देहव्यापार के लिए अपहरण कर ले जाई गईं 6 और बच्चियां बरामद
ग्वालियर,02जनवरी (इ खबरटुडे)।वृद्धा लक्ष्मी के रैकेट के जरिए शहर से अपह्रत की गईं छह और बच्चियों को पुलिस ने बरामद किया है। आरोपी महिला से एक दिव्या (4) बच्ची को पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी है। इन बच्चियों को रैकेट ने देह व्यापार के लिए बेड़िया जाति के डेरों पर बेचा था।
बच्चिया खरीदने वालों को ही अपने माता-पिता समझ रही हैं
पुलिस ने आरोपी महिला के 2 बेटों सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर किया है। इन बच्चियों को खरीदने वाले भी पुलिस की हिरासत में हैं। इनमें तीन बच्चियों के माता-पिता की पहचान पुलिस ने कर ली है। बरामद बच्चियों की उम्र 3 से 7 साल की है। ये खरीदने वालों को ही अपने माता-पिता समझ रही हैं। उन्हें पता ही नहीं है कि उनके सही माता-पिता कौन हैं।
एसपी डॉ. आशीष ने सोमवार को संवाददाताओं से चर्चा में बताया कि साईं बाबा मंदिर के बाहर से 4 साल की दिव्या का अपहरण कर ले जाने वाली लक्ष्मी कुशवाह को रिमांड पर लेने के बाद बड़ा खुलासा हुआ। पहले दिन से पुलिस को संदेह था कि 50 साल की वृद्धा एक बड़े रैकेट से जुड़ी है। पुलिस ने लक्ष्मी और डबरा से उसके दोनों बेटे राजू (30) व राजेश (22) व राममिलन कंजर, रामनाथ बघेल निवासी गिजौर्रा की सुरागेदही पर बेड़िया जाति के दतिया जिले में प्रकाश नगर, भितरवार के गोहिंदा, गिजौर्रा,बाड़ी-बसेड़ी,धौलुपर व शिवपुरी जिले के बेड़िया जाति के डेरों से 6 और बच्चियों को बरामद कर लिया है।
तीन बच्चियों के माता-पिता की हुुई पहचान
पुलिस ने दावा किया है कि बरामद छह में से तीन बच्चियों के माता-पिता की पहचान हो गई है। इनमें से एक बच्ची 3 सितंबर को पड़ाव, दूसरी 29 नवंबर को थाना झांसी रोड व तीसरी बच्ची का अपहरण इंदरगंज थाना क्षेत्र से किया गया था। तीन अन्य बच्चियों के माता-पिता को लेकर पुलिस दुविधा में है।
3 और बच्चियां को बरामद करने का प्रयास
पुुलिस को पता चला है कि इन रैकेट ने तीन और बच्चियों को अपहरण कर बेड़िया जाति के लोगों को बेचा है। इनको बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।