समन्वित रूप से कलेक्टर की लीडरशिप में कार्य करें – सम्भागायुक्त श्री ओझा
जिला अधिकारियों की परिचायात्मक बैठक में दिये गये निर्देश
रतलाम 20 जुलाई (इ खबर टुडे ) सम्भागायुक्त उज्जैन एम.बी.ओझा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जिला अधिकारियो की बैठक में सभी अधिकारियों को कलेक्टर की लीडरशिप में समन्वित रूप से कार्य कर बेहतर परिणाम देने के निर्देश दिये। उन्होने स्पष्ट किया कि कोई भी विभागीय अधिकारी ये न समझे कि विभागीय कार्य सम्पादन में वह पूर्णरूपेण पृथक है। जिले में विभागीय गतिविधियों में शासन के प्रतिनिधि के रूप में उनका लीडर कलेक्टर होता है। इसलिये सम्पूर्ण गतिविधियॉ कलेक्टर के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में ही संचालित एवं सम्पादित करना सुनिश्चित करें। विभाग में होने वाली प्रत्येक गतिविधि से कलेक्टर को अवगत कराया जाये और उनके बगैर अनुमोदन और स्वीकृति के कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे जिला अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़े।
जिला अधिकारियों की बैठक के प्रारम्भ में समस्त जिला अधिकारियों ने अपने परिचय के साथ में विभागीय गतिविधियों की संक्षिप्त जानकारी दी। सम्भागायुक्त एम.बी.ओझा ने जिला अधिकारियों से उनके कार्य क्षेत्र और अधिनस्थ अमले के साथ प्रमुख योजनाओं अंतर्गत किये गये मुख्य कार्यो की पड़ताल की। श्री ओझा ने समस्त अधिकारियों को बेहतर तरीके से कार्य करने और जनहित में बेहतर परिणाम देते हुए अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये। परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग को सीनियर सुपरवाईजरों को भी परियोजना अधिकारियों का प्रभार देने के निर्देश दिये। वरिष्ठ पंजीयक को कृषि भूमि से संबंधित प्रत्येक रजिस्ट्री की एक कॅापी संबंधित तहसीलदार को रजिस्ट्री के सात दिवस में अनिवार्य रूप से भेजने के निर्देश दिये गये। उन्होने कहा हैं कि कानूनी प्रावधानों के अनुसार कार्य किया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में तहसीलदारों के द्वारा बताया गया कि पंजीयक विभाग से नियमानुसार रजिस्ट्री की कॉपियॉ प्राप्त नहीं होती है।
सम्भागायुक्त ने उप संचालक कृषि को खरीफ में बोई गई सोयाबीन के रकबे के बारे में अभी से सर्वे कराने के निर्देश दिये। उन्होने खेल अधिकारी को जिले के नगरीय निकायों और कॉलेजो के खेल मैदानों को विकसित करने, महिला बाल विकास विभाग को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के पदों की पूर्ति करने के निर्देश दिये। सम्भागायुक्त श्री ओझा ने जिला कार्यक्रम समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान को जिले के सभी छात्रावासों मंे छात्रावास अधीक्षकों का निवास सुनिश्चित कराने एवं छात्रावासी विद्यार्थियों के लिये बेहतर इंतजामात सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी से युक्तियुक्तिकरण के लिये पड़ताल करते हुए निर्देशित किया गया कि जिन शिक्षकों का युक्तियुक्तिकरण होना हैं उनसे तीन-तीन विकल्प लिये जाकर तदानुसार युक्तियुक्तिकरण किया जाये। श्री ओझा ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को नियमित रूप से छात्रावासों के निरीक्षण के निर्देश दिये।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने पांवर पाईंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले की आवश्यक जानकारियों से अवगत कराते हुए समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक, जन सुनवाई में आम जनता की समस्याओं के निराकरण के तरीकों और किसानों के नामांतरण, बटवारे और सीमाकंन की समस्याओं के निराकरण के लिये किये जा रहे उपायों संबंधी जानकारियॉ दी। बैठक के अंत में सम्भागायुक्त ने कहा कि एक महिने के पश्चात वे समस्त विभागों की गहन समीक्षा बैठक करेगें जिसमें अधिकारियों से पड़ताल की जायेगी कि उनके द्वारा क्या-क्या किया गया है और क्या करना शेष है।