ग्राम करमदी के विकास में कोई कसर नहीं रखेंगे – काश्यप
20 लाख की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण कार्य का शुभारंभ
रतलाम,14 अगस्त(इ खबरटुडे)।विधायक, राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने ग्राम करमदी में 20 लाख की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य का भूमिपूजन कर शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि करमदी के विकास में कोई कसर नहीं रखेंगे। ग्राम में पुलिया छोटी है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से इस बारे में चर्चा हुई है।उन्होंने स्टीमेट बनाकर देने को कहा है। जल्द ही यह समस्या भी दूर हो जाएगी। उन्होंने ग्राम में मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल) योजना के हितग्राहियों को पंजीयन प्रमाण-पत्र भी वितरित किए।
समारोह के आरंभ में श्री काश्यप ने सरपंच विनोद वर्मा, उपसरपंच ईश्वर चौहान, जिला महामंत्री मनोहर पोरवाल, मण्डल अध्यक्ष संतोष पोरवाल, मण्डल महामंत्री गोपाल शर्मा के साथ भूमिपूजन किया। समारोह में उन्होंने कहा कि करमदी में नल-जल योजना एक सप्ताह में आरंभ हो जाएगी।
स्ट्रीट लाईट की समस्या पहले दूर की थी, अभी लाईटें बंद होने की जानकारी मिली है, जिसे जल्द ही दुरस्त कर चालू करवा दिया जाएगा। नमकीन क्लस्टर में 100 से अधिक उद्योग लगेंगे। इनमें शहर के साथ ग्राम के लोगों को भी पूरा लाभ मिलेगा। ग्राम में सामुदायिक भवन की कमी पूरी हो रही है। इसके लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने 20 लाख रूपए की स्वीकृति दी है।
श्री काश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व मंे प्रदेश में चौतरफा विकास कार्य हो रहे है। सड़क और उद्योग से ही विकास नहीं होता। आमजन के हितों का संरक्षण भी विकास के लिए आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने इसीलिए मध्यप्रदेश में सबसे पहले संबल योजना शुरू की है। जिससे हितग्राहियों को कई प्रकार के लाभ मिलेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2022 तक कोई कच्चा मकान नहीं रहेगा। करमदी में भी सारे मकान पक्के बनाए जाएंगे।
भाजपा जिला महामंत्री श्री पोरवाल ने कहा कि विधायक श्री काश्यप ने शहर के साथ जुड़े ग्रामों के विकास में कोई कसर नहीं रखी है। सरपंच श्री वर्मा ने कहा कि ग्रामीणों को मांगलिक भवन नहीं होने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। भवन निर्माण से अब कोई समस्या नहीं रहेगी। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट सुरेश वर्मा ने किया। आभार राजेश शर्मा ने माना। इस दौरान पूर्व सरपंच अम्बालाल पाटीदार, दशरथ मईड़ा, पंच विष्णुबाई सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।