November 20, 2024

रामलला प्राण प्रतिष्‍ठा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिन चौकी पर सिर्फ कंबल बिछाकर सोएंगे, केवल करेंगे फलाहार

अयोध्‍या, 15 जनवरी (इ खबर टुडे)। रामनगरी अयोध्‍या में रामलला के आगमन को लेकर सभी तरह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा होनी है। इसे देखते हुए अयोध्‍या में उत्‍सवी माहौल है। दूसरी तरफ, शिल्‍पकार से लेकर मजदूर तक राम मंदिर को प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए तैयार करने में जुटे हैं। प्राण प्रतिष्‍ठा को देखते हुए मंगलवार से धार्मिक अनुष्‍ठान भी शुरू कर दिया गया है। इन सब तैयारियों के बीच श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बड़ी जानकारी दी है। उन्‍होंने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के आखिरी 3 दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौकी पर सिर्फ कंबल बिछाकर सोएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी 2024 को प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा कराएंगे, ऐसे में उन्‍हें तमाम तरह के धार्मिक और वैदिक नियमों का पालन करना होगा। इस संबंध में श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बड़ी जानकारी दी है। उन्‍होंने कहा, ‘लास्‍ट के 3 दिन पीएम मोदी अपनी चौकी पर केवल कंबल बिछाकर सोएंगे। इन तीन दिनों तक भोजन में सिर्फ फल का सेवन करेंगे। पीएम मोदी ने स्‍वयं पूछा था कि इसके लिए उनको क्‍या करना चाहिए। कठिन से कठिन जो भी होगा वह सबकुछ करने को तैयार हैं। उनको विशेष मंत्रों का जाप करना है, जो उनको बता दिया गया है।’

पीएम मोदी करेंगे दान, देंगे उपहार
श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कुछ दान किया जाएगा और उपहार भी दिए जाएंगे। इनका पूजन किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए मुख्‍य यजमान अनिल मिश्रा होंगे। इनकी पात्रता लाने के लिए कुछ धार्मिक कर्म कराए जाएंगे। गोविंददेव महाराज ने बताया कि रामलला की प्रतिमा के मुखाबिंदु पर बाल भाव के साथ देव भाव भी है। ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष ने बताया कि जिन्‍होंने मंदिर के लिए बलिदान दिया है, उन सभी के प्रतीक के रूप में जटायु जी की मूर्ति बनाई गई है। उन प्रतिमाओं का पूजन स्‍वयं पीएम मोदी करेंगे।

यजमान का होगा सरयू स्‍नान
गोविंददेव महाराज ने बताया कि मंगलवर का पूजन यजमान को योग्यता प्राप्त करने के लिए प्रायश्चित पूजन है। यजमान का सरयू स्नान होगा। इसके अलावा यजमान के हाथ से दान भी किया जाएगा। बुधवार को भगवान राम जन्मभूमि मंदिर के परिसर में पधारेंगे और 18 से पूजन विधिवत रूप से आरंभ हो जाएगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की मूर्ति पर प्रशासन और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था का जो होगा निर्देश उसी के अनुरूप होगा कार्य. रामलला की अचल मूर्ति पर उन्‍होंने कहा कि तीनों मूर्तियों को उचित स्‍थान दिया जाएगा। भगवान रामलला की अचल मूर्ति के रूप में मूर्तिकार अरुण योगी राज के द्वारा बनाई गई मूर्ति प्रतिष्ठित होगी। शेष दो मूर्तियों को भी मंदिर में ही रखा जाएगा।

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