November 18, 2024

बाढ़ एवं अतिवर्षा की स्थिति से निपटने हेतु पूर्व तैयारियों संबंधी बैठक आयोजित

रतलाम28 मई (इ खबरटुडे)। वर्षाकाल में अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति में उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिये समस्त आवश्यक तैयारियॉ पुख्ता रूप में पूर्व से ही सुनिश्चित कर ली जाये।

यदि वर्षा काल में इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न होने पर आमजनता को परेशानियॉ उत्पन्न होती हैं और आवश्यक प्रबंध तुरंत मुहैया कराने में असफल रहते हैं तो जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। उक्त चेतावनी कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बाढ़ एवं अतिवर्षा की स्थिति से निपटने हेतु पूर्व तैयारियों संबंधी आयोजित बैठक में अधिकारियों को दी। बैठक में पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने आज बैठक में अतिवर्षा एवं बाढ़ के कारण जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही नगरीय निकायों में उत्पन्न होने वाली समस्त परिस्थितियों का आकलन करते हुए एवं पूर्व अनुभवों को देखते हुए आवश्यक प्रबंध  करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा हैं कि स्थिति से निपटने के लिये सभी अनुविभागीय अधिकारी थाना स्तर या तहसील स्तर पर राहत एवं बचाव दलों का पृथक-पृथक रूप से गठन करना सुनिश्चित करें।
दलों की बैठकें लेकर सभी अधिकारी, कर्मचारियों के उनके दायित्व निर्वहन संबंधी आवश्यक जानकारियों से भलीभांति अवगत करावें। आपदा की स्थिति में प्रत्येक व्यक्ति को अच्छी तरह से पता होना चाहिए कि उसे क्या करना हैं। उन्हें  किससे निर्देश प्राप्त करना हैं और किन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल परिस्थितियों से अवगत कराना है। बैठक में पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा ने गत वर्ष में आलोट क्षेत्र, डेलनपुर एवं रतलाम शहर में उत्पन्न परिस्थितियों और चुनौतियों के बारे में अवगत कराते हुए कहां कि ऐसी स्थितियों के निर्मित होने से बचाव की समस्त तैयारियॉ पूर्व से ही किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
नगर निगम एवं सड़क विकास प्राधिकरण को निर्देश जारी करें
कलेक्टर ने एडीएम धर्मेन्द्रसिंह को निर्देशित किया हैं कि रतलाम शहर में अमृत सागर तालाब के अतिरिक्त विभिन्न नालों के कारण गत वर्ष में जल भराव की स्थिति उत्पन्न होने और आम नागरिकों को होने वाली तकलिफों से निजात दिलाने के लिये चिन्हित क्षेत्रों में पुख्ता प्रबंध किये जाने हेतु नगर निगम आयुक्त को लिखित में निर्देशित करे। इसके साथ ही डेलनपुर क्षेत्र में बनी पुलिया में जल निकासी के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण रहवासियों को होने वाले खतरों से बचाने के लिये आवश्यक कार्यवाही हेतु म.प्र.सड़क विकास प्राधिकरण के अधिकारी को भी पत्र के द्वारा निर्देशित किया जाये। उन्होने कहा हैं कि इस प्रकार की दुबारा परिस्थितियॉ निर्मित होने पर संबंधित अधिकारियों की जवाब देही तय की जाकर कार्यवाही की जायेगी।
सरपंचों की बैठके आयोजित करें
कलेक्टर ने अतिवर्षा से प्रभावित होने वाले गॉवों को चिन्हाकिंत कर सरपंचों की बैठक लेने के निर्देश दिये है। उन्होने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया हैं कि गॉव में लोगों को जागरूक किया जाये कि अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति में प्रशासन द्वारा किये जाने वाले इंतजामों के अनुसार निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी प्रकार की जनधन हानि से समय रहते बचा जा सकें।
जर्जर भवनों का उपयोग न हो, रपटों पर संकेतक लगाये
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि शासकीय जर्जर भवनों का किसी भी प्रकार से उपयोग नहीं किया जाये। ऐसे भवनों में शालाओं का संचालन नहीं किया जाये और न ही ऐसे स्थानों पर आश्रय स्थल बनाये जाये। उन्होने कहा कि जिन निजी भवनों की हालत जर्जर हो चुकी हैं समय रहते उनकों गिराने की कार्यवाही की जायें ताकि नुकसान से बचा जा सकें। कलेक्टर ने बारिश के कारण छोटी-छोटी पुलिया और रपटों के उपर से पानी के निकलने और उनके उपयोग से होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिये संकेतक लगाने के निर्देश भी दिये। उन्होने कहा कि अतिवर्षा एवं पुलियाओं पानी बहने की स्थिति में पुलिया पर जिन विभागों के द्वारा सड़के निर्मित की गई हैं उनका एक कर्मचारी अनिवार्य रूप से मौजूद रहेगा। उसके साथ ग्राम कोटवार एवं पटवारी भी मौजूद रहेगें ताकि लोगों को आवागमन करने से रोका जा सकें।

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