भोजशाला के बाहर धरने पर बैठे शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती
धार,12 फरवरी,(इ खबरटुडे)।वसंत पंचमी पर आज भोजशाला में पुलिस-प्रशासन और हिंदू संगठनों के लिए परीक्षा की घड़ी है। प्रशासन से खफा होकर शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती भोजशाला के बाहर धरने पर बैठ गए। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
यज्ञ में आहूति डालने के लिए लंबी लाइन
भोज उत्सव समिति और हिंदू जागरण मंच ने भोजशाला के बाहर मोतीबाग में बनाए गए हवनकुंड में शुक्रवार सुबह यज्ञ के साथ पूजा शुरू कर दी, उन्होंने कहा सरकार का रवैया ठीक नहीं, हम अंदर पूजा नहीं करेंगे।अब तक सैकड़ों लोग भोजशाला में दर्शन कर चुके हैं और यज्ञ में आहूति डालने के लिए लंबी लाइन लगी है। उधर लाल बाग से शोभा यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं।
कुर्ते-पायजामे में तैनात पुलिस को लेकर हिंदू संगठनों की अधिकारियों से बहस
धार जिले के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्र और भाजपा के संभागीय संगठन मंत्री शैलेंद्र बरुआ के बीच सर्किट हाउस में मंत्रणा जारी। इससे पहले सुबह पूजन की सारी सामग्री भोजशाला के अंदर ले जाई गई थी, जिसे फिर बाहर लाया गया। इस दौरान कुर्ते-पायजामे में अंदर तैनात पुलिस को लेकर हिंदू संगठनों की अधिकारियों से बहस भी हुई। उधर मानखिड़की सहित भोजशाला के आस-पास के इलाकों में प्रशासन पर सख्ती बरतने का आरोप लगाया गया है।
तीसरी बार ऐसी स्थिति
तीसरी बार पूजा और नमाज एक साथ करवाने की चुनौती है। वर्ष 2006 और 2013 में भी इसी तरह की स्थिति से जूझना पड़ा था।
प्रशासन ने खरीदे 500 कुर्ते-पायजामे
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन राजनीति कर रहा है। अफसरों ने शहर की दुकानों से 500 कुर्ते-पायजामे खरीद लिए हैं। हिंदू समाज यदि पूजा बाहर करता है तो पुलिसकर्मियों को कुर्ते और भगवा दुपट्टे पहनाकर भोजशाला में डमी पूजा करवा दी जाएगी।