बाजना बस स्टैण्ड फोरलेन मामले में बहती गंगा में हाथ धोने पहुंची कांग्रेस,जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
मापदण्डों को अनदेखा करने का लगाया आरोप
रतलाम,21मार्च (ई खबर टुडे)।बाजना बस स्टैण्ड फोरलेन की चौड़ाई को लेकर चल रही लड़ाई में आज काग्रेस भी बहती गंगा में हाथ देने पहुंच गई । बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने पूर्व महापौर पारस सकलेचा के नेतृत्व में इस मामले को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और बाजना बस स्टैण्ड पर की गई तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की निंदा करते हुए तकनीकी रुप से बिंदु उठाए।यह पहला मौका था जब कांग्रेस पार्टी में आने के बाद श्री सकलेजा पहली बार ज्ञापन देने पहुंचे।
ज्ञापन में कांग्रेस ने शहर विधायक पर भी अपना निशाना साधा और फोरलेन की डीपीआर को लेकर कई सवाल खड़े करते हुए प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की भी मांग की। बुधवार दोपहर को साढे चार बजे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता कोर्ट चौराहे पर एकत्रित हुए और वहां से नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट परिसर पहुंचे, जहां एडीएम डां. कैलाश बुंदैला को ज्ञापन सौंपा गया।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
ज्ञापन में कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि बाजना बस स्टैण्ड फोरलेन निर्माण के लिए की गई कार्रवाई में मापदण्डों को अनदेखा किया गया है। अनावश्यक रुप से 104 फीट चौड़ाई तय की गई, जबकि महू रोड की चौड़ाई 66 फीट, कोर्ट चौराहा से अंबेडकर चौराहे की चौड़ाई 46 फीट, कोर्ट चौराहे से फव्वारा चौक की चौड़ाई 62 फीट तथा सज्जनमिल रोड की चौड़ाई 56 फीट से 66 फीट तक बनाई गई है। जबिक उपरोक्त सभी मार्गो पर सागोद रोड की तुलना में दस गुना अधिक यातायात का दबाव है। ज्ञापन में नियम विपरीत डीपीआर बनाने और उसमें कई बातों का उल्लेख नहीं करने का आरोप लगाते हुए शहर विधायक पर भी निशाना साधा गया है।
रेलवे ब्रीज को लेकर उठाए सवाल
ज्ञापन में कांग्रेस ने बाजना बस स्टैण्ड से 0.6 कि.मी दूर स्थित रेलवे ओव्हर ब्रीज को लेकर भी सवाल उठाए है। ज्ञापन में कहा गया है कि रेलवे ओव्हर ब्रीज मात्र 12 फीट चौड़ा है। वर्तमान में रेलवे ने उसके निर्माण की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। एसी स्थिति मेें यह कैसे तय होगा कि आरओबी की उंचाई कितनी होगी और उसकी लंबाई-चौड़ाई कितनी होगी, तथा उसके अनुसार बनने वाले सेतु का जीरों पाइंट तथा मध्य पाइंट दोनों और कितनी दूरी पर आएगा।
इस जानकारी के अभाव में सीसी रोड कैसे बनाई जा सकती है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि फोरलेन निर्माण की कार्रवाई के लिए 160 लोगों के मकान, निर्माण तोड़कर 300 लोगों का रोजगार छिनकर 12 फीट चौड़े रेलवे ब्रीज के आसपास 104 फीट चौड़ी सड़क बनाने का क्या लाभ? ज्ञापन में फोरलेन की चौड़ाई से लेकर , डीपीआर, 104 फीट की चौड़ाई किस स्तर पर तय हुई, निजी जमीन पर मुआवजा दिए बिना नाली निर्माण, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हुए 550 पेड़ों का काटने सहित अन्य सवाल उठाते हुए उपरोक्त बिंदुओं की जांच कराने और जांच होने तक मात्र सीसी रोड निर्माण प्रक्रिया की अनुमति देने की मांग कलेक्टर से की गई,इसके साथ ही निजी भूमि पर तोड़े गए निर्माण के लिए मुआवजा देने की भी मांग की गई।
यह थे मौजुद
ज्ञापन देने के अवसर पर पारस सकलेचा, एआईसीसी सदस्य डी.पी.धाकड़, शहर अध्यक्ष विनोद मिश्रा, जेम्स चाकों, अदिति दवेसर, शांतिलाल वर्मा, राकेश झालानी, रजनीकांत व्यास, राजीव रावत, निमिष व्यास, महेन्द्र कटारिया, जोएब आरिफ, राजेश भरावा, यास्मिन शैरानी, संजय छाजेड़, किशन सिंघाड़, विजय सिंह चौहान, बबीता नागर आदि मौजुद थे।