Shops closed/जबरन दुकानें बंद करवा रहे शिवसैनिक, बेस्ट की बसों में भी तोड़फोड़
मुबंई,11 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में किसानों और अन्य लोगों की मौत के विरोध में 11 अक्टूबर, सोमवार को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया गया है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी ने यह बंद बुलाया है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ ही अन्य छोटे दलों ने बंद का समर्थन किया है।
हालांकि अधिकांश स्थानों पर बंद का असर नहीं दिख रहा है। मुंबई में कई स्थानों पर शिवसैनिकों ने जबरन दुकानें बंद करवाई। भाजपा ने इसका विरोध किया है। रेल सेवाएं सामान्य चल रही हैं। मुंबई और पुणे में बस सेवा पर जरूर असर देखने को मिला है। मुबंई में बेस्ट की बसों में तोड़फोड़ की गईं।
मुंबई समेत प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। कहीं-कहीं व्यापारियों ने भी बंद का समर्थन किया है और शाम चार बजे तक दुकानें एवं प्रतिष्ठान बंद रखने का फैसला किया है। हालांकि दादर फूल मार्केट में सोमवार सुबह बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला। यहां आम दिनों की तरह भीड़ देखी गई।
उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री और एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने बताया कि बंद रात 12 बजे से शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पहले कृषि कानूनों के माध्यम से कृषि उपज की लूट की अनुमति दी और अब उसके मंत्री के परिजन किसानों की हत्या कर रहे हैं। हमें किसानों के साथ एकजुटता दिखानी होगी। पूरे मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। महाविकास अघाड़ी ने अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस राजभवनों के बाहर करेगी प्रदर्शन
वहीं, कांग्रेस ने सभी प्रदेशों के राजभवनों के बाहर प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। सभी प्रदेशों के बड़े नेता मौन प्रदर्शन कर लखीमपुर हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति समर्थन जताएंगे। पूरे मामले में कांग्रेस शुरू से सियासी फायदा लेने की कोशिश कर रही है। प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी ने लखीमपुर जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी।