रामलला की प्राणप्रतिष्ठा को लेकर जबर्दस्त उत्साह,झण्डों और पटाखों की जबर्दस्त बिक्री,बाजार में माल की कमी,दिनों दिन बढ रहे हैं भाव
रतलाम,16 जनवरी (इ खबरटुडे)। 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम लला के प्राणप्रतिष्ठ महोत्सव को लेकर आमलोगों में जबर्दस्त उत्साह है और इसका असर बाजारों में हो रही भगवा झण्डों और पटाखों की बिक्री पर नजर आ रहा है। झण्डों और पटाखों की जबर्दस्त खरीददारी हो रही है और बाजार में इनकी कमी हो गई है। व्यवसायी मांग पूरी नहीं कर पा रहे है। परिणाम यह है कि झण्डों और पटाखों के भाव दिनों दिन बढने लगे है। इसी तरह बिजली की सीरीजों की बिक्री में भी जबर्दस्त उछाल है। पटाखों की बिक्री का आलम तो ये हो गया है कि दीवाली जैसा माहौल अभी से बनने लगा है। जिला प्रशासन भी पटाखा व्यवसाय के लिए लाइसेंस देने पर विचार कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जनवरी को घर घर में दीवाली मनाए जाने के आïव्हान के चलते आम लोग भगवा झण्डे और पटाखों की खरीददारी कर रहे हैैं। शहर के बाजार भगवा झण्डो से पट गए है। शहर के अलग अलग इलाकों में निकाली जा रही प्रभात फेरियों के लिए जहां सामूहिक तौर पर झण्डों की खरीददारी की जा रही है,वहीं लोग अपने घरों पर फहराने के लिए भी भिन्न भिन्न प्रकार के भगवा झण्डे खरीद रहे है। इन झण्डों में किसी पर बजरंग बली के चित्र बने है,तो किसी पर जय श्री राम लिखा हुआ है। कुछ झण्डों पर ओम लिखा गया है,जबकि भगवान राम के चित्र वाले झण्डे भी मौजूद है।
झण्डों के व्यवसाय से जुडे सिद्धार्थ गांधी ने बताया कि पिछले करीब दस दिनों से झण्डों की जमकर खरीददारी हो रही है। इसके साथ ही राम मन्दिर के माडल,राम मन्दिर की लाइटिंग वाली फ्रैम,भगवान राम के चित्र इत्यादि की भी जमकर खरीददारी हो रही है। लेकिन सबसे ज्यादा खरीददारी भगवा झण्डों की हो रही है। भगवा झण्डों की बिक्री का आलम यह है कि अब तक शहर में लगभग डेढ लाख झण्डे लोगों द्वारा खरीदे जा चुके हैैं और ये सभी झण्डे घरों पर लगाने के लिए खरीदे गए है। श्री गांधी के मुताबिक बाजार में 8 रु. से लेकर 300 रु. कीमत के दो फुट से लेकर तीस तीस फीट के झण्डे उपलब्ध है,लेकिन जबर्दस्त मांग के चलते इनके भाव बढते जा रहे है।
रतलाम के व्यवसायी,दिल्ली और गुजरात जैसे स्थानों से झण्डे मंगा रहे है,लेकिन थोक व्यवसायी भी बढी हुई मांग को पूरा करने में असमर्थ हो रहे है,इसी का असर है कि झण्डों के भाव लगातार बढते जा रहे है। श्री गांधी ने बताया कि शहर में आठ से दस बडे व्यवसायी झण्डों का व्यवसाय कर रहे है,जबकि करीब सौ दुकानों पर भगवा झण्डे बेचे जा रहे हैैं। व्यवसाईयों का कहना है कि झण्डों की बिक्री में अभी और उछाल आने की संभावना है।
पटाखे भी आसमान पर
22 जनवरी के दिन दीवाली मनाने के लिए शहर के लोग बडी तादाद में पटाखे खरीद रहे है। इसका असर ये हो रहा है कि बाजार में पटाखंों की कमी हो गई है और इस वजह से पटाखों की कीमतें भी आसमान छूने लगी है। मजेदार बात यह है कि पटाखों की कीमत दीवाली की कीमतों से भी अधिक हो गई है। शहर में पटाखों का थोक कारोबार करने वाले व्यवसायी मांग को पूरा नहीं कर पा रहे है।
रतलाम में पटाखों का थोक व्यवसाय करने वाले व्यवसाईयों का कहना है कि शहर में पटाखों की बिक्री दीवाली जैसा माहौल बनाती हुई दिख रही है। पटाखा व्यवसाईयों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि अचानक से पटाखों की जबर्दस्त मांग आएगी। आमतौर पर दीवाली के पटाखों का उपयोग शादी ब्याह के कार्यक्रमों में होता है,और पटाखा व्यवसायी इसी हिसाब से स्टाक रखते है। लेकिन इस बार 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के चलते बडी संख्या में लोग पटाखों की खरीददारी कर रहे हैैं।
पटाखा व्यवसायी विमल पोखरना के मुताबिक,पटाखा व्यवसाईयों को उम्मीद है कि आखरी के तीन दिन यानी,20,21 और 22 जनवरी को पटाखों की जबर्दस्त बिक्री होगी। श्री पोखरना के मुताबिक रतलाम में अधिकांश पटाखें इन्दौर मण्डी से मंगवाए जाते है। इन्दौर में पटाखा मण्डी में हलचल तेज हो गई है।
जिला प्रशासन द्वारा भी लोगों में पटाखों की मांग को देखते हुए दीवाली की ही तरह पटाखा विक्रय के लाइसेंस देने पर विचार किया जा रहा है। एसडीएम संजीव केशव पाण्डेय ने इ खबरटुडे को बताया कि इस विषय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निर्णय लिया जाएगा।
बिजली सीरीजों की भी कमी
बाजार में बिजली सीरीजों की भी कमी हो गई है। घरों पर विद्युत सज्जा करने के लिए बडी संख्या में लोग सीरीज खरीद रहे है। इस व्यवसाय से जुडे लोगों की भी यही दिक्कत है कि उन्हे पहले इस बात का अंदाजा नहीं था,कि अचानक से इसकी मांग बढने वाली है। यही हाल किराये पर विद्युत सज्जा करने वालों का भी है। उन्हे भी कई ग्र्राहकों को लौटाना पड रहा है।