टीसी को रसीद न देना और अभद्रता करना पड़ा भारी
छात्र को रेल मंत्री ने दिलवाई जुर्माने की रसीद
उज्जैन ,12 जून(ब्रजेश परमार/इ खबरटुडे)। सामान्य कोच की टिकिट पर आरक्षित कोच में यात्रा के दौरान एक छात्र को टीसी ने पकड़ लिया। एक सौ रूपए वसूल लिए लेकिन रसीद देने को तैयार नहीं थे। मांगने पर अभद्रता की ओर छात्र से कहा नीचे उतर जा।छात्र ने रेल मंत्री को ट्वीट् किया ओर उसके बाद रसीद तो मिली ही टीसी को उज्जैन में ट्रेन से उतरना पड़ा।
उज्जैन के नागदा में श्रीराम कालोनी वर्धमान पुल के पास रहने वाला छात्र वरूण भाटिया जाब के सिलसिले में मंगलवार को इंदौर गया था।लौटते में वह इंदौर से नागदा के लिए अवंतिका एक्सप्रेस में साधारण टिकिट लेकर आरक्षित कोच एस-5 में सवार हो गया था । बकोल छात्र वरूण मैं इंदौर से नागदा अवंतिका में आरक्षित कोच एस-5 में सफर कर रहा था इसी बीच एक टीसी आये और उन्होंने मुझसे 100 रुपये मांगे.मैने उनको 100 रुपये दिए और रसीद मांगी तो उन्होंने इनकार कर दिया और आग बबूला हो गए इसके बाद भी मुझे रसीद नही दी।
वे अपना नाम बताने को भी तैयार नहीं थे । मेरे रसीद मांगने पर टीसी इतने नाराज हो गए कि उन्होंने अभद्र शब्दों में मुझे ट्रेन से उतर जाने का हुक्म तक सूना डाला। इसके चलते मैं एस -5 से आगे निकल कर एस -1 कोच में पहुंच गया वहां भी वे आ गए और मुझे धमकाते हुए ट्रेन से उतर जा कहने लगे। तत्पश्चात मैने फौरन रेल मंत्री पीयूष गोयल को ट्वीट कर पुरी बात से अवगत कराया ।
रेलवे मंत्रालय ने सीधे रतलाम डीआरएम को घटना से अवगत कराया इसी के बाद DRM ने फोन कर मुझसे संपर्क किया एवं करीब आधे घंटे में रेलवे मंत्रालय व डीआरएम रतलाम के सहयोग से मुझे रसीद मिल गयी। रतलाम डीआरएम के फोन के बाद एस-7 कोच से एक टीसी आए ओर उनहोंने मुझे रसीद दी । उज्जैन स्टेशन आने पर संबंधित टीसी नीचे उतर गए । इस संबंध में रेलवे प्रवक्ता से जानकारी लेने पर उन्होंने अनभिज्ञता जताई ।
छात्र ने अपने इस काम को “मेरे द्वारा भ्र्ष्टाचार रोकने की एक छोटी सी पहल” करार दिया है।छात्र ने स्वयं के साथ हुए घटनाक्रम को सोश्यल मिडिया पर भी बताया । यहां तक की उसने रेलवे मंत्री और रतलाम डीआरएम को धन्यवाद भी दिया है।