भ्रष्टाचार के चलते कृषि उपसंचालक जैन मुख्यालय अटैच
पत्रकार उमेश मिश्र की शिकायत पर गठित जांच दल ने सही पाई शिकायतें
रतलाम,10 अप्रैल (इ खबरटुडे)। कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं में विगत चार वर्षों के दौरान हुई धांधलियों और अनियमितताओं के चलते जिले के कृषि उपसंचालक सीके जैन को भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। सीके जैन को अटैच करने का आदेश,अनियमितताओं की जांच करने आए मण्डी बोर्ड के प्रबन्ध संचालक अरुण पाण्डेय द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के बाद जारी किया गया।
उल्लेखनीय है कि कृषि विभाग में व्याप्त धांधलियों और अनियमितताओं को लेकर पत्रकार उमेश मिश्रा ने शासन को तथ्यात्मक शिकायतें प्रस्तुत की थी। श्री मिश्रा ने सूचना के अधिकार के माध्यम से प्राप्त जानकारियों के आधार पर शासन को बताया था कि रतलाम कृषि विभाग ने कृषकों को उपलब्ध कराई जाने वाली आदान सामग्री,बीज,सूक्ष्म पोषक तत्व,पौध संरक्षण,बीज उपचार औषधि इत्यादि का वितरण सिर्फ कागजों पर किया और किसानों को इसका लाभ ही नहीं मिला। इसी तरह राज्य शासन द्वारा किसानों के लिए दी गई टाप अप की राशि का भुगतान किसानों को नहीं किया गया और यह राशि सीधे अधिकारी हजम कर गए। पत्रकार उमेश मिश्र की शिकायत में बताया गया था कि जिले में किसानों के हित में संचालित प्रत्येक योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया गया और किसानों को कतई लाभ नहीं मिला। इसी प्रकार की शिकायतें मण्डी डायरेक्टर और जिपं उपाध्यक्ष डीपी धाकड व कुछ अन्य व्यक्तियों ने भी की थी।
कृषि विभाग में चल रहे इस भ्रष्टाचार की जांच के लिए शासन द्वारा मण्डी बोर्ड प्रबन्ध संचालक अरुण पाण्डेय की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया गया था और यह जांच दल गुरुवार को शिकायतों की जांच के लिए रतलाम पंहुचा था। जांच दल ने शुक्रवार को मुख्य शिकायतकर्ता पत्रकार उमेश मिश्र व अन्य शिकायतकर्ताओं से उनकी शिकायतों के सम्बन्ध में तथ्य प्राप्त किए गए। शिकायतों की प्रारंभिक जाच में शिकायतों को तथ्यात्मक पाया गया।
जांच दल के अध्यक्ष अरुण पाण्डेय ने कहा कि शिकायतकर्ता श्री मिश्र द्वारा प्रस्तुत तथ्यों की सूक्ष्मता पूर्वक जांच की जाएगी। साथ ही विगत चार वर्षों की अवधि के दौरान क्रियान्वित प्रत्येक योजना की गहनता से जांच कर संयुक्त निष्कर्ष निकाले जाएंगे। श्री पाण्डेय ने आश्वस्त किया कि जांच दल द्वारा प्रत्येक बिन्दू पर गहन अवलोकन कर निष्कर्षों के अनुरुप कार्यवाही हेतु मध्यप्रदेश शासन को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा।
श्री पाण्डेय ने बताया कि कृषि उपसंचालक सीके जैन जांच को प्रभावित ना कर सके इस हेतु उन्हे तत्काल प्रभाव से कृषि उपसंचालक के पद से मुक्त कर संचालनालय किसान कल्याण एवं कृषि विभाग भोपाल से सम्बध्द किया गया है। कृषि उपसंचालक का अस्थाई प्रभार परियोजना संचालक आत्मा समिति को सौंपा गया है। जांच दल के सदस्यों को रतलाम में रुक कर गहनता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
कृषि विभाग कार्यालय में जांच के समय कलेक्टर ड़ॉ.संजय गोयल व जिपं सीइओ हरजिन्दर सिंह भी मौजूद थे।