November 15, 2024

मन्नत पूरी करने के लिए लिखते है अर्जियां पूरी होने पर गोलू देवता को चढ़ाते है घंटिया

अल्मोड़ा 20 अगस्त(इ खबरटुडे)तुषार कोठारी-गोलू देवता उत्तराखंड के न्याय के देवता हैं। नैनीताल जिले के घोड़ाखाल में प्रसिद्घ गोलू देवता का मंदिर घंटियों से सुशोभित है। जिन्हें कहीं से न्याय न मिले वह गोलू देवता की शरण में पहुंचते हैं और लोगों का मानना है कि यह देवता न्याय करते ही हैं।

सादे कागज के साथ स्टाम्प पेपर पर भी अर्जियां लिख कर बांधी जाती हैimages (1)
यहां स्टांप पेपर पर लिखकर लोग मन्नतें मांगते हैं और मन्नतें पूरी होने पर भगवान को धन्यवाद, घंटियां चढ़ाकर दी जाती है। गोलू देवता के प्रति लोगों की आस्था ये घंटियां ही बयां करती हैं। कई घंटियां तो 50-60 या उससे भी ज्यादा पुरानी हैं। लोग मंदिर में आकर 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के गैर-न्यायिक स्टांप पेपर पर लिखित में अपनी-अपनी अपील करते हैं और जब उनकी अपील पर सुनवाई हो जाती है तो वे फीस के तौर पर यहां आकर घंटियां तथा घंटे बांधते हैं।
खास बात यह है कि इन घंटियों को आप बजा नहीं सकते, क्योंकि भले घंटियों से मधुर ध्वनि निकलती हो लेकिन यदि इन्हें कई लोग एकसाथ बजाएं तो इसकी ध्वनि कैसी होगी, इसका अंदाजा आप भी लगा सकते हैं। इस मंदिर में इन घंटियों को कुछ इस तरह से बांध कर रखा गया है ताकि कोई बजा न सके। गोलू देव उत्तराखंड के कुमायू के एक ऐतिहासिक देवता हैं। वह चम्पावत के चंद राजा के पुत्र थे। इन्हें न्याय का प्रतीक माना जाता है।
33786169इस मंदिर में प्रवेश करें तो थोडा झुक कर कीजिये। वरना गोलू देवता के लिए चढ़ाई गई घंटियों से आपका सर टकरा सकता है। इस मंदिर को आप घंटियों का मंदिर भी कह सकते है। यंहा हजारो की तादाद में घंटिया बंधी हुई है। ये घंटिया उन लोगो ने बांधी है जिन्होंने अपनी मन्नते पूरी करने के लिए गोलू देवता को बाकायदा अर्जी लिख कर दी थी और ये अर्जियां मन ली गई तो उसके बदले घंटी चढ़ाई गई। घंटियों के साथ ही यंहा हजारो अर्जियां भी चढ़ाई गई है जिन्हें पूरा होना बाकि है।
 गोलू देवता का यह मंदिर अल्मोड़ा से करीब 8 किमी दूर चितई गाव में स्थित है। दूर दराज तक के लोगो के लिए उनकी किसी भी प्रकार की समस्या दूर करने का आखरी उपाय गोलू देवता को अर्जी लिखना है। लड़की का वैवाहिक जीवन कष्ट में हो या उसे संतान न हो रही हो,नौकरी में तबादला ना हो रहा हो या अफसर परेशान करता हो,या कोर्ट का केस ही क्यों न हो हर समस्या के लिए लोग गोलू देवता को अर्जी लिख कर यंहा बांधते है। यहाँ तक क़ि सादे कागज के साथ बाकायदा स्टाम्प पेपर पर भी अर्जियां लिख कर बांधी जाती है।

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