November 22, 2024

शुरु होगा 8 दिवसीय अ.भा. कालिदास समारोह

नान्दी-कलश यात्रा के माध्यम से शहरवासियों को दिया न्यौता, सिंहस्थ का नजारा पेश

उज्जैन,22 नवंबर (इ खबरटुडे)। अखिल भारतीय कालिदास समारोह प्रारंभ होने जा रहा है। 8 दिनों में देश के ख्यातिनाम कलाकार यहां अपनी प्रस्तुतियां देंगे। शनिवार को सुबह रामघाट से कलश भरकर महाकालेश्वर मंदिर में पूजन-अर्चन किया गया और कलश यात्रा निकालकर पूरे शहर को समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया। सबसे पहले रामघाट में प्रात: 7.30 बजे माँ शिप्रा एवं कलश का पूजन विधि-विधान से किया गया। इस अवसर पर गुवाहाटी से आये दल ने भोर-ताल की प्रस्तुति दी। साथ ही विभिन्न प्रकार की वेशभूषा धारण किये कलाकारों ने सिंहस्थ का नजारा पेश करते हुए इस आयोजन में शामिल होने के लिये शहरवासियों को जोडऩे का प्रयास भी किया। कलश पूजन में मंत्री जैन, कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय डॉ.एस.एस.पाण्डेय, कलेक्टर कवीन्द्र कियावत और कालिदास संस्कृत अकादमी के प्रभारी निदेशक डॉ.पी.के.झा शामिल हुए।
कलश यात्रा में सिंहस्थ में निकलने वाली पेशवाई की तर्ज पर साधु-सन्तों की वेशभूषा में कई विद्यार्थी शामिल हुए। इस अवसर पर गुवाहाटी के जॉय डेका के कलाकारों ने भोरताल का संकीर्तन किया। महाकाल मन्दिर के सामने संस्कार भारती के कलाकारों द्वारा वृहद एवं आकर्षक रंगोली भी बनाई गई। कलश यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई अकादमी में पहुंचकर सम्पन्न हुई। इस दौरान यात्रा मार्ग पर लोक कलाकारों द्वारा भी प्रस्तुति दी गई। महाकवि कालिदास की रचनाओं पर आधारित झांकियों का भी प्रदर्शन इसमें किया गया।
आज मुक्ताकाशी मंच पर केन्द्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत, सांसद डॉ. मालवीय, राज्यसभा सदस्य डॉ. सत्यनारायण जटिया, मंत्री जैन सहित विधायकगणों की मौजूदगी में अ.भा. कालिदास समारोह का शुभारंभ होगा। इसी के साथ ही मूर्ति कला एवं चित्रकला प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया जायेगा। 8 दिनों तक यह कालिदास संस्कृत अकादमी में विभिन्न सांस्कृतिक-नाट्य प्रस्तुतियां होंगी।

श्री मोहन महर्षि एवं श्री महेश एलकुंचवार को रंगकर्म का राष्ट्रीय कालिदास सम्मान

रंगकर्म के क्षेत्र में मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित राष्ट्रीय कालिदास सम्मानों की घोषणा की गयी है। इसके अन्तर्गत वर्ष 2013-14 का यह सम्मान विख्यात रंग निर्देशक नई दिल्ली के श्री मोहन महर्षि को 22 नवम्बर को तथा वर्ष 2014-15 का सम्मान नागपुर के नाट्य लेखक श्री महेश एलकुंचवार को 23 नवम्बर को प्रदान किया जायेगा। इस सम्मान के अन्तर्गत दो लाख रुपए की राशि एवं प्रशस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है। श्री महर्षि एवं श्री एलकुंचवार को उज्जैन में अखिल भारतीय कालिदास समारोह के अवसर पर इन सम्मानों से अलंकृत किया जायेगा।

चित्रकला, मूर्तिकला के पुरस्कार भी घोषित

चित्रकला हेतु धनीराम खुशदिल कागड़ा की कृति उर्वशीमिलन, डॉ. प्रवीण कृष्णात्रे बड़वाह की कृति विक्रमोर्वशीयम, सुश्री तृप्ति शर्मा कोटा की कृति अभिसारिका एवं सुश्री धनेश्वरी मरावी भोपाल की कृति बहाना का चयन किया गया है। मूर्तिकला का एकमात्र पुरस्कार रवि मिश्रा जयपुर की कृति शिव को प्राप्त हुआ। यहां अ.भा. कालिदास समारोह अंतर्गत राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला स्पर्धा के माध्यम से देशभर से 152 कलाकृतियां प्राप्त हुई थीं।

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