जिले में अवैध विंड एनर्जी यूनिट स्थापना से हो रहा हैं प्रकृति का विनाश
रतलाम09 मार्च (ई खबर टुडे)। पिपलोदा थानान्तर्गत विंड एनर्जी यूनिट का कार्य प्रगति पर हैं। यह कम्पनियां शासन के सारे नियमों को ताक में रखकर कार्य कर रही हैं। अगर शासन के नियमों की विवेचना करने जाये तो रतलाम जिले में विंड कम्पनी ने एक भी नियम का पालन नहीं किया हैं।
सबसे बड़ी बात तो यह हैं कि खरमोर अभ्यावरण के आरक्षित क्षैत्र से 10 कि.मी. तक की दूरी पर विंड पॉवर यूनिट कभी भी नहीं लगाई जा सकती है। यह आदेश भारत सरकार एवं म0प्र0 सरकार का भी हैं। इनके ही बनाये गये नियमों का पालन शासन ओर प्रशासन नहीं कर रहा हैं। कई विषेशज्ञों ने इन यूनिटों को बंजर भूमि समुद्र किनारे ही लगाने का सुझाव दिया हैं। क्यों कि इनके कारण केसर, कम सुनाई देना, ओर साईकिक होना जैसी बीमारियां होती हैं।
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रभु राठौर और जिला पंचायत उपाध्यक्ष डीपी धाकड़ ने जानकारी देते हुए कहा कि गलत स्थान और गलत तरीके से लगाए गए विंडमिल पर्यावरण के लिए भी बहुत घातक हैं। प्रमाणित हो चुका है कि इनके कारण बारिश प्रभावित बारीष कम हो जाती हैें , ग्राउण्ड वॉटर का लेवल भी कम हो जाता हैं। उसके बाद भी इन्हे अनुमति दी जा रही हैं ओर हमारा क्षेत्र तो अति दोहन में पिपलोदा क्षेत्र सबसे अधिक वॉटर लेवल डाउन वाला क्षेत्र घोशित हो चुका है उसके बाद भी हजारों यूनिट लगाने का काम चल रहा हैं। जब पिपलोदा क्षेत्र में उपजाउ कृशि भूमि पर यूनिटे लगाई जा रहा हैं ओर कई जगह किसानों के साथ इन्होने मारपीट की हैं।
आम्बा गॉव के किसानों पर जिस तरीके से अमानवीय व्यवहार हुआ हैं उसके विरोध में 10 मार्च गुरूवार को 11 बजे जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन देकर यह मॉग की जायेगी कि किसानों व जनप्रतिनिधियों पर झूठे मुकदमे दर्ज किये गये हैं उनकी जॉच कराकर के वापस लिया जावें । ओर हमारे पर्यावरण ओर जल , जंगल व जमीन का विनाष करने वाले के विरूद्ध प्रतिबन्धांत्मक कार्यवाही की जावेगी । ज्ञापन सौंपे जाने हेतु अधिक से अधिक कांग्रेस के कार्यकर्ता व किसान बंधु, समाजसेवी, पर्यावरण रक्षकों से शामिल होने की अपील की गई हैं।