भारी हंगामे के बाद राज्यसभा से विपक्ष का वॉकआउट; पीएम मोदी बोले – इनके नसीब में मैदान छोड़ना ही है
नई दिल्ली, 03 जुलाई(इ खबर टुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्यसभा में संबोधन जारी है। पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, जनता ने हमें तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है। हालांकि जनादेश कुछ लोगों को समझ नहीं आया। भ्रम की राजनीति को जनता ने ठुकराया है।
उन्होंने कहा, ‘पिछले दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर तक पराजय भी स्वीकार हो रही है और विजय भी स्वीकार हो रही है। कांग्रेस के कुछ साथियों को धन्यवाद करना चाहता हूं, क्योंकि जब से नतीजे आए, तब से कांग्रेस के एक साथी को मैं देख रहा था। उनकी पार्टी उनको समर्थन नहीं कर रही थी, लेकिन वे अकेले ही झंडा लेकर दौड़ रह थे। मैं कहता हूं कि वह जो कहते थे, उनके मुंह में घी शक्कर। ऐसा मैं क्यों कह रहा हूं, क्योंकि उन्होंने बार-बार ढोल पीटा था कि एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सत्य और क्या हो सकता है। हमारे 10 हुए हैं। 20 और बाकी हैं। एक तिहाई हुआ। एक तिहाई हुआ है और दो तिहाई बाकी है। इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘संविधान के 75वें वर्ष में हम प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए एक सुखद सहयोग है। मेरे जैसे देश में बहुत से लोग हैं, जिनके परिवार में किसी का राजनीति से कोई सरोकार नहीं रहा है। मगर अब वो लोग आज देश में ऊंचे पद पर सेवा दे रहे हैं। इसका कारण बाबा अंबेडकर द्वारा दिया गया संविधान है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘संविधान हमारे लिए सिर्फ संविधान के अनुच्छेद भर नहीं हैं बल्कि इसकी भावना भी हमारे लिए अहम है। किसी भी परिस्थिति में संविधान हमारा मार्गदर्शन करता है। मैंने जब लोकसभा में हमारी सरकार की तरफ से कहा था कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे, तो मैं हैरान हूं कि जो लोग आज संविधान को लेकर घूमते हैं, उन्होंने उसका विरोध किया था। संविधान हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है। अब जब हम 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं तो हमने इसे जन उत्सव के रूप में मनाने का फैसला किया है। देश की जनता ने हमें जो तीसरी बार अवसर दिया है, वो अवसर विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत की यात्रा को मजबूती देने के लिए, संकल्प को सिद्धि तक ले जाने के लिए देश को करोड़ों लोगों ने हमें आशीर्वाद दिया। ये चुनाव 10 वर्षों की सिद्धि पर तो मुहर है ही, साथ ही भविष्य के संकल्पों पर भी मुहर है। देश की जनता का भरोसा हम पर है और इसी भरोसे पर जनता ने हमें फिर से मौका दिया है। देश ने पिछले 10 वर्षों में हमारे देश की अर्थव्यवस्था को दसवें नंबर से पांचवें नबर पर पहुंचते देखा है। देश की जनता ने प्रोपेगैंडा को खारिज कर परफॉर्मेंस को तरजीह दी है। इस बार देश की जनता ने हमें पांचवे नंबर से तीसरे नंबर पर पहुंचाने का जनादेश दिया है और हम इस संकल्प को पूरा करके रहेंगे।’
पीएम के संबोधन के दौरान राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ। प्रधानमंत्री ने आगे बोलते हुए कहा, ‘हमारे देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में सफलता प्राप्त की। हम देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया की टॉप तीन में पहुंचा देंगे। मैं जानता हूं कि यहां कई बुद्धिमान लोग हैं, जो मानते हैं कि ऐसा तो आगे ही होगा। इन लोगों को कुछ करने धरने में विश्वास नहीं है। हमने पिछले 10 वर्षों में जो किया है उसकी गति और विस्तार भी बढ़ाएंगे। हम इस संकल्प को आगे बढ़ाएंगे।’
