पुलिस पिटाई से आहत आदिवासी युवक की आत्महत्या से बाजना में आक्रोश,ग्रामीणों ने थाना घेरा,शव रखकर प्रदर्शन,एक पुलिसकर्मी निलम्बित
रतलाम,27 जनवरी (इ खबरटुडे)। जिले के बाजना में पुलिस द्वारा पिटाई किए जाने से आहत एक बाईस वर्षीय आदिवासी युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की आत्महत्या से आक्रोशित आदिवासी समाज के लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। दोपहर से प्रारंभ हुआ घेराव समाचार लिखे जाने तक जारी था। इधर पुलिस ने इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी एक आरक्षक को निलम्बित कर दिया है। दोपहर से प्रारंभ हुए घेराव में शाम को मृत युवक के शव को भी थाने पर लाकर रख दिया गया। पुलिस अधिकारी आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पुलिसकर्मियों पर एफआइआर कर न्हें बर्खास्त किया जाए ।
प्रदर्शनकारियों के अनुसार 22 वर्षीय गणेश मईड़ा पुत्र छगन मईड़ा निवासी रतलाम रोड बाजना ने शनिवार दोपहर अपने घर में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार के किसी सदस्य ने उसे फांसी पर लटका देखा तो उसे फंदे से नीचे उतारा। इसके बाद उसे बाजना के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित किया। कुछ ही देर में खबर फैली तो लोग अस्पताल में एकत्र हुए। इसके बाद उसके परिजन व अन्य लोग बाजना थाने पर पहुंचे तथा पुलिस को बताया कि 24 जनवरी की रात बाजना से करीब आधा किलोमीटर स्थित एक ढाबे पर गणेश गया था। वहां पुलिस वाहन से आरक्षक शफीउल्लाह व अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे थे तथा गणेश के साथ मारपीट की गई थी। इसके बाद गणेश शिकायत करने थाने गया था लेकिन किसी ने उसकी शिकायत नहीं सुनी। इसके कारण तनाव में आकर आज दोपहर गणेश ने अपनी जान दे दी। जो भी पुलिसकर्मी दोषी है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शन की सुचना मिलते ही सैलाना एसडीओपी ईडला मौर्य भी थाने पहुंचे। उधर, जिला पंचायत सदस्य शरद डोडियार व ग्रामीण थाने पर ही डटे हुए है।वहीं परिजन व अन्य लोग थाना परिसर पर धरने पर बैठ गए, उनकी मांग है कि संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर कर उन्हें बर्खास्त किया जाए, उसके बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा। इस बीच प्रदर्शनकारी मृतक के शव को भी ठाणे पर ले आए है, उनका कहना है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही के बाद ही वे शव का अंतिम संस्कार करेंगे।
बेवजह की गई थी मारपीट
जिला पंचायत सदस्य शरद डोडियार ने मीडियाकर्मियों को बताया कि गणेश के घर के पास शादी कार्यक्रम चल रहा था। कुछ युवक बाहर बैठे हुए थे। गणेश भी अपने घर से कुछ दूरी पर खड़ा था। तभी डायल 100 वाहन से पुलिसकर्मी वहां पहुंचे थे तथा एक पुलिसकर्मी ने बेवजह गणेश के साथ मारपीट की थी तथा अन्य पुलिसकर्मी वाहन में बैठे थे। इसके बाद गणेश पुलिसकर्मी की शिकायत लेकर थाने गया था लेकिन उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। उसने तनाव में आकर खुदकुशी कर ली। वाहन में सवार जो भी पुलिसकर्मी थे, उन्हें बर्खास्त किया जाए तथा मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआइआर लिखी जाए, नहीं तो धरना जारी रहेगा।
आरक्षक निलंबित
इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए आरक्षक शफी उल्लाह को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने इ खबर टुडे को बताया कि पुलिस अधिकारी आक्रोशित प्रदर्शनकारियों को समझने का प्रयास कर रहे है और कुछ समय में प्रदर्शन समाप्त होने की उम्मीद है। एसडीओपी इडला मौर्य प्रदर्शनकारियों से चर्चा कर रहे है। एसपी श्री लोढ़ा स्थिति पर नज़र बनाये हुए है।