December 25, 2024

नगर निगम सम्मेलन:निगम आयुक्त का शहर में रुके हुए विकास कार्यो पर कोई ध्यान नहीं -महापौर

ratlam copy

पार्षदों ने शहर में विकास कार्यो में लगातार रुकवाटों पर जताई कड़़ी नाराजगी

रतलाम,24 दिसम्बर (इ खबरटुडे)।नगर निगम का साधारण सम्मेलन सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे अध्यक्ष अशोक पोरवाल की अध्यक्षता में प्रारंभ हुआ। प्रारंभ के साथ ही पक्ष और विपक्ष के पार्षदों ने शहर में विकास काम नहीं होने और लगातार रुकवाटों पर कड़़ी नाराजगी जताई। शुरुआत में ही पार्षदों ने कहा कि शहर में न तो सड़कें बन रही है, न नालियां न पैचवर्क तक हो रहा है।पार्षद लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन नगर निगम के इंजीनियर और अधिकारी-कर्मचारी इतनी मोटी चमड़ी के हैं कि जानबूझ कर काम नहीं कर रहे हैं। सीवरेज खुदाई और इसके बाद भी सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई है।

नियम में होने के बाद भी सड़क निर्माण तो दूर ठीक तरीसे अधिकांश इलाकों में पैचवर्क भी नहीं किया गया है जिससे लोग आज तक जनप्रतिनिधियों से आक्रोशित हैं। अन्य पार्षदों ने भी कहा कि सीवरेज परियोजना का ठीक तरीके से परिपालन नहीं हो पाने से शहरवासियों के मन में योजना और जनप्रतिनिधियों के प्रति अच्छा संदेश नहीं गया है।

उन्होंने मांग की कि सड़कों पर पैचवर्क का काम तत्काल प्रारंभ किया जाए। इसके अतिरिक्त कुछ पार्षदों ने कहा कि वार्ड में नाली और नालों की सफाई भी ठीक से नहीं हुई है।

नई नालियों और पानी निकासी नहीं होने की शिकायतों पर भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। सदन के प्रारंभ में ही भारी गहमा गहमी के बाद कांग्रेस के पार्षदों ने नेताप्रतिपक्ष यास्मीन शेरानी के नेतृत्व में वाकआउट कर दिया। कांग्रेसियों के सदन से बाहर जाने के बाद भी सदन की कार्रवाई जारी रखी गई।

इस दौरान पार्षदों के गुस्से और आक्रोश के बीच महापौर डॉ सुनीता यार्दे ने भी अधिकारियों की उदासीनता के प्रति जमकर नाराजगी जताई। महापौर ने सीधे आयुक्त पर निशाना साधते हुए कहा कि आयुक्त शहर में विकास कार्यो और रुके काम को पूरा करने में रुचि नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के पहले से शहर में विकास काम रुके हुए हैं जिनपर कोई अलम नहीं किया जा रहा है।

जनता के आक्रोश के बाद विधानसभा चुनाव की आचार संहिता का बहाना बना लिया गया। अब कुछ महीने बाद लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग जाएगी, लेकिन इसके बीच में जो समय है उसमें कई विकास काम पूरे किए जा सकते हैं।

उन्होंने नाराजगी जताई कि जानबूझ कर अधिकारियों की मनमानी से पार्षदों और जनप्रतिनिधियों का काम रोका जा रहा है।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds