November 16, 2024

‘द ताशकंद फाइल्स’ की रिलीज पर छाए संकट के बादल, शास्त्री जी के पोते ने की रिलीज पर रोक की मांग

नई दिल्ली,10अप्रैल (इ खबरटुडे)। फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी के बाद अब विवेक अग्निहोत्री फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ की रिलीज पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र द्वारा कानूनी नोटिस दिया गया है. विवेक ने कहा कि लाल बहादुरी शास्त्री के पौत्र ने फिल्म को लेकर एक आपत्ति जताई है और इसकी रिलीज रोकने को कहा है.

विवेक ने बताया, “हमें देर रात फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करने वाला कानूनी नोटिस मिला. तीन दिन पहले ही हमने दिल्ली में फिल्म की स्क्रीनिंग की थी, जिसमें उन्होंने (शास्त्री के पौत्र) फिल्म देखी थी और उन्हें फिल्म पसंद भी आई थी व उन्होंने उसकी तारीफ भी की थी.”

उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, लेकिन मुझे ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के शीर्ष परिवार से किसी ने उन्हें हमें कानूनी नोटिस भेजने के लिए उकसाया है. यह कोई प्रोपगेंडा फिल्म नहीं है. मुझे नहीं पता कि लोगों को फिल्म से क्या दिक्कत है.”विवेक ने कहा, “मैंने अभी नोटिस का जवाब नहीं दिया है.”

नोटिस में लगाए हैं ये आरोप

पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र द्वारा जो नोटिस भेजा गया है उसमें उन्होंने कई मुद्दों को उठाया गया है. नोटिस में यह आरोप लगाया गया है कि ‘फिल्म अनुचित और अनावश्यक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही फिल्म समाज के एक बड़े वर्ग की भावनाओं को आहत भी करेगी.’

साथ ही नोटिस में ये भी कहा गया है कि ये बात पब्लिक डोमेन और आधिकारिक रिकॉर्ड में है कि शास्त्री जी की मौत के पीछे कोई भी संदिग्ध सवाल नहीं है. डॉक्टर्स की ज्वाइंट इन्वेस्टिगेटिंग टीम ने भी इस मामले में कोई भी संदिग्धता नहीं पाई थी.

रिलीज पर लग सकती है रोक

फिल्म को शुक्रवार को रिलीज करने की योजना है, हालांकि अब इस फिल्म की रिलीज पर संकट के बादल नजर आ रहे हैं. बुधवार को चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के दौरान कोई भी राजनीतिक या ऐसी फिल्म जो कि लोगों को प्रभावित कर सकती है नहीं रिलीज की जाएगी. हालांकि इस फिल्म को लेकर चुनाव आयोग की ओर से अभी स्थिति क्लियर नहीं की गई है.

चुनाव आयोग ने कहा, साथ ही चुनाव आयोग ने ये भी कहा है कि लोकसभा चुनावों के बीच जितनी भी बायोपिक रिलीज हो रही हैं, उनके लिए एक कमेटी बनेगी. रिव्यू के बाद ही ऐसी फिल्म रिलीज होंगी. बायोपिक या फिर ऐसी फिल्में जो लोगों को प्रभावित कर सकती हैं और जिससे राजनीतिक पार्टियों को किसी भी लेवल पर फायदा हो सकता है, वो लोकसभा चुनावों तक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में नहीं दिखाई जा सकतीं.

आपको बता दें कि इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, पल्लवी जोशी, श्वेता बसु, पंकज त्रिपाठी, मिथुन चक्रवर्ती और विनय पाठक प्रमुख भूमिकाओं में हैं. भारत-पाकिस्तान के बीच 1965 युद्ध की समाप्ति पर दोनों देशों के बीच हुए ताशकंद समझौते के तुरंत बाद 1966 में लाल बहादुर शास्त्री का रहस्यमयी परिस्थितियों में निधन हो गया था. यह फिल्म इसी पर आधारित है.

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