November 18, 2024

संतों के मिलन से धन्य हुआ जयन्तसेन धाम

चातुर्मास आयोजक परिवार ने किया अभिनन्दन
रतलाम 15 जुलाई(इ खबरटुडे)। नवोदित तीर्थ जयन्तसेन धाम में शुक्रवार को राष्ट्रसन्त जैनाचार्य श्रीमद विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी मसा और श्री नित्यानंद आश्रम के संत नर्मदानंदजी महाराज का आत्मीय मिलन हुआ। इस दौरान दोनो के बीच धार्मिक और आध्यात्मिक चर्चा हुई। देश में संस्कृति और संस्कारों को मजबूत करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई।

राष्ट्रसन्त ने मां नर्मदा पर स्वयं द्वारा लिखे गए गीत नर्मदानंदजी को समर्पित किए। इस मौके पर चातुर्मास आयोजक और विधायक चेतन्य काश्यप परिवार तथा श्री त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ की और से अतिथि संत का स्वागत, अभिनंदन किया गया।
चातुर्मास हेतु जयन्तसेन धाम मंे विराजित राष्ट्रसन्त और नर्मदानंदजी के बीच चर्चा की शुरूवात एक-दूसरे की कुशलक्षेम पूछकर की हुई और बाद में दोनो के बीच अनेक विषयों पर मंत्रणा हुई। नर्मदानंदजी ने राष्ट्रसन्तश्री के आगमन को रतलाम की धरा के लिए पुण्यशाली बताया। उन्होंने नित्यानंद आश्रम में आयोजित महारूद्र यज्ञ में राष्ट्रसन्त श्री को आमंत्रित किया और बताया कि गुरू पूर्णिमा को उसकी पूर्णाहुति होगी। नर्मदा नदी के किनारे बने आश्रम में भी राष्ट्रसन्तश्री को आमंत्रित किया। राष्ट्रसन्तश्री ने बताया कि 39 साल पहले वे रतलाम के खैरादीवास स्थित नीमवाला उपाश्रय में चातुर्मास करने आ चुके है। इस बार चातुर्मास आयोजक और विधायक चेतन्य काश्यप की प्रबल इच्छा के कारण वे चातुर्मास के लिए पुनः रतलाम आए है। आचार्यश्री को जब बताया गया कि नर्मदानंदजी मां नर्मदा के मानस पुत्र है, तो उन्होंने मां नर्मदा पर रचित कविता और गीतों से उनका बहुमान किया।
राष्ट्रसन्तश्री द्वारा रचित कविता के बोल थे-
नर्मद! तेरी छटा निराली, कलकल चलती जाती।
चट्टानों से तू टकराती, इठलाती बहती जाती।।
तेरा बचपन, मंद-मंद, यौवन होता मदमाता।
बूढापा नहीं तुजने देखा, दृश्य सरस सुहाता।।
तेरी अजब गजब कहानी, जन-मन को तू भाती ।
जिन्दा रहने वाला निशदिन, क्रम से कदम बढ़ाती है।।
आबाल वृद्ध सभी के मन को, तू ही तो बहलाती।
गांव नगर जंगल में बहते, तू सबकी प्यास बुझाती ।।
हमने अपनी आंखों देखा, तेर रुप सलुना
मधुर मोहक संगीत है तेरा, इन कानों से सुना।।
दिया करती जलदानसभी को, कभी न मुख को मोड़ा।
मधुकर भांति गुनगुनाती, लक्ष्य कभी नहीं छोड़ा ।।
इसी प्रकार राष्ट्रसन्तश्री ने नर्मदानन्दजी को गीत भी प्रस्तुत किया जिसके बोल थ्ो –
अल्हड जैसी चलती, निराली तेरी चाल ।
नर्मद तेरा दृश्य अनोखा, चौड़ा पाट विशाल।।
नर्मद मैया करके पुकारे, आगंतुक और स्थानीय सारे।
गहरी कितनी तू है, कितनी होती उत्ताल।।
मंत्र्ाोच्चार के बीच हुआ अभिवादन –
नर्मदानन्दजी महाराज और राष्ट्रसन्तश्री के बीच मंत्र्ाोच्चार के बीच अभिवादन हुआ। पंडित नन्दकिशोर व्यास ने मंत्र्ाोच्चारण किया। इस मौके पर मातुश्री तेजकुंवरबाई काश्यप की उपस्थिति में चातुर्मास आयोजक चेतन्य काश्यप, श्रीसंघ के सुशील छाजेड, सिद्धार्थ काश्यप, श्रवण काश्यप ने शॉल, माला, श्रीफल से नर्मदानन्दजी का अभिनन्दन किया। संतों ने पहली वर्षगांठ पर सारांश श्रवण काश्यप को आशीर्वाद प्रदान किया। इस मौके पर जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष अशोक चौटाला, भाजपा जिला महामंत्र्ाी मनोहर पोरवाल, कांग्रेस नेता रामचन्द्र धाकड, राजेश सक्सेना, नवयुवक परिषद् के सचिव राजकमल जैन, भाजपा अजजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मोतीलाल निनामा सहित कई गणमान्यजन उपस्थित थ्ो।
जयन्तसेन धाम की व्यवस्था सराही – 
नित्यानन्द आश्रम के संत श्री नर्मदानन्दजी महाराज ने राष्ट्रसन्तश्री से भेंट के बाद जयन्तसेन धाम का अवलोकन किया। उन्हें चातुर्मास आयोजक व विधायक चेतन्य काश्यप ने परिसर में निर्मित मंदिरों, पाण्डालों सहित अन्य व्यवस्थाओं से अवगत करवाया। प्रवचन पाण्डाल भ्रमण के दौरान नर्मदानन्दजी ने धर्म और आध्यात्म से प्रेरित प्रदर्शनी की प्रशंसा की। उन्होंने जयन्तसेन धाम को धर्म-आराधना के लिए आदर्श स्थल निरुपित किया।
दर्शन-वन्दन के लिए पहुंचा जावरा श्रीसंघ
जयन्तसेन धाम में चातुर्मास हेतु विराजित राष्ट्रसन्तश्री आचार्य श्री जयन्तसेन सूरीश्वरजी म.सा. के दर्शन-वन्दन के लिए जावरा श्रीसंघ का 45 सदस्यीय दल रतलाम आया। संघ अध्यक्ष श्री बाबूलाल तांतेड पटवारी, इन्दरमल दसेडा, प्रकाश कांठेड, सुरेश पगारिया, दिलीप सिसौदिया, तेजमल बोदिनावाला व महिला मंडल सहित अन्य गुरुभक्तों को आचार्यश्री ने मांगलिक श्रवण करवाई। इस मौके पर चातुर्मास आयोजक व विधायक चेतन्य काश्यप परिवार द्वारा श्रीसंघ प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। राष्ट्रसन्तश्री के दर्शन-वन्दन हेतु जयन्तसेन धाम में गुरुभक्तों का निरंतर आगमन हो रहा है। अजजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मोतीलाल निनामा ने भी राष्ट्रसंतश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर श्री काश्यप ने श्री निनामा द्वारा आदिवासी अंचल में व्यसनमुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी। शाम को भाषाविद् डॉ. जयकुमार जलज, सुरेन्द्र छाजेड, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक डॉ. राजेश शर्मा ने भी जयन्तसेन धाम पहुंचकर आचार्यश्री के दर्शनों का लाभ लिया।

You may have missed