धर्म परिवर्तन केस : ‘जन्नत चाहिए तो मानव बम भी बनना होगा’… अब तक तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े,बड़े खुलासे अभी बाकी
गाजियाबाद,10 जुलाई(इ खबर टुडे)। उत्तर प्रदेश में युवक-युवतियों का धर्म परिवर्तन कराने के खेल में अब तक तीन खिलाड़ी गाजियाबाद पुलिस की पकड़ में आए हैं। इनमे एक इंजीनियर है, एक डॉक्टर और एक कॉल सेंटर का कर्मचारी। इनमें जो जहां काम करता था, वहीं पर शिकार की तलाश में रहता था। जो भी शख्स अपने परिवार से नाराज नजर आता, ये लोग उसी पर अपने फरेब का जाल फेंक देते थे।
उसके नजदीकी बढ़ाते, दोस्ती करते और फिर मौका मिलते ही ब्रेन वाश कर डालते। इसके बाद उस पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाते थे। पुलिस का दावा है कि यह बड़ा नेटवर्क है। इसकी कई कड़ियां जुड़ना अभी बाकी है। जल्द ही बड़े खुलासे हो सकते है।
गाजियाबाद के खोड़ा की रहने वाली नीरू बिष्ट के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी राहिल से घंटों चैट करती थी। चैट का रिकार्ड निकलवाकर प्रिंट कराया गया। ये 30 पेज में आया। इसमें एक चैट में राहिल नीरू से कह रहा है कि असली जिंदगी मौत के बाद शुरू होती है। अच्छे काम करने वालों को मौत के बाद जन्नत मिलती है।
जन्नत पाने के लिए बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं। अगर तुम्हें जन्नत चाहिए तो मानव बम भी बनना होगा। पुलिस यह मालूम करने का प्रयास कर रही है कि कहीं राहिल के तार किसी आतंकी संगठन से तो नहीं जुड़े हैं। इस मामले में खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां भी पड़ताल कर रही हैं। सबके सामने अहम सवाल है कि आखिर नीरू को मानव बम बनाने के लिए कहने के पीछे राहिल का मकसद क्या था।
धर्म परिवर्तन के लिए उकसाते हैं जमाती
राहिल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि नेपाल और कर्नाटक से जमात में आए लोगों ने उसे धर्म परिवर्तन कराने के लिए उकसाया। जब उसने धर्म परिवर्तन कर लिया तो उसे जमातियों के पास ले जाया गया था। जमातियों ने कहा था कि जैसे तुम इस्लाम में आए हो, वैसे ही और लोगों को भी लाओ।
पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क में जुड़े सभी लोगों को आरोपी बनाया जाएगा। गिरफ्तार आरोपियों से एटीएस ने भी पूछताछ की। जल्द ही और भी एजेंसियां जानकारी करने के लिए आ सकती हैं। पुलिस का कहना है कि जरूरत पड़ी तो आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा।
धोखा खाकर भी नहीं मानी- बोली, राहिल के साथ रहना है
पुलिस का कहना है कि राहिल नीरू को पहली बार राहुल बनकर मिला था। उसने बाद बताया कि वह पहले राहुल था, अब राहिल है। उसने उसे यह नहीं बताया कि उसकी शादी अब्दुल्ला की बहन इकरा से हो चुकी है। जब उसे लगा कि नीरू उसके फरेब के जाल में फंस चुकी है, तब उससे कहा कि वह उससे शादी करना चाहता है। नीरू इसके लिए राजी नहीं हो रही थी।
इस पर उसने उसे ऑनलाइन निकाह के लिए राजी किया। इसके बाद कहने लगा कि इस्लाम में ऑनलाइन निकाह मान्य नहीं है। इस पर नीरू ने कुछ दिन इंतजार के लिए कहा तो राहिल ने फर्जी कहानी बना दी। बोला, उसके परिवार वाले उस पर निकाह के लिए दबाव डाल रहे हैं, वे लड़की पसंद कर चुके हैं। लड़की के नाम पर उसे अपनी पत्नी इकरा का फोटो भेज दिया। पुलिस ने बताया कि इन सब बातों का पता चल जाने पर भी नीरू यही कह रही है कि उसे राहिल के साथ रहना है।
उसने नीरू को ऑनलाइन निकाह के लिए राजी किया। इसके बाद कहा, इस्लाम में ऑनलाइन निकाह मान्य नहीं है। नीरू ने कुछ दिन इंतजार के लिए कहा तो राहिल ने फर्जी कहानी बना दी। बोला, उसके परिवार वाले लड़की पसंद कर चुके हैं। इसके बाद भी नीरू का कहना कि कि उसे राहिल के साथ रहना है।
ऐसे फंसाते थे जाल में
- धर्म परिवर्तन कराने के लिए ऐसे लोगों को चुनते थे जो परिवार से भावनात्मक रूप से नहीं जुड़े होते थे या नाराज रहते थे।
- ऐसे लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते थे और खुद को भी उनकी तरह दुखी या परिवार से प्यार न पाने वाला बताते थे।
- बातों-बातों मे उनके धर्म की आलोचना करते थे और अपने धर्म इस्लाम की खूबियां बताते थे।
- इस्लाम को सबसे बेहतर धर्म बताकर मानसिक रूप से धर्म परिवर्तन के लिए तैयार करते थे।
- जो भी गिरोह के सदस्य की बातों में फंस जाता, उसका धर्म परिवर्तन करा देते थे।