‘आने वाले पांच वर्ष गरीबों की गरीबी के खिलाफ निर्णायक वर्ष हैं। ये देश गरीबी की लड़ाई के खिलाफ जीतेगा। देश जब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, तो जीवन के हर क्षेत्र पर इसका असर पड़ने वाला है। विकास के अनेक अवसर प्रकट होने वाले हैं।’ नारेबाजी के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘विकास का नया इतिहास बनेगा।’
’10 सालों में किसानों को खेती में फायदा मिला है। एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीदारी हुई। जिसको सबसे जरुरत थी, उनतक लाभ पहुंच भी नहीं पाया। जब किसान कल्याण केंद्र के दिल में हो तो लाभ कैसे होता है, इसका मैं सदन को उदाहरण देना चाहता हूं। मैंने किसान सम्मान योजना चलाई। हम तीन लाख करोड़ रुपये किसानों को दे चुके हैं। देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों की सच बोलने की ताकत भी नहीं होती। उनका सत्य से मुकाबला करना यह इनके हाथ में नहीं है। इतनी चर्चा के बाद भी जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है।’
विपक्ष नारेबाजी और हंगामे के बाद सदन से बाहर जाने लगे हैं। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि इनके नसीब में मैदान छोड़ना ही है। जगदीप धनखड़ ने कहा कि विपक्ष ने हमें पीठ नहीं दिखाई है। उन्होंने भारत के संविधान का अपमान किया है। वे सदन नहीं मर्यादा छोड़कर गए हैं। देश के 140 करोड़ लोग आहत होंगे। जब आपने अपनी पूरी बात कही तो अब सत्ता पक्ष की बात भी सुनिए। राज्यसभा स्पीकर ने आगे फटकार लगाते हुए कहा, ‘मैं आशा करता हूं कि यह लोग अपने मन को टटोलेंगे और कर्तव्य पर वापस आएंगे।’
पीएम मोदी ने दोबार संबोधन शुरू करते हुए कहा, ‘यह लोग सच्चाई नहीं पचा पा रहे हैं। इसलिए मैदान छोड़कर भाग गए हैं। मैं तो कर्तव्य से जुड़ा हुआ हूं। मैं देशवासियों से जुड़ा हूं। देशवासियों को पल पल का हिसाब देना मेरा कर्तव्य हैं।’
’12 लाख फर्टिलाइडर में सब्सिडी दी है। यह देश में सर्वाधिक है। किसान तक खाद का बोझ नहीं जाने दिया सरकार ने अपने कंधे पर बोझ उठा लिया। हमने एमएसपी पर भी रिकॉर्ड खरीदारी की है। पहले सिर्फ एलान होते थे, मगर अब खरीदारी हुई है।’
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की तुलना में ढाई अधिक गुना पैसा पहुंचाया है। आने वाले पांच साल सिर्फ इतनी वृद्धि तक नहीं रुकना चाहते। इसलिए अन्न भंडारण तैयार करने का काम चल रहा है। पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘हमने सबका साथ सबका विकास के मार्ग पर चलकर काम किया है।’
‘जब पश्चिम देश सुनते हैं कि भारत इतना आगे है तो वो भी प्रभावित होते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘गरीबों को बैंक की तरफ देखने की हिम्मत नहीं होती थी और आज उनके लिए ये दरवाजे खुल गए हैं। कोई भी समुदाय हो हमारा समर्थन किया है। हम महिलाओं के विकास की बात करते हैं। भारत ने निष्ठा के साथ इस दिशा में कदम उठाए हैं।’
‘हमने महिलाओं के नाम ज्यादातर घर बनाए हैं। बैंकों में खाता खुलने से आर्थिक फैसलों में महिलाओं की भूमिका बढ़ी है। महिलाओं का आत्म विश्ववास बढ़ा है। जिन महिलाओं पर किसी की नजर नहीं जाती थीं, उन्ही में से अब एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी हैं। अब तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है।’
‘जब ऐसे संवेदनशील मामलों में राजनीति होती है, तो महिलाओं को सबसे ज्यादा पीड़ा होती है। यह सेलेक्टिव रवैया बहुत ही पीड़ा देने वाला है। मैं किसी राज्य के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं, लेकिन कुछ समय पहले बंगाल से एक खबर आई कि महिला को खुलेआम सड़क पर पीटा गया। यहां तक कि उसकी मदद को कोई नहीं आया। वहीं संदेशखाली की घटना रौंगटे खड़े कर देने वाली है। पर किसी भी नेता के बयान में इसका जिक्र नहीं है और नहीं कोई दुख नजर आया।’
