नगर की बिगड़ी हुई यातायात व्यवस्था को सुधारने में प्रशासन हुआ नाक़ाम साबित
रतलाम ,02 फरवरी (इ खबर टुडे)। लम्बे समय से प्रशासन के सुस्त रैवये के चलते रतलाम शहर की यातायात व्यस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। कितने ही यातायात सप्ताह निकल गए लेकिन नगर का यातायात पटरी पर नहीं आ पाया। पूर्व में प्रशासन नगर में सिटी बस जैसी सुविधा की बात कर रहा था और प्रशासन ने बसों के स्टॉप के स्थानों के चयन की नौटकी की भी गई ,लेकिन आज भी नगर में दो पहिया वाहन चलाना एक बड़ी समस्या है।
शहर में लम्बे समय से यातायात व्यवस्था के बिगड़ने का कारण खुदी हुई सड़को से कई ज्यादा प्रशासन की लापरवाही है। प्रशासन ने नगर के मुख्य बाजारों में फैले अतिक्रमण को हमेशा से नजर अंदाज किया है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में फैल रहे अतिक्रमण को कभी हटाने का साहस ही नहीं किया। नगर के कुछ क्षेत्र है जिन पर पुरे नगर का यातायात निर्भर करता है। लेकिन प्रशासन ने इस ओर कभी ध्यान देना उचित नहीं समझा।
आज नगर की जनता को शहर के सिरे से दूसरे सिरे पर पहुंचने हेतु कुछ मुख्य क्षेत्रों से गुजरना ही पड़ता है। यदि बाजना बस स्टेण्ड से किसी भी व्यक्ति को दो बत्ती या स्टेशन जाना है तो उसे चांदनी चौक ,गोशाला रोड ,तोपखाना ,डालू मोदी बाजार ,नीमचौक ,रानी का मंदिर लोकेन्द्र टाकीज ,कॉलेज रोड से ही जाना पड़ता है।
इन बाजारों में दुकान मालिकों समेत काम करने वाले कर्मचारियों के वाहन पहले ही खड़े रहते ही है। जिससे यातायात में मामूली परेशानी होती है। यातायात समस्या प्रमुक इन बाजारों के मार्ग में लगी सब्जी ,और छोटी मोटी चलित कपडे की दुकानों से ज्यादा होती है,उससे कई अधिक समस्या स्थाई दुकानदारों द्वारा दुकान का सामान रोड तक रखने से होती है।
लेकिन प्रशासन इनके खिलाफ भूले भटके कोई कार्यवाही कर छोड़ देता है। इन दुकानदारों से किसी भी प्रकार का जुर्माना वसूल नहीं किया जाता है। इन बाजारों में कई रहवासी अपने घर के सामने ठेला लगाने के लिए मोटा किराया वसूल करते है। जिससे बड़ी आसानी लोग अपनी गाड़िया लगा कर यातायात को बांधित करते दिखाई देते है।
वही इन मार्गो से गुजरने वाले वाहनों को पर्याप्त स्थान नहीं मिलने पर थोड़ी थोड़ी देर में यातायात बांधित होता है। लेकिन प्रशासन इस परेशानी को समझने के लिए तैयार ही नहीं क्यों कि नगर के अधिकांश सरकारी दफ्तर ऐसे क्षेत्रों में जहा यातायात जाम नहीं होता है। पर नगर के मध्य से गुजरने वाली जनता को जाम की समस्या से रोज लड़ना पड़ता है।