UP Jewar Airport: जेवर एयरपोर्ट के बहाने विपक्ष पर निशाना,पहले जो सरकारें रहीं, उनकी खींचतान में उलझा रहा उत्तर प्रदेश
लखनऊ,25 नवंबर (इ खबरटुडे)। पीएम नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में गुरुवार को जेवर (नोएडा) इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इस एयरपोर्ट का निर्माण 2024 में पूरा होगा। इसे एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बताया जा रहा है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को ग्रीन फील्ड की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
इस मौके पर पीएम मोदी को जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी खास डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। शिलान्यास के बाद पीएम मोदी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पिछली सरकार पर जमकर निशाना साधा और बताया कि किस तरह डबल इंजन की सरकार में यूपी का तेजी से विकास हो रहा है।
पीएम मोदी के भाषण की 10 अहम बातें
21वीं सदी का नया भारत आज एक से बढ़कर एक बेहतरीन आधुनिक infrastructure का निर्माण कर रहा है। बेहतर सड़कें, बेहतर रेल नेटवर्क, बेहतर एयरपोर्ट ये सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स ही नहीं होते बल्कि ये पूरे क्षेत्र का कायाकल्प कर देते हैं, लोगों का जीवन पूरी तरह से बदल देते हैं।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तरी भारत का logistic गेटवे बनेगा। ये इस पूरे क्षेत्र को नेशनल गतिशक्ति मास्टरप्लान का एक सशक्त प्रतिबिंब बनाएगा।
हमारे देश में कुछ राजनीतिक दलों ने हमेशा अपने स्वार्थ को सर्वोपरि रखा है। इन लोगों की सोच रही है- अपना स्वार्थ, सिर्फ अपना खुद का, परिवार का विकास। जबकि हम राष्ट्र प्रथम की भावना पर चलते हैं। सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास, यही हमारा मंत्र है।
इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे लिए राजनीति का नहीं बल्कि राष्ट्रनीति का हिस्सा है। हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रोजेक्ट्स अटके नहीं, लटके नहीं, भटके नहीं। हम ये सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि तय समय के भीतर ही इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा किया जाए।
यूपी में और केंद्र में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने कैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को नजरअंदाज किया, उसका एक उदाहरण ये जेवर एयरपोर्ट भी है। दो दशक पहले यूपी की भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट का सपना देखा था।
लेकिन बाद में ये एयरपोर्ट अनेक सालों तक दिल्ली और लखनऊ में पहले जो सरकारें रहीं, उनकी खींचतान में उलझा रहा। यूपी में पहले जो सरकार थी उसने तो बाकायदा चिट्ठी लिखकर, तब की केंद्र सरकार को कह दिया था कि इस एयरपोर्ट के प्रोजेक्ट को बंद कर दिया जाए।
अब डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से आज हम उसी एयरपोर्ट के भूमिपूजन के साक्षी बन रहे हैं। पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को अभाव और अंधकार में बनाए रखा,पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को हमेशा झूठे सपने दिखाए, वही उत्तर प्रदेश आज राष्ट्रीय ही नहीं, अंतर्राष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है।
आज़ादी के 7 दशक बाद, पहली बार उत्तर प्रदेश को वो मिलना शुरु हुआ है, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है। डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से, आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे कनेक्टेड क्षेत्र में परिवर्तित हो रहा है।
हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान रोज़गार के हजारों अवसर बनते हैं। हवाई अड्डे को सुचारु रूप से चलाने के लिए भी हज़ारों लोगों की आवश्यकता होती है। पश्चिमी यूपी के हजारों लोगों को ये एयरपोर्ट नए रोजगार भी देगा।