चंद शरारती तत्वों के कारण 3 दिन तक दशहत में रहे सामान्य लोग-ग्वालियर
ग्वालियर 27 अक्टूबर (इ खबरटुडे) । सेवानगर से किलागेट तक रहने वाले 50 हजार से अधिक लोग चंद शरारती तत्वों के कारण 3 दिन तक दशहत में रहे। सोमवार की सुबह जनजीवन सामान्य होने पर लोगों ने सुकून की सांस ली। दो किलोमीटर के क्षेत्र में दुकानें भी खुलीं और लोग कामधंधे के लिए घरों से निकले। उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए क्षेत्र में पुलिस बल अब भी तैनात है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर आधा दर्जन स्थानों पर बैरीकेड्स लगा रखे हैं। जिला व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी सतत नजर रखे हुए हैं। क्षेत्र में अब भी धारा 144 प्रभावी है।
शुक्रवार की रात को माता विर्सजन कर लौट रहे लोगों का ताजियेदारों से विवाद होने से हालात तनावपूर्ण हो गए। इस विवाद में बाहरी लोगों के दखल से शनिवार की सुबह हालात और बिगड़ गए। मंदिर के सामने से ताजिया निकलने को लेकर दोनों समुदाय के बीच टकराव हो गया। पथराव व तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद कलेक्टर को एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगाना पड़ा। 16 घंटे तक लगाताकर कर्फ्यू रहा। रविवार को कर्फ्यू में ढील तो दी गई, लेकिन ने सख्ती रखी। चौथे दिन सोमवार को सेवानगर से लेकर किलागेट तक के मार्ग पर जनजीवन सामान्य रहा। सुबह से दुकानें खुलीं और लोग काम-धंधे पर भी गए। क्षेत्र की महिलाएं जरूर दहशत में नजर आईं।
बाहर के लोगों ने माहौल खराब किया-
जनजीवन सामान्य होने पर सेवानगर के पास रहने वाले जगदीश सिंह ने बताया कि हम लोग वर्षों से भाईचारे से रह रहे हैं और आगे भी पहले की तरह रहेंगे, लेकिन माहौल तो बाहरी लोगों ने बिगाड़ा था। इनके खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। यही कहना सेवानगर में रहने वाले रहीश का था। धारा 144 प्रभावी
क्षेत्र में एहतियात के तौर पर धारा-144 अब भी प्रभावी है। शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए क्षेत्र में हथियारों से लैस पुलिस बल तैनात है। इस रोड पर पुलिस बैरीकेड्स लगाकर स्थिति पर नजर रखे हुए है। जिला व पुलिस प्रशासन का पूरा फोकस अब अफवाहों पर है। पुलिस गली-मोहल्लों में गश्त कर लोगों को सुरक्षा को भरोसा दिला रही है।
-पुलिस की मौजदूगी में हुआ माता का विसर्जन
मेवाती मोहल्ले में नवरात्रि पर स्थापित देवी प्रतिमा का विर्सजन सोमवार को भारी पुुलिस बल की मौजूदगी में किया गया। दशहरा से क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण होने के कारण देवी की प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया गया था। विसर्जन समारोह में भारी संख्या में युवाओं की मौजूदगी को देखते हुए पुलिस अलर्ट थी। देवी प्रतिमा का विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से हो जाने पर जिला प्रशासन व लोगों ने सुकून की सांस ली।