Akrosh Rally : पुलिस क्रूरता के खिलाफ हिन्दू समाज ने निकाली विशाल आक्रोश रैली,एसपी एएसपी समेत सात पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग (देखिए रैली के लाइव विडीयो)
रतलाम,11 सितम्बर (इ खबरटुडे)। गणेश चतुर्थी की रात को हिन्दू समाज के लोगों पर पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण कार्यवाही के विरोध में हिन्दू समाज द्वारा निकाली गई आक्रोश रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इस आक्रोश रैली में जनप्रतिनिधि,सामाजिक कार्यकर्ता,अभिभाषक,संत समाज समेत सभी वर्ग के लोगों ने मौन रैली के रुप में कलेक्टोरेट पंहुचकर एसपी,एएसपी समेत सात पुलिस अधिकारियों व एक पटवारी की की नामजद शिकायत और इन सभी के विरुद्ध जांच कर कडी कार्यवाही करने की मांग की है।
हिन्दू जागरण मंच के बैनर तले निकाली गई आक्रोश रैली दोपहर करीब सवा तीन बजे कालिका माता मन्दिर परिसर से प्रारंभ हुई। रैली में शामिल लोग अपने हाथों में पुलिस क्रूरता के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां लेकर चल रहे थे। कई लोगों ने पुलिस मारपीट में मृत युवक प्रकाश उर्फ राजू मईडा के फोटो वाली तख्तियां भी हाथों में उठाई हुई थी। आक्रोश रैली मौन रैली थी,लेकिन कलेक्टोरेट पंहुचने के बाद आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी प्रारंभ कर दी। रैली के कलेक्टोरेट परिसर में पंहुचने के बाद पूरा कलेक्टोरेट परिसर प्रदर्शनकारियों से खचाखच भर गया। प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन लेने के लिए भी काफी मशक्कत करना पडी।
पहले एडीएम डा. शालिनी श्रीवास्तव और एसडीएम अनिल भाना ने रैली के नेताओं से भवन के भीतर बुलाकर चर्चा की और इसके बाद कलेक्टर राजेश बाथम अपने कक्ष से बाहर आए। आक्रोशित लोगों को शांत करने में आयोजकों को काफी मेहनत करना पडी। नारेबाजी समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन का वाचन किया गया। हिन्दू जागरण मंच के कमलेश ग्वालियरी,राजेश कटारिया व अन्य नेताओं ने कलेक्टर राजेश बाथम को ज्ञापन सौपा।
आक्रोश रैली में ये थे शामिल
जनाक्रोश रैली में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय,महामंत्री निर्मल कटारिया,पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा,निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा,आरएसएस के वीरेन्द्र वाफगांवकर,समाजसेवी गोविन्द काकानी,युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विप्लव जैन,अधिवक्ता परिषद के एडवोकेट सतीश त्रिपाठी भाजपा नेता अशोक जैन लाला,मनोहर पोरवाल,पार्षद भगत भदौरिया,परमानन्द यौगी अशोक चौटाला, प्रवीण सोनी सुनील सारस्वत समेत अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधि समाजों के प्रतिनिधि और विभिन्न वर्गों के लोग शामिल थे।
इनके खिलाफ है शिकायत
कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में एसएसपी राहूल लोढा,एएसपी राकेश खाखा,स्टेशन रोड टीआई दिनेश भोजक,सायबर सेल के एसआई अमित शर्मा,प्रधान आरक्षक अजय शर्मा,महेन्द्र पथरोड,आरक्षक मनीष यादव और शहर पटवारी तेजवीर चौधरी के नाम उल्लेखित किए गए है। ज्ञापन में कहा गया है कि उक्त सभी लोग और इनके अधीनस्थ कई अन्य पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों ने मारपीट कर अभद्र व्यवहार किया। यहां तक कि महिलाओं के साथ भी अभद्रता की गई।
विडीयो फुटेज और दस्तावेज भी दिए
आक्रोश रैली लेकर आए हिन्दू नेताओं ने कलेक्टर राजेश बाथम को पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई बर्बर मारपीट के सबूत,विडीयो फुटेज और दस्तावेज भी सौंपे। ज्ञापन में बताया गया है कि तमाम दोषी अधिकारियों के चेहरे विडीयो फुटेज में साफ दिखाई दे रहे हैैं। कलेक्टर से मिले मृत प्रकाश मईडा के परिजन ज्ञापन देने के बाद पुलिस मारपीट में मृत प्रकाश मईडा के परिजनों ने कलेक्टर राजेश बाथम से उनके चैम्बर में मुलाकात की। मृतक के परिजनों ने कलेक्टर को पुलिस द्वारा की गई बर्बरता की कहानी सुनाई। पुलिस की मारपीट में बुरी तरह घायल लखन रजवानिया और काजल किन्नर ने भी कलेक्टर राजश बाथम को उनके कक्ष में पूरा घटनाक्रम बताया कि उन पर किस तरह बर्बरता की गई।
घर तोडने की दी थी धमकी
