November 22, 2024

विधायक काश्यप ने की संभागायुक्त एवं कलेक्टर से चर्चा,चर्चा के दौरान मेडिकल कालेज की व्यवस्थाओं के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए

रतलाम,28 मार्च (इ खबरटुडे)। कोरोना संक्रमण के प्रकरणों में अचानक आई वृद्धि से चिंतित विधायक चेतन्य काश्यप ने संभागायुक्त एवं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन समिति के अध्यक्ष संदीप यादव से चर्चा की। उन्हें मेडिकल कालेज में समन्यव एवं दवाओं की कमी से अवगत कराया। संभागायुक्त ने आश्वस्त किया कि वे कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को तत्काल कालेज की व्यवस्थाओं का दो-तीन दिनों तक नियमित पर्यवेक्षण करने के निर्देश दे रहे है।

श्री काश्यप ने संभागायुक्त से कहा कि हाल ही में मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान समन्वय में कमी संबंधी शिकायतें मिली है। इसलिए मेडिकल कॉलेज में समन्यव एवं दवाओं सहित अन्य सुविधा की आवश्यकताओं का आकलन एवं प्रबंध समय रहते कराया जाए, ताकि मरीज एवं उसके परिजन परेशान नहीं हो।
संभागायुक्त से चर्चा के बाद विधायक श्री काश्यप ने कलेक्टर गोपाल डाड से चर्चा की। कलेक्टर ने उन्हें बताया कि सीएमएचओ को मेडिकल कालेज में महत्वपूर्ण दवाएं तत्काल रोगी कल्याण समिति के माध्यम से स्थानीय खरीदकर उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए है। मेडिकल कालेज के कोविड अस्पताल के प्रशासनिक कार्यों एवं जिला चिकित्सालय से समन्वय के लिए डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन को तत्काल समन्वय अधिकारी नियुक्त कर दिया है। वे मेडिकल कालेज में ही पदस्थ रहकर वहां अस्पताल के आंतरिक प्रशासनिक प्रबंधन एवं अन्य व्यवस्थाओं संबंधी कार्य संपादित करेगी। गौरतलब है कि मेडिकल कालेज में कोविड अस्पताल के प्रारंभ करने एवं उसके संचालन के दौरान भी लंबे समय तक शिराली जैन सफलतापूर्वक समन्वय का कार्य देख चुकी है।

विधायक श्री काश्यप ने मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ शशि गांधी एवं सीएमएचओ डॉ प्रभाकर ननावरे से भी चर्चा की। उन्हे मेडिकल कॉलेज में आवश्यक स्टाफ, दवाओं एवं एम्बुलेंस आदि का प्रबंध करने को कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की वृद्धि से कालेज में बढते हुए मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उनका उपचार समय पर हो, इसका विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए।

आरटीपीसीआर सहित समस्त जांच रिपोर्टें समय पर उपलब्ध होना सुनिश्चित किया जाए। श्री काश्यप ने हेल्प डेस्क को मजबूत करने पर भी जोर दिया, ताकि मरीजों के परिजनों को उनके स्वास्थ्य की समुचित जानकारी व्यक्तिगत एवं दूरभाष पर मिल सके। हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीजों के लिए दी जाने वाली दवाएं व अन्य सामग्री समय पर उन तक पहुंचाने के निर्देश दिए है।।

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