May 20, 2024

ऑपरेशन के दौरान झगड़े डॉक्टर, बच्ची की पैदा होते ही मौत

जोधपुर,30 अगस्त (इ खबर टुडे)। यहां एक हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर (OT) में 2 डॉक्टर आपस में उलझ गए। इस दौरान प्रेग्नेंट लेडी की सिजेरियन डिलिवरी में देरी हुई। लिहाजा पैदा हुई नवजात बच्ची ने धड़कन (हार्ट बीट) धीमी होने की वजह से दम तोड़ दिया। मामला उम्मेद हॉस्पिटल का है। इस घटना का वीडियो वायरल हुआ है।

http://https://www.youtube.com/watch?v=hi7KVYD1WYw&feature=youtu.beघटना के मुताबिक, रातानाडा की रहने वाली अनीता मंगलवार सुबह डिलीवरी के लिए उम्मेद हॉस्पिटल आईं। उन्हें पहले लेबर रूम ले जाया गया, जहां डॉ. इंद्रा भाटी ने उन्हें चेक किया तो पेट में बच्चे की धड़कन धीमी पाई।

इस पर अनीता को तुरंत सिजेरियन डिलिवरी के लिए ऑपरेशन थिएटर (OT) में भेजा गया। गर्भवती और बच्चे की जान बचाने के लिए तुरंत ऑपरेशन करना जरूरी था। ऑपरेशन थियेटर में एक टेबल पर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अशोक नैनीवाल एक दूसरी महिला का ऑपरेशन कर रहे थे।

अनीता को दूसरी टेबल पर लाया गया। यहां एनेस्थिसिस्ट और ओटी इंचार्ज डॉ. एमएल टाक बच्चे की धड़कन जांचने के लिए दूसरे डॉक्टर से कह रहे थे। इसी दौरान डॉ. अशोक भड़क गए और डॉ. टाक पर जोर-जोर से चिल्लाने लगे। इस पर डॉ. टाक भी अनीता को छोड़कर डॉ. अशोक के सामने आ गए। दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं शुरू हो गई। वहां मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने दोनों डॉक्टर्स को समझाने की बहुत कोशिश की, पर वे नहीं रुके। बाद में अनिता के सिजेरियन से हुई नवजात बच्ची ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया।

हॉस्पिटल के प्रिंसिपल एएल भट्ट के मुताबिक, दोनों डॉक्टरों को हटा दिया गया है और उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
स्टाफ मेंबर ने बनाया वीडियो ऑपरेशन थियेटर में ही किसी स्टाफ मेंबर ने मोबाइल से घटना का वीडियो भी बना लिया। इस वीडियो के वायरल होते ही अफरातफरी मच गई। मामला सामने आया तो राज्य सरकार के आदेश पर डॉ. अशोक नैनीवाल को एपीओ कर दिया गया, जबकि डाॅ. टाक पर एक्शन के लिए कार्मिक विभाग में फाइल भेजी गई है।

घरवाले बोले- डॉक्टर्स ने बताया कि बच्चा मृत पैदा हुआ
अनीता की ननद सुनीता ने कहा कि ऑपरेशन के बाद बच्चा मरा हुआ ही पैदा हुआ। हमें डॉक्टर्स ने बताया कि जच्चा द्वारा कचरे वाले पानी को पीने से ये कचरा बच्चे के अंदर पहुंच गया, इसी कारण से बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ।

आरोपी डॉक्टर्स ने क्या कहा?
उम्मेद हॉस्पिटल के एनेस्थेटिक और ओटी इंचार्ज डॉ. एमएल टाक ने कहा, “मैं रेजिडेंट डॉक्टर से प्रेग्नेंट लेडी के बारे में बात कर रहा था। इसी दौरान दूसरी टेबल पर काम कर रहे डॉ. अशोक नैनीवाल अपना काम छोड़कर मुझसे बिना बात के झगड़ने लगे। डॉ. अशोक जोर-जोर से चिल्लाने लगे और ओटी में रखे इक्विपमेंट लेकर मुझे मारने के लिए आए। जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें जिस महिला के लिए वह झगड़ा कर रहे थे, उसे दिखाया ही नहीं गया है।”
डॉक्टर कम्युनिटी हैरान, कहा- ऐसा कभी देखा ना सुना
इस घटना ने शहर के डॉक्टर्स को चौंका दिया है। महात्मा गांधी हॉस्पिटल के डीन डॉ. पीसी व्यास बोले, “35 साल के करिअर में मैंने ऐसी घटना ना देखी, ना सुनी। इससे मेडिकल प्रोफेशन के सम्मान को धक्का पहुंचा है। हमारे प्रोफेशन में हर हाल में सीनियर को इज्जत ही दी जाती है।

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