ग्रामीण भारत में RSS की पकड़ से तय होगी 2019 में मोदी की जीत: भागवत
मेरठ,25 फरवरी (इ खबरटुडे)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि आने वाले दिनों में अधिक से अधिक स्वयंसेवकों को संगठन में शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश में राजनीति परिदृश्य चाहे जो भी हो, RSS ग्रामीण इलाकों से ज्यादा से ज्यादा स्वयंसेवकों को संगठन में शामिल करने के सिलसिले को जारी रखेगा.
संघ की ओर से आयोजित दो दिवसीय ‘समरसता संगम’ के उद्घाटन सत्र में RSS प्रमुख ने स्वयंसेवकों से गांवों में जाने की अपील की और अधिक से अधिक युवा शक्ति को संगठन से जोड़ने को कहा. उन्होंने स्वयंसेवकों से बैठकों के दौरान संघ की गणवेश (यूनिफॉर्म) में आने की अपील की. उन्होंने कहा कि 45 लाख लोगों के इस जिले में 8 रजिस्ट्रेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां स्वयंसेवकों के नाप के अनुसार गणवेश तैयार किए जा रहे हैं.
बूथ स्तर तक स्वयंसेवक
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि जिस गति से संघ शहरों में फैल रहा है वह गांवों की अपेक्षा ज्यादा है. अधिक से अधिक ग्रामीण युवा संगठन से जुड़ें, संघ इसके लिए प्रयासरत है. आधुनिकीकरण के बावजूद, आज भी भारत की आत्मा गांवों में ही बसती है. मोदी सरकार का ध्यान भी कृषि पर केंद्रित है और आरएसएस भी ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, ताकि 2019 के चुनाव तक गांवों में हर मतदान बूथ तक संघ के स्वयंसेवक पहुंच सके, जिससे बीजेपी के पक्ष में वोट फीसद को बढ़ाया जा सके.
सीएम योगी के साथ बैठक
संगम के पहले दिन मोहन भागवत ने बंद दरवाजे के पीछे सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक भी की. माना जा रहा है कि इस बैठक में दोनों के बीच देश और प्रदेश के वर्तमान परिदृश्य और बीजेपी के खिलाफ लोगों के बीच बढ़ती अशांति पर चर्चा हुई. यूपी की सत्ता संभालने के बाद से योगी आदित्यनाथ और भागवत की यह दूसरी गुप्त बैठक है.
सोशल कार्यकर्ता और भारतीय मुस्लिम विकास परिषद के अध्यक्ष समी आगाई ने कहा कि आरएसएस ने हमेशा कहा है कि वो राजनीति में शामिल नहीं है, लेकिन यह एक अच्छी बात है कि संघ अब बीजेपी के लिए ड्राइविंग फोर्स के रूप में काम कर रहा है.
समी आगाई ने कहा कि उम्मीद है, जनता 2019 के चुनाव में मोदी सरकार के झूठे वादों में नहीं फंसने वाली और इन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले 5 साल में पीएम मोदी ऐसे कदम उठाएंगे जिससे देश दशकों तक बीजेपी के चंगुल से बाहर नहीं आ सकेगा.