February 1, 2025

Master mind in theft/बर्तन कारोबारी के घर में एक करोड़ की चोरी में मास्टर माइंड निकली बहू

thift in indore

इंदौर 16 अक्टूबर(इ खबरटुडे)। चंदन नगर पुलिस ने गुमाश्ता नगर में बर्तन कारोबारी के घर से एक करोड़ रुपये की चोरी के मामले का पर्दाफाश कर दिया है।

जानकारी के अनुसार घर की बहू राहुल अग्रवाल की पत्नी माधुरी ने अपने भाई वैभव पिता शंकरलाल निवासी वेंकटेश नगर के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। बहू ने योजनाबध्द तरीके से घर का दरवाजा खुला रखा था ताकि घर में आसानी से प्रवेश कर माल चुराया जा सके।

पुलिस ने 85 लाख रुपये के जेवर भी बरामद कर लिए हैं। जो अरोपियो ने एक पोटली में बांधकर छिपा रखे थे। चोरी में सहयोग करने के लिए पुलिस ने अरबाज पिता याकूब निवासी मोमिनपुरा को भी गिरफ्तार कर लिया है।

मालूम हो कि रोहित और राहुल पिता कैलाश अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनके घर में बुधवार शाम को चोरी हो गई। रोहित ने बताया कि रोज की तरह पिता, छोटा भाई राहुल और मैं दुकान पर चले गए थे। घर पर मां कोमल, पत्नी, छोटे भाई की पत्नी और बेटी क्रिशा घर पर थे। दोपहर करीब दो बजे पत्नी किसी काम से बाजार चली गईं थीं।

शाम को करीब छह बजे मां की तबियत खराब हुई तो भाभी माधुरी और उनकी बेटी क्रिशा उन्हे अस्पताल ले गई। करीब दो घंटे बाद जब पत्नी और बेटी मां के साथ वापस आई तो देखा कि मुख्य दरवाजे का ताला टूटा है और घर में चोरी हो चुकी है।

रोहित ने पुलिस को बताया कि गहने पुराने और पुश्तैनी हैं। ऐसे में उनकी सही कीमत बताना मुश्किल है लेकिन उनकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है। इस सनसनीखेज घटना को लेकर शुरू से ही करीबियों पर शक था। उसने शुक्रवार को घर में काम करने वाली सहायिकाओं से ढाई घंटे तक पूछताछ की। इसके साथ ही परिवार के सभी सदस्यों से भी सवाल पूछे।

एसपी (पश्चिम) महेशचंद जैन और एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि घटना वाले दिन घर में दो लोग पैदल जाते हुए दिखे। करीब 20 मिनट बाद ये लोग घर से निकल कर कुछ दूर गए और ऑटो में बैठकर रवाना हो गए। घर के सामने फुटेज में दोनों की पहचान नहीं हो पाई थी।

पुलिस जांच में इन दोनों के हुलिए से मिलते व्यक्ति दशहरा मैदान तरफ ऑटो से उतरते दिखे और फिर एक्टिवा पर सवार होकर जाते दिखे। कैमरों की जांच में पता चला कि इनमें से एक हुलिए से मिलता व्यक्ति घर में आता-जाता था और उसकी पहचान वैभव के रूप में हुई। वैभव से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।

योजना के मुताबिक माधुरी ने मुझे जानकारी दे दी थी कि बुधवार को घर में कोई नहीं रहेगा। मैं सासुजी को लेकर डाक्टर के पास जाऊंगी। घर का दरवाजा खुला रहेगा। मैंने अपने कमरे में जेवर व सामान रख दिया है। अन्य कमरों में जाकर अलमारी का तोला तोड़कर सामान ले जाना। मैंने अपनी दुकान पर काम करने वाले अरबाज को साथ लेकर योजना के अनुसार सारा माल उड़ा दिया।

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