पहले से बेची हुई जमीन को दोबारा बेच कर की गई अस्सी लाख की धोखाधडी
रतलाम,18 नवंबर (इ खबर टुडे)। समीपस्थ ग्राम जामथून में पहले से बेची गई जमीन को दोबारा दूसरे व्यक्ति को बेचकर अस्सी लाख रु. की धोखाधडी किए जाने का मामला सामने आया है। धोखाधडी के शिकार बने व्यक्ति ने मामले की शिकायत एसपी को की है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
शास्त्री नगर निवासी संजय चौधरी ने पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को दी गई शिकायत में बताया कि जामथून निवासी घीसालाल पिता नानूराम जाट,उसकी पत्नी श्रीमती लाडकुंवर और पुत्र अक्षय ने जामथून स्थित विभिन्न सर्वे नंबरों की कुल 5.350 हैक्टेयर कृषि भूमियां स्वयं की मालकी एवं स्वत्व की बताते हुए फरियादी संजय चौधारी को बेचने का अनुबंध 10 मई 2017 को किया था। इस अनुबंध के बदले संजय चौधरी ने घीसालाल जाट को पैंतालिस लाख रु. कारपोरेशन बैंक के चैक के माध्यम से और पैंतीस लाख रु.नगद इस प्रकार कुल अस्सी लाख रु. का भुगतान कर दिया। अनुबंध में घीसालाल जाट व उसके परिवार ने उक्त भूमियों की रजिस्ट्री 13 अगस्त 2018 तक करवा देने का विश्वास दिलवाया था। अनुबंध में दर्शाई गई अवधि आने पर जब फरियादी संजय चौधरी ने घीसालाल जाट से जमीनों की नप्ती करवा कर रजिस्ट्री करवाने को कहा गया,तो घीसालाल टालमटोल करता रहा। उसके द्वारा ना तो जमीनों की नप्ती करवाई गई और ना ही जमीनों की रजिस्ट्री करवाई गई।
इसी दौरान शिकायतकर्ता संजय चौधरी को पता चला कि घीसालाल जाट ने जिन जमीनों को विक्रय करने का अनुबंध संजय चौधरी के साथ किया है,उन जमीनों को तो वह पहले ही वर्ष 2012 में मेसर्स सुगन रियल नामक फर्म को विक्रय करने का अनुबंध कर चुका है। लेकिन मेसर्स सुगन रियल के पक्ष में रजिस्ट्री नहीं करवाए जाने के कारण उक्त फर्म ने घीसालाल जाट के विरुध्द न्यायालय में वाद दायर किया है। उक्त वाद में न्यायालय द्वारा उक्त जमीनों के विक्रय या अंतरण पर स्थगनादेश भी दिया जा चुका है।
संजय चौधरी को जैसे ही यह पता चला कि उक्त जमीनों के विक्रय या अंतरण पर न्यायालय के स्थगनादेश के बावजूद घीसालाल ने कपटपूर्वक उन्हे जमीनें बेचने का अनुबंध करके उनसे अस्सी लाख रु.हडप लिए है,उनके पांव तले जमीन खिसक गई। उन्हे यह भी पता चला कि घीसालाल ने स्वयं की मालकी की जमीनों के अलावा अपनी पत्नी और पुत्र के नाम पर दर्ज जमीनों का अनुबंध भी स्वयं करके धोखाधडी की है। स्वयं को ठगे जाने की जानकारी मिलते ही फरियादी संजय चौधरी ने पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को इस पूरे मामले की शिकायत की। एसपी श्री तिवारी ने औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने को मामले की जांच कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने द्वारा फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।