‘मैं समझता हूं कि जब ऐसे दिग्गज लोग ऐसी बातों को नजरअंदाज करते हैं, तो सबसे ज्यादा महिलाओं को दुख पहुंचता है।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘इस चुनाव के नतीजों ने दुनिया को आश्वस्त किया है। इस नतीजे के कारण भारत दुनियाभर के निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है।’
‘इस चुनाव नतीजों से कैपिटल मार्केट में तो उछाल नजर आ रहा है, लेकिन देश में भी उमंग का माहौल है। मगर इस बीच कांग्रेस के लोग भी खुशी के जश्न में मग्न हैं। मगर मैं समझ नहीं पाता हूं कि यह खुशी क्या हार की हैट्रिक की है या क्या यह खुशी एक और असफल लॉन्च की है। मैं देख रहा था कि खरगे भी बड़े उत्साहित नजर आ रहे थे। उनकी पार्टी ने उनकी बहुत सेवा की है। इस हार का ठीकरा जिन पर फूटना था उन्हें बचाकर वह खुद आगे खड़े हो गए।’
उन्हें पता था कि वह हारने वाले हैं, तो उन्होंने दलित को आगे कर दिया। कांग्रेस की एससी, एसटी और ओबीसी विरोधी मानसिकता है। इसी मानसिकता के कारण राष्ट्रपति मुर्मू को अपमान करने का मौका नहीं छोड़ा।’
‘पिछले दो दिन मैं मैंने इन नेताओं की बात सुनी तो बहुत निराशा हुई। मैं याद करना चाहता हूं कि क्या आप झूठ ही फैलाते रहोगे। 1977 का चुनाव जब हुआ था तब लोगों ने लोकतंत्र की पुर्नस्थापित के लिए वोट किया था। आप देश को गुमराह करना चाह रहे हैं, तो ऐसा नहीं होगा। उस समय भी लोगों ने सत्ता पर बैठे लोगों को उखाड़कर फेंक दिया था। अबकि बार भी ऐसा ही हुआ। जनता ने कहा कि अगर संविधान का कोई रक्षा कर सकता है तो यही लोग कर सकते हैं। इसलिए जनता ने हमें चुना।’
‘संसद के अंदर जो होता था वो रिकॉर्ड पर है। जब आपने लोकसभा को सात साल चलाया था तो वो कौन सा संविधान था। आज यह हमें संविधान सिखाते हैं। जरा बताएं हमें यह कौन सा संविधान है, जहां एक सासंद को एक कैबिनेट के निर्णय को सार्वजनिक रूप से फाड़ने का हक देता है।’
उन्होंने कहा, ‘आज यह संविधान की बात करते हैं। जबकि ये लोग कभी संविधान की रक्षा नहीं कर पाए। कांग्रेस सबसे बड़ी संविधान की विरोधी है। उन्हें 500 साल की बात करने का हक है, लेकिन आपातकाल पर नहीं बोलते हैं। ये कहते हैं कि ये बहुत पुराना मामला है। यहां बैठे कई लोग हैं, जिनकी शायद मजबूरी होगी जो उनके साथ बैठे हैं। आपातकाल एक मानवीय संकट भी था। उस समय कई लोगों की मौत हुई थी। आम आदमी को भी नहीं छोड़ा गया था। खुद के लोगों के साथ भी जुल्म हुआ था। शायद यह लोग भूल गए हैं। यहां तक कि कई लोगों का तो आजतक पता भी नहीं लगा।’
राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस अपने काले कारनामे छिपाने का काम कर रही है। कांग्रेस का पदजीवी युग शुरू हुआ है। जहां खुद मैदान में उतरे वहां हार हुई। किसी और के कंधों पर आए तो जीत मिली। जनता जनार्दन का विश्वास जीतने के लिए यह कुछ नहीं कर पा रहे हैं।’
‘भ्रष्टाचारियों को बचाव का अभियान चलाने लगे हैं। इन्हें शर्म नहीं आ रही है। आज जब भ्रष्टाचारी जेल जा रहे हैं तो ये विरोध कर रहे हैं। जांच एजेंसियों का सरकार दुरुपयोग कर रही ऐसे ये लोग आरोप लगा रहे हैं। भ्रष्टाचार आप करें, शराब घोटाला करें आप, पानी तक में घोटाला करें आप। आप की शिकायत करें कांग्रेस। अब कार्रवाई हो तो गाली दें मोदी को। अब साथी बन गए हैं। अगर हिम्मत है तो सदन में खड़े होकर जवाब मांगे। कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर सबूत पेश किए। अब यही बताएं कि सबूत सही थे या नहीं। मगर मुझे विश्वास है कि यह जवाब नहीं दे पाएंगे। यह दोगले लोग है।’
