास हिदुंस्तान के लोगो जैसा दिमाग नही है। अमेरिका में भी नये पेटेन्ट दिलाने वाले भारतीय लोग ही थे। दुनिया के कई देशों में वैज्ञानिक,डाक्टर के साथ ही बड़े बडे कार्य भारतीयों की मदद से ही हो रहे है।
यह विचार डा. हेडगेवार जन्म शताब्दी स्मृति सेवा न्यास द्वारा प्रति वर्ष आयोजित होने वाली डा. हेडगेवार स्मृति व्याख्यानमाला के पहले दिन लोकमान्य तिलक विद्यालय परिसर में वर्तमान आर्थिक परिदृष्य एवं हमारी भूमिका विषय पर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक श्री कश्मीरीलाल ने व्यक्त किये । व्याख्यानमाला की अध्यक्षता सनदीलेखाकार श्री नितिन वसंत गरूड़ ने की । व्याख्यानमाला के दौरान भारत की आर्थिक परिदृष्य पर चर्चा करते हुए श्री कश्मींरीलाल ने कहा भारत के पास कुदरत द्वारा दी गयी कई चीजे हैं जिन्हे चीन जैसे देशों ने अपने यहां ले जाकर अपने आप को समृद्वशाली बना लिया । भारत के पास सबसे खास चीज है तो परिवार व्यवस्था है। जबकि अन्य देशों में परिवार की व्यवस्था भी सरकार को देखना पड़ती है। भारत में फैले भ्रष्टाचार व बेरोजगारी को लेकर श्री कश्मीरीलाल ने कहा भारत में नौकरी की कमी है, बेरोजगारी पश्चिमीं सभ्यता की देन है। भारत में आज 25 साल तक युवा बेरोजगार रहता है। उन्होने कहा कि भारत की कृषि अन्य देशों की अपेक्षा संम्पन्न रही है, लेकिन वर्तमान दौर में कृषि की हालत खराब हो रही है । भारत में उद्योग व्यवसाय बन्द हो चुके हैं , करीब 20 वर्षो में 2 करोड़ 60 लाख छोटे बड़े उद्योग खत्म हो गये है। भारत आजाद हुआ था उस दौरान भारत ने अपनी नीतियों को नही देखा दूसरे देशो की नीतियों को लागू कर दिया जिसके कारण भारत समृद्वशाली होने के बावजूद कई चीजों में अन्य देशों में पिछड़ा हुआ हैं । उन्होने कहा कि अमेरिका के सबसे ज्यादा आय हथियार बनाने से होती हेै। करीब 60 प्रतिशत कमाई अमेरिका हथियार बनाकर करता है। भारत ने हथियार बनाना बन्द कर दिया हैं जबकि दुनिया में सबसे बडा हथियार देने वाला देश भारत है। इसके बावजूद भारत दूसरे देशों से हथियार खरीद रहा है। उन्होने ने कहा कि भारत में छोटे बड़े उद्योंगो ं के लिए कानून बना था, लेकिन दूसरे देशों की मल्टीस्टार कंपनियों ने भारत में घुसपैठ कर 20 वर्ष पूर्व जो 840 चीजें भारत में बनती थी उन्हे भी अन्य देशों ने हथिया लिया । बड़ी कंपनियों के कारण भारत की उद्योग व्यवस्था पूरी तरह चैपट होकर रह गई। व्याख्यानमाला के पूर्व डा.हेडगेवार की आदमकद प्रतिमा के समक्ष अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर व्याख्यानमाला का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम के समापन दौर में स्मृति चिन्ह डा. हेडगेवार स्मृति व्याख्यानमाला समिति के अध्यक्ष अशोक आच्छा व सचिव राजेश पाटीदार ने प्रदान किये । कार्यक्रम का संचालन विवेक सांखला ने किया व आभार समिति के सदस्य राजेश सिंह कुशवाह ने माना। व्याख्यानमाला के दौरान बड़ी संख्या में प्रबुद्वजन मौजूद थे।