रतलाम को रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के रूप में मिला नवीन नर्सिंग महाविद्यालय : देखिये वीडियो
रतलाम,01फरवरी(इ खबर टुडे)। रॉयल गुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स द्वारा रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के नाम से नवीन महाविद्यालय सत्र 2022-23 से प्रारम्भ किया जा रहा है, जिसमें वर्तमान सत्र से विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है।
इस आशय की जानकारी देते हुये रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन प्रमोद गुगालिया ने आज प्रेसवार्ता में बताया कि, उनकी संस्था वर्ष 1996 से उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के महाविद्यालयों का संचालन कर रही है। संस्था द्वारा कुछ माह पहले रॉयल केम्पस में सर्वसुविधायुक्त रॉयल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर को रॉयल केम्पस में प्रारम्भ किया गया है और अब संस्था ने चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में पदार्पण किया है।
श्री गुगालिया ने बताया कि 60 बीघा क्षेत्रफल में स्थापित रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, रतलाम जिले का सबसे भव्य एवं बड़ा शिक्षा परिसर है जहाँ संस्था द्वारा कई अशासकीय महाविद्यालयों का संचालन किया जा रहा हैं। संस्था के महाविद्यालयों में फार्मेसी, मेनेजमेंट टीचर्स एजुकेशन विज्ञान जीवविज्ञान, कम्प्यूटर एवं कॉमर्स के स्नातकोत्तर/ स्नातक/ डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का संचालन पिछले 27 वर्षो से किया जा रहा है तथा संस्था के अंतर्गत महाविद्यालयों में लगभग 2200 विद्यार्थिगण अध्ययनरत् है।
वर्तमान में संस्था के महाविद्यालयों में बी. फार्मेसी, डी. फार्मेसी, एम.बी.ए., बी.बी.ए., बी.सी.ए.. बी.एड., डी. एड., जी.एन.एम. नर्सिंग, बी.एससी. (माईकोबायोलॉजी, बायोटेक, फार्माकेमेस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस), बी.काम. (कम्प्यूटर, टेक्स प्रोसीजर सामान्य ) आदि कार्सेस संचालित किये जा रहे है। श्री गुगालिया ने यह भी जानकारी दी कि सत्र 2023-24 से कई अन्य चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रमों को संस्था द्वारा प्रारम्भ किया जायेगा।
पत्रकारवार्ता को सम्बोधित करते हुये संस्था के डायरेक्टर डॉ. उबेद अफजल ने बताया कि, रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग में जी.एन.एम. (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) कोर्स इस सत्र से प्रारम्भ किया जा रहा है। कोर्स की अवधि 3 वर्षो की है तथा जी.एन.एम. कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को 6 महीने के लिये इंटर्नशिप भी करना होगी जी.एन.एम. कोर्स में 45 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा तथा इस कोर्स में प्रवेश की आयु सीमा 17 से 30 वर्ष तक रहेगी।
डॉ. अफजल ने नये शुरू हुये नर्सिंग कोर्स की जानकारी देते हुए बताया कि मानवता की सेवा के लिये नर्सिंग के जॉब का सबसे बेहतर माना जाता है, अगर व्यक्ति में सेवाभाव, सहनशीलता और समर्पण जैसे गुणों के साथ रोगियों की सेवा करने का जुनून है तो, नर्सिंग कोर्स बेस्ट केरियर का विकल्प है।
डॉ. अफजल ने यह भी बताया कि जी.एन.एम. कोर्स रोजगारोन्मूखी कोर्स है तथा इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद सरकारी/निजी अस्पतालों, चिकित्सा महाविद्यालयों, नर्सिंग होम, अनाश आश्रम, वृद्धाश्रम, आरोग्य निवास, विद्यालयों, उद्योगों, रक्षा सेवाओं में सीधे रोजगार के अवसर मिलते है। इसके साथ रेडक्रास सोसायटी, इंडियन स्टेट नर्सेस काउंसिल में भी रोजगार के अवसर मिलते है, साथ ही देश में लाखों की संख्या में स्थापित प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर भी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवक के रूप में रोजगार के अवसर प्राप्त होते है।
प्रेसवार्ता में समाजसेवी खुर्शीद अनवर, समाजसेवी ओम अग्रवाल एवं रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य जगदीश डुके भी मंचासीन रहे।