आग में घी’ डालने पर पाक को भारत का करारा जवाब, अमेरिका ने भी दिया झटका
नई दिल्ली/इस्लामाबाद 12जुलाई(इ खबरटुडे)।आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में भड़के तनाव पर आज भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक टकराव पैदा हो गया. भारत ने पाकिस्तान की टिप्पणियों पर कहा कि इससे ‘आतंकवाद से उसके लगातार जुड़ाव तथा इसे उसके द्वारा राज्य की नीति के औजार के रूप इस्तेमाल किए जाने’ का पता चलता है.
भारत ने पाकिस्तान से यह भी कहा कि वह अपने पड़ोसियों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने से परहेज करे. इस बीच अमेरिका ने कह दिया है कि कश्मीर भारत का एक आंतरिक मामला है.
पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त तलब
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी और अन्य लोगों के मारे जाने पर ‘चिंता प्रकट करने के लिए’ आज भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावले को तलब भी किया. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ‘हमने भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर में स्थिति पर पाकिस्तान की तरफ से आए बयान देखे हैं. इनसे आतंकवाद से पाकिस्तान के लगातार जुड़ाव तथा उसके द्वारा इसे राज्य की नीति के औजार के रूप में इस्तेमाल किए जाने का पता चलता है.’
भारत ने की है सख्त टिप्पणी
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान को सलाह दी जाती है कि वह अपने पड़ोसियों के आतंरिक मामलों में दखल देने से परहेज करे.’ भारत की टिप्पणी तब आई जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने वानी के मारे जाने पर ‘दुख’ व्यक्त करते हुए बयान जारी किया. कश्मीर में प्रदर्शनकारियों के मारे जाने पर शरीफ के ‘चुप’ रहने पर विपक्ष उन पर लगातार हमले कर रहा था. शरीफ के कार्यालय ने एक बयान जारी कर घटना पर ‘चिंता’ जाहिर की थी.
पाकिस्तान ने आतंकी के मारे जाने पर दुख जताया
बयान में कहा गया था, ‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों द्वारा कश्मीरी नेता बुरहान वानी तथा अन्य कई लोगों को मार दिये जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया है.’ पाकिस्तानी विदेश सचिव ने भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावले को तलब किया और कश्मीर में कश्मीरी नेता बुरहान वानी और कई अन्य लोगों के मारे जाने पर पाकिस्तान की ‘गंभीर चिंता’ प्रकट की.
पाकिस्तान ने की थी निंदा
उन्होंने कहा कि ‘न्यायेतर हत्याओं के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे बेगुनाह नागरिकों पर अत्यधिक बल प्रयोग निंदनीय है और जीवन के अधिकार, अभिव्यक्ति और विचारों की आजादी के अधिकार, शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार, शांतिपूर्ण तरीके से एकत्रित होने के अधिकार और अन्य मौलिक अधिकारों का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है.’ इस्लामाबाद में एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पाकिस्तानी विदेश सचिव ने कश्मीर में प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी किए जाने की भी निंदा की.
हाफिज सईद भी कूटनीतिक टकराव में कूदा
मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद भी कूटनीतिक टकराव में कूद गया है. उसने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बयानों का स्वागत किया. उसने कहा कि पाकिस्तान सरकार को ऐसे समय मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाना चाहिए जब आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए ‘आंदोलन’ ने गति पकड़ ली है. इस बीच अमेरिका ने कहा कि कश्मीर भारत का एक आंतरिक मामला है. सभी पक्षों को हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में भड़के तनाव का शांतिपूर्ण समाधान निकालने का प्रयास करना चाहिए.
अमेरिका ने कहा ‘कश्मीर भारत का आंतरिक मामला’
अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने कश्मीर में भारतीय बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों की खबरें देखी हैं और हम हिंसा से चिंतित हैं. हम सभी पक्षों को शांतिपूर्ण समाधान ढूंढ़ने की दिशा में काम करने को प्रोत्साहित करते हैं.’ प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने इस मुद्दे पर भारत से बात नहीं की है क्योंकि यह भारत का आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा, ‘हमने बात नहीं की है. यह भारत सरकार का आंतरिक मामला है.’