November 24, 2024

महाकाल मंदिर परिसर में आग लगी

भस्मी के लिये कंडे जलाने में लगी आग, धुनी को बचाकर बुझाई गई आग

उज्जैन,2 सितम्बर (इ खबरटुडे)। मंगलवार अपरान्ह महाकाल मंदिर के प्रथमतल में 21 ओंकारेश्वर महादेव के पीछे बने एक कमरे में आग लगने से अफरा-तफरी की स्थिति बनी। बाद में फायर ब्रिगेड ने आकर स्थिति पर काबू पाया। घटना इस प्रकार बताई जा रही है। औंकारेश्वर महादेव मंदिर के पीछे एक छोटा कक्ष स्थित है इसी में भस्मार्ती के लिये भस्मी बनाई जाती है, जहाँ पर कंडे जलाकर भस्मी तैयार होती है। कक्ष में कंडों का भण्डारण भी किया हुआ था। सात्विक स्तर पर यह सामने आया है कि कंडे जलाकर जिम्मेदार इधर-उधर हो गये थे। जले हुए कंडों से अन्य कंडों में आग लग गई। आग ने विस्तार कर लिया। कक्ष में क्षति हुई है। किसी जान-माल की हानि नहीं हुई है।

धुनी को बचाकर बुझाई गई आग

मंगलवार को अपरान्ह के समय महाकाल मंदिर के प्रथम तल पर ओंकारेश्वर मंदिर के पीछे अखण्ड धुनी कक्ष में कंडों की आग ने विकराल रुप धर लिया था। कंडे भस्मारती की भस्मी के लिये यहां प्रतिदिन जलाये जाते हैं। 51 कंडों को प्रतिदिन यहां जलाकर उससे भस्मी तैयार की जाती है। अखण्ड धुनी के पास ही कंडों का स्टोरेज भी किया गया है। स्टोर में रखे कंडों में भी आग लग गई।maag2 maag1
पुरातन दक्षिणमुखी श्री महाकालेश्वर मंदिर में अखण्ड धुनी जल रही है। सदियों से यह धुनी अखण्ड रुप से जलाई जा रही है। इस धुनी में गाय के गोबर से बने कंडों को लगाया जाता है। 51 कंडों को जलाकर इससे भस्म तैयार की जाती है, जिसका उपयोग तड़के भस्मारती में किया जाता है। सूत्रों के अनुसार मंगलवार अपरान्ह यहां धुनी में कंडे लगाये गये। आकस्मिक रुप से आंच अधिक होने के कारण पास में रखे अन्य कंडों ने भी आग पकड़ ली और यह स्थिति बढ़ गई।

धुनी को बचाकर अग्नि शमन यंत्र का उपयोग

मंगलवार अपरान्ह श्री महाकालेश्वर मंदिर के भस्मी कक्ष में धुनी के कंडों में लगी आग को बुझाने के लिये श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मचारियों ने तत्परता दिखाई। मंदिर में लगे अग्निशमन यंत्रों का उपयोग किया गया। इस कार्य में भी धुनी को बचाकर अग्निशमन यंत्र का उपयोग करते हुए आग पर काबू पाया गया। फायर ब्रिगेड सूचना पर वहां पहुंची और शेष जिम्मेदारियां पूर्ण कीं।

कलेक्टर पहुंचे

अपरान्ह के समय महाकालेश्वर मंदिर के प्रथम तल में ओंकारेश्वर मंदिर के पीछे बने भस्मी कक्ष में धुनी के कंडों में आग लगने की खबर तत्काल फैली। कुछ ही देर में कलेक्टर कविन्द्र कियावत घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने यहां निरीक्षण किया। इस दौरान मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक जयंत जोशी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी दिलीप गरुड़, एसपी दीक्षित एवं समिति सदस्य उपस्थित थे।

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