जिले में टीबी की जॉच हेतु सीबी नॉट मशीन की निशुल्क सेवाऐं उपलब्ध
जिला टीबी फोरम की बैठक संपन्न
रतलाम,05 अक्टूबर (इ खबर टुडे)। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला टीबी फोरम की बैठक का आयोजन न्यू कलेक्टोरेट परिसर पर किया गया।
कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने नये मरीजों को खोजकर जॉच और उपचार संबंधी कायर्वाही के निर्देश दिए। उन्होने ग्रामीण क्षेत्रों में पंच सरपंचों के माध्यम से नये मरीजों की पहचान करके उपचार करने के निर्देश दिए।
जिला क्षय अधिकारी डॉ. योगेश निखरा ने बताया कि भारत को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाए जाने का लक्ष्य है। इस क्रम में टीबी के नए मरीजों को खोजने और जॉच कर समय पर पूरा उपचार उपलब्ध कराने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि रतलाम जिले में टीबी की जॉच हेतु सीबी नॉट मशीन की निशुल्क सेवाऐं उपलब्ध है जिसके माध्यम से जावरा ओर रतलाम में सेवाऐं प्रदान की जा रही है।
डॉ. योगेश निखरा ने बताया कि वर्तमान में टीबी के नये मरीजों के लिए 500 रूपये प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे हैं। 15 दिन से अधिक की खॉसी, नियमित बुखार, कमजोरी महसूस होना टीबी के मुख्य लक्षण हैं। इन लक्षणों के दिखाई देने पर तत्काल जॉच कराना चाहिए।
वर्तमान में टीबी का पूरा और नि:शुल्क उपचार शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध है। रेजिस्टेंट टी बी का उपचार भी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध है। उपचार बीच में छोड देने की दशा में बीमारी गंभीर रूप ले लेती है। अत: समय पर पूरा उपचार लेने से टी बी पूरी तरह ठीक हो जाती है।
बैठक के दौरान, एसडीएम अभिषेक गेहलोत, अहाना प्रोजेक्ट के जयदीप, रिहान प्रोजेक्ट के प्रमेन्द्रसिंह, लघु उद्योग भारती के चंद्रप्रकाश अवतारी, डॉ. प्रमोद प्रजापति , डॉ. गौरव बोरीवाल, डॉ. अजहर अली, डीपीओ महिला बाल विकास विभाग श्रीमती विनिता लोढा, उपसंचालक कृषि विभाग ज्ञानसिंह मोहनिया, उपसंचालक पशु चिकित्सा विभाग डा. ए.के. राणा, कार्यपालन यंत्री एच. के. मालवीय, आरटीओ दीपक मांझी, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवायजर जयसिंह सिसोदिया तथा अन्य विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।