November 16, 2024

समाज की प्रतिभाओं का किया सम्मान


रतलाम,01जुलाई (इ खबरटुडे)। शिक्षक चलता फिरता विद्यालय होता है। वह केवल पुस्तकों का ज्ञान नहीं देता है बल्कि जीवन दर्शन सिखाता है। कक्षा में बैठने वाले ही विद्यार्थी नहीं है, अपितु शिक्षक के आचार, विचार व्यवहार को अंगीकार करने वाले भी विद्यार्थी हैं। शिक्षक समाज सुधारक होता है। समाज को दिशा देने वाले कभी सेवानिवृत्त नहीं होते। यह विचार श्री त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण विकास परिषद के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अभिभाषक नंदकिशोर शर्मा ने व्यक्त किए।समाज प्रवक्ता हेमंत भट्ट ने बताया कि शिक्षा विभाग में 43 साल की सेवा के बाद दिलीप नगर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त हुए मनकामनेश्वर जोशी का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। समाज के नागेश्वर एकलिंगनाथ महादेव मंदिर गंगा आश्रम पर हुए कार्यक्रम में विकासखंड शिक्षा अधिकारी एमएल डामोर, समाज के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र प्रकाश भट्ट, संरक्षक गंगाराम आठमिया मंचासीन थे।
त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज, शिक्षक सांस्कृतिक मंच, हरिओम प्राथमिक विद्यालय आलनिया, दिलीप नगर सहित बांसवाड़ा, इंदौर, धार, उज्जैन सहित अन्य स्थानों से आए विद्यार्थियों एवं स्नेहीजनों ने अभिनंदन कर, शाल-श्रीफल भेंट किए। सभी ने इस अपेक्षा जाहिर कर कहा कि श्री जोशी समाज विकास में अहम योगदान देंगे।
दायित्वों का निर्वहन करें
अभिनंदन से अभिभूत हुए श्री जोशी ने कहा कि सभी को अपने दायित्वों का निवर्हन ईमानदारी के साथ करना चाहिए। खासकर शिक्षकों से आह्वान करता हूं कि कोई देखे या न देखे अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाएं।
प्रतिभाओं का किया सम्मान..
इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राजेश्वरी शर्मा, इंटक से लाइफटाइम अचीवमेंट प्राप्त सुरेशचंद्र जोशी, श्री त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण विकास परिषद मप्र-राजस्थान के उपाध्यक्ष सत्यदीप भट्ट का सम्मान किया गया। सरस्वती वंदना अनिल भट्ट ने प्रस्तुत की। स्वागत भाषण सुरेशचंंद्र जोशी ने दिया। संचालन ब्रजेंद्र नंदन मेहता ने किया। आभार राकेश एवं पीयूष जोशी ने माना।

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