‘जांच एजेंसियों का दुरुपयोग पहले कैसे होता था, यह बताता हूं। मुलायम सिंह ने बताया था कि कांग्रेस कैसे एजेंसियों का दुरुपयोग करती थी। नेता जी कभी झूठ नहीं बोलते थे। मैं मानता हूं कि भ्रष्ट एक दीमक है। जो देश को खराब करता है। मैं जी जान से इससे देश को छुटकारा दिलाने के लिए जुटा हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने एजेंसियों को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए खुली छूट देकर रखी है। सरकार कोई टांग नहीं अड़ाएगी। मगर हां यह पूरी सच्चाई से काम करे, यह भी कह दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘पेपर लीक को राष्ट्रपति ने एक बड़ी समस्या बताया है। मैं चाहता था कि सब दल इस पर अपनी बात रखें, लेकिन इन लोगों ने इस मुद्दे को भी राजनीति की भेंट चढ़ा दिया। देशवासियों से कहना चाहता हूं कि आपके साथ खिलवाड़ करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिले इसके लिए कार्रवाई की जा रही है।’
‘मणिपुर के लिए सरकार प्रयासरत है। लगातार हिंसा की घटनाएं कम हो रही हैं। केंद्र राज्य के साथ मिलकर काम कर रही है। प्राकृतिक समस्याओं से निपटने के लिए हम काम कर रहे हैं। लोगों को राजनीति से उठकर वहां के लिए मिलकर काम करना चाहिए। राजनीति करने वालों से आग्रह कि ऐसा करना बंद कर दें, नहीं तो मणिपुर के लोग ही आपको रिजेक्ट कर देंगे।’
‘बीते 10 सालों की तुलना में अब पत्थरबाजी की घटनाएं भी बहुत ही कम आती हैं। इस लड़ाई में वहां के लोग हमारी मदद कर रहे हैं। वहां निवेश बढ़ रहा है। आज जो पूर्वोत्तर को लेकर सवाल उठाते हैं। उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। हम पूर्वोत्तर को बढ़ाने के लिए ट्रेन, टूरिज्म जैसी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। हमने वहां पिछले पांच साल में जितना काम किया है उतना कांग्रेस को करने में 20 साल लग जाते।’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘अप्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती। जम्मू-कश्मीर के इस साल हुए चुनाव में वोट जितने पड़े हैं, उन्होंने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। यह बड़ी सफलता है। वहां बम धमाका, आतंकवादी की घटनाएं लोकतंत्र पर ग्रहण बनी हुई थीं। मगर कश्मीर के लोगों ने आज अपना फैसला खुद लिया है।’
‘मणिपुर के लिए सरकार प्रयासरत है। लगातार हिंसा की घटनाएं कम हो रही हैं। केंद्र राज्य के साथ मिलकर काम कर रही है। प्राकृतिक समस्याओं से निपटने के लिए हम काम कर रहे हैं। लोगों को राजनीति से उठकर वहां के लिए मिलकर काम करना चाहिए। राजनीति करने वालों से आग्रह कि ऐसा करना बंद कर दें, नहीं तो मणिपुर के लोग ही आपको रिजेक्ट कर देंगे।’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हमारे लिए मिशन है। ये हमारे लिए चुनाव में हार-जीत का विषय नहीं है। हमने 2014 में जब सरकार बनाई तब हमने कहा था कि हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए काम करेगी। हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करेगी, कालेधन पर वार करेगी। हम गरीब कल्याण की योजनाएं चला रहे हैं। हमने कालेधन के खिलाफ कानून बनाया। हमने डीबीटी शुरू किया। हमने डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग किया। लीकेज दूर किया और आज एक नया पैसा लीक नहीं होता है। जब आम आदमी तक योजनाएं पहुंचती हैं, तब उसका लोकतंत्र में भरोसा बढ़ता है और इसी का परिणाम है कि तीसरी बार यहां बैठा हूं। हम चाहते थे कि पेपर लीक जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति न हो, लेकिन विपक्ष को इसकी आदत है। मैं भारत के युवाओं को आश्वस्त करता हूं कि नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को सख्त सजा मिले, इसके लिए एक्शन लिए जा रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ”कई आरोप लगाए गए, कुछ आरोप ऐसे हैं, जिनका जवाब घटनाएं खुद दे देती हैं। जम्मू-कश्मीर में हाल में हुए लोकसभा चुनाव में मतदान के जो आंकड़े हैं, वो पिछले 4 दशक के रिकॉर्ड को तोड़ने वाले हैं। ये भारत के संविधान को, भारत के लोकतंत्र को, भारत के चुनाव आयोग को स्वीकृति देते हैं। ये बहुत बड़ी सफलता है।’