October 12, 2024

sanctorum of mahakal/निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर को महाकाल के गर्भगृह में जाने से रोका,महामंडलेश्वर ने कहा इसकी शिकायत प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को करूंगा:देखिये वीडियो

उज्जैन,23अप्रैल(इ खबर टुडे/बृजेश परमार)।उत्तराखंड से उज्जैन आए पंचायती निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर महेशानंद गिरी महाराज शनिवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए गए थे।सुबह के समय में उनके मंदिर पहुचने पर उन्हे गर्भगृह में प्रवेश करने से रोक दिया गया। महाराज ने बाद में मंदिर की दर्शन में अव्यवस्था का आरोप लगाया है।

शनिवार को सुबह महाराज मदिर में भगवान के दर्शन के लिए गए थे।उन्हे पहले तो मंदिर में प्रवेश को लेकर इधर-उधर घुमाया जाता रहा बाद में उन्हें मंदिर के नंदी गृह तक जाने दिया गया।महाराज का आरोप है कि वे गर्भगृह में जाकर दर्शन के अभिलाषी थे लेकिन वहां मौजूद मंदिर के कर्मचारियों ने उन्हे अंदर जाने से रोक दिया और उन्हे बाहर से ही दर्शन के लिए कहा गया।महाराज ने मंदिर प्रबंध समिति पर अव्यवस्था का आरोप लगाया है।उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मैने बहुत आग्रह किया फिर भी नहीं जाने दिया गया।उनके मुताबिक यह भारत वर्ष का सर्वश्रेष्ठ स्थान है।यहां दूर दूर से लोग आते हैं जैसे में उत्तराखंड से आया।

महाराज जी ने साफ कहा कि मेरी किसी से शिकायत नहीं है।यहां की व्यवस्था ठक नहीं है।मेरी तरह और भी संत आते होंगे ।मैने वहां बताया था उसके बाद भी नहीं जाने दिया गया।अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के सामने मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष ने संतो के दर्शन को लेकर जो बात कही है उस पर अमल करें।

मंदिर में दर्शनार्थियों को इस गेट से उस गेट तक घुमाकर परेशान करेंगे तो मेरी तरह वे भी बगैर दर्शन के ही चले जाएंगे।अगर मंदिर समिति के मन में है कि संतों से पैसा लिया जाए तो वो बताएं विचार करेंगे। चर्चा करते हुए महामंडलेशवर महेशानंद गिरी ने विशेष तौर पर कहा कि जिसके लिए हमने वैराग्य धारण किया है हमें उससे दूर करने वाले ये कौन होते हैं।संतों को पूर्व सूचना की कोई जरूरत नहीं है।

मेरी गाडी आधा किलोमीटर दूर खडी करवाई।बीस मिनिट से ज्यादा मुझे इधर उधर घुमाया गया।मंदिर के नंदी हाल में पहुंचने पर आग्रह के बाद भी मुझे नहीं जाने दिया गया।उस समय श्रृंगार किया जा रहा था आरती नहीं हो रही थी।

इसकी शिकायत प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष को करूंगा। अगर इन्हे संतो से भी पैसा कमाना है तो एक काउंटर लगाएं वो भी दे देंगे।मेरे साथ निरंजनी अखाड़ा के पुजारी एवं ड्रायवर साथ थे।

महाराज के आने की पूर्व सूचना नहीं थी। में अवकाश पर हुं पर जानकारी लेने पर निरीक्षक राकेश श्रीवास्तव ने मुझे जानकारी देते हुए बताया है कि महामंडलेश्वर जी मंदिर में द्दयोदक आरती के समय गर्भगृह में प्रवेश चाहते थे, वो कैसे संभव था।हम संतों को पूर्ण सम्मान देते रहे हैं।-गणेश धाकड,प्रशासक श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति,उज्जैन

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