स्वामी विवेकानंदजी की जयंती युवा दिवस के अवसर पर सामूहिक सूर्य नमस्कार के साथ कई कार्यक्रम आयोजित
रतलाम 12 जनवरी (इ खबर टुडे)। स्वामी विवेकानंदजी की जयंती युवा दिवस पर रतलाम स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में जिला स्तरीय सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम एवं प्राणायाम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का उदबोधन सुना गया। साथ ही स्वामी विवेकानंदजी द्वारा शिकागो में दिए गए ऐतिहासिक भाषण के अंश भी विद्यार्थियों को सुनाए गए। दूसरी और म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा भी विवेकानंद जयंती पर युवा संवाद का आयोजन किया गया।
इस दौरान रतलाम विकास प्राधिकरण अध्यक्ष अशोक पोरवाल, प्रदीप उपाध्याय, कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार, अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी के.सी. शर्मा उत्कृष्ट प्राचार्य सुभाष कुमावत, डीपीसी एम.एल. सांसरी, जीतेन्द्र जोशी आदि शामिल हुए। जनप्रतिनिधियों, कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने स्कूली बच्चों के साथ बैठकर सामूहिक सूर्य नमस्कार व प्राणायाम किया। आकाशवाणी से मिल रहे निर्देशों के आधार पर सभी ने सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम का सामूहिक अभ्यास किया। इसके अलावा पूरे जिले भर में सामूहिक सूर्य नमस्कार प्राणायाम योग अभ्यास आयोजन हुए।
स्वामी विवेकांनद जयंती पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन
म.प्र. जन अभियान परिषद जिला रतलाम द्वारा युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंदजी की जयंती ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम का आयोजन समय फाउण्डेशन प्रशिक्षण केन्द्र रतलाम पर स्वामी विवेकांनदजी के चित्र पर माल्यार्पण कर संवाद कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया।
कार्यक्रम के अतिथि गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विवेक चौधरी, एमआईडीएच कमेठी भारत सरकार के सदस्य अशोक पाटीदार, विशेष अतिथि रामकृष्ण आश्रम के जिला सचिव सुभाष शर्मा, संतश्री ऋषि महाराज, परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय, विकासखण्ड समन्वयक शैलेन्द्र सिंह सोंलकी, समाजसेवी ओमप्रकाश त्रिवेदी थे, अध्यक्षता समाजसेवी गोंविद काकानी द्वारा की गई।
विवेक चौधरी ने कहा कि विवेकानंदजी ने भारतीय संस्कृति, अध्यात्मवाद को विश्व पटल पर स्थापित किया। विवेकानंद का संपूर्ण जीवन, उनके संघर्ष और उनकी विचारधारा लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं क्योंकि उनके विचारों पर चलकर ही लाखों-करोड़ों युवाओं ने अपने जीवन में सही बदलाव कर उसे सार्थक बनाया । अशोक पाटीदार ने कहा कि साल 1893 को अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद का भाषण अभी भी लोग भूल नहीं पाए हैं। विवेकानंद को धर्म, दर्शन, इतिहास, कला, सामाजिक विज्ञान, साहित्य का ज्ञान था। उनके जन्मदिन पर राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का मुख्य लक्ष्य युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व का प्रसार करना है। कार्यक्रम में वक्ताओं द्वारा विचार व्यक्त किये गये।
परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय ने कार्यक्रम का उद्वेश्य स्वागत भाषण द्वारा बताया। गोंविद काकानी द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन दिया गया। कार्यक्रम में परिषद के नेटवर्क नवांकुर, प्रस्फुटन समिति पदाधिकारी व सीएमसीएलडीपी मेंटर्स छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन महावीरदास बैरागी ने तथा आभार शैलेन्द्र सोलंकी ने माना।