जनाक्रोश रैली में आए मृतक प्रकाश मईडा के भाई अमर ने मीडीयाकर्मियों को बताया कि पुलिसकर्मियों ने उसे उसका घर तोडने की धमकी दी थी,इसी डर से उसने ना तो अपने भाई का पोस्टमार्टम करवाया और ना ही किसी को यह बात बताई थी। अमर ने बताया कि पुलिस मारपीट में घायल हुए प्रकाश के शरीर के निचले हिस्से ने पूरी तरह काम करना बन्द कर दिया था। उसे जीवांश अस्पताल में भर्ती कराया था,लेकिन बाद में उसकी हालत बिगड गई और उसकी मौत हो गई। भाई की मौत के बाद पुलिसकर्मियों ने उसे धमकाते हुए कहा था कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो उसका घर तोड दिया जाएगा। इसी डर के कारण उसके परिजनों ने मृत प्रकाश का बहुत जल्दी में अंतिम संस्कार कर दिया था।
यह है पूरा ज्ञापन
श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय मध्य प्रदेश शासन, भोपाल म.प्र.।
विषयः- रतलाम जिले के पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाका एवं थाने के टी आई दिनेश भोजक, सहायक निरीक्षक अमित शर्मा (साइबर सेल) प्रधान आरक्षक अजय शर्मा प्रधान आरक्षक महेंद्र पथरोड, आरक्षक मनीष यादव एवं अधीनस्थ अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारीयों एवं पट्टवारी तेजवीर चौधरी द्वारा गणेश चतुर्थी पर निकल रहे चल समारोह एवं गणेश जी की प्रतिमा पर पत्थर बाजी करने वाले अपराधियों को बचाने के उद्देश्य से घटना को झूठ बताने और हिंदू समाज को बदनाम करने जैसा घृणित कृत्य करने एवं घटना का विरोध स्वरूप थाने पर नियमानुसार रिपोर्ट दर्ज करने आए श्रद्धालुओं पर ही झूठे मुकदमे दर्ज कर लाठी चार्ज करने, गणेश पंडाल में पूजा भक्ति कर रही महिलाओं के साथ पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट कर अभद्र व्यवहार व बर्बरता करने एवं पुलिस की लाठी चार्ज में एक हिंदू युवक की मृत्यु हो जाने के संबंध में जांच करवाई जावें।
मान्यवर महोदय,
उपरोक्त विषयांतर्गत लेख है की (म.प्र.) का रतलाम जिला देश के अति संवेदनशील जिलों में स्थान रखता है। ज्ञात हो कि पिछले कुछ दशकों में इस्लामिक जिहादी कट्टरपंथियों की साजिश के चलते हिंदू त्योहारों के दिनों में ही जिहादी उन्मादियों के द्वारा गंभीर घटनाएं कारीत की जाती है, उन्मादियों द्वारा की गई ऐसी ही घटनाओं से पूर्व में भी रतलाम नगर के शांतिप्रिय नागरिकों को कई दिनों तक कर्फ्यू भी झेलना पड़ा है।
- यह कि प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी गणेश चतुर्थी के अवसर पर दिनांक 07/09/2024 को भगवान गणेश जी की प्रतिमा स्थापना करने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा परंपरा अनुसार शहर के मोचीपुरा क्षेत्र से उकाला रोड स्थित गणेश पंडाल की ओर चल समारोह के रूप में प्रतिमा को ले जाया जा रहा था।
- यह कि मोचीपुरा क्षेत्र से निकल रहे चल समारोह पर कुछ मुस्लिम लोगों द्वारा मूर्ति एवं श्रद्धालुओं पर पत्थराव किया गया। इस घटना से आहत चल समारोह में शामिल श्रद्धालु शिकायत लेकर स्टेशन रोड थाने पहुंचे, सभी ने शांतिपूर्वक थाना प्रभारी को घटना की पूरी जानकारी देते हुए घटित हुई गंभीर घटना की रिपोर्ट दर्ज करने का निवेदन थाना प्रभारी स्टेशन रोड को किया गया।
- यह कि थाना प्रभारी दिनेश भोजक दद्वारा लगभग डेढ़ घंटे तक टालमटोल करते हुए इस मामले में कोई त्वरित संज्ञान नहीं लिया गया। इसके पश्चात जब थाने पर घटना से आहत हिंदू समाज के लोगों की भीड़ बढ़ने लगी तब नगर पुलिस अधीक्षक थाने पर आए, इसी के साथ ही आहत हिंदू समाज की भीड़ थाने पर बढ़ने लगी एवं पुलिस द्वारा ऐसी गंभीर घटना पर संज्ञान लेकर रिपोर्ट नहीं लिखा जाने के कारण हिंदू समाज स्टेशन रोड थाने के बाहर एकत्रित होकर वैधानिक रूप से कानूनी कार्यवाही की मांग करनें व अपना विरोध प्रदर्शन करने लगे। तब पुलिस प्रशासन द्वारा थाने पर भारी पुलिस बल बुला लिया गया।
- यह कि पुलिस की लापरवाही के विरुद्ध नारेबाजी होने पर पुलिस द्वारा उक्त घटना का अज्ञात आरोपियों पर साधारण धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया तथा अपराध क्रमांक 1115/24 में विभीन्न बी. एन. एस. की धारा में स्टेशन रोड थाने पर कुल 13 आरोपीगण के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध असत्य आधारों पर किया गया है उसकी विधिवत जांच कर उक्त प्रकरण का खात्मा भी किया जावें।
- यह कि पुलिस की कार्यवाही के पश्चात थाने से शिकायत दर्ज कराकर नगर पुलिस अधीक्षक को मौखिक रूप से सूचना देकर उनकी सहमति से अपनी सुरक्षा की मांग करते हुए जब हिंदू श्रद्धालु मोचिपुरा से अपने क्षेत्र में जा रहे थे, तब विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने उपरोक्त वरिष्ठ अधिकारियों ने गृह विभाग भोपाल के बिना अनुमति के वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के पालन में स्टेशन रोड थाना के प्रभारी दिनेश भोजक द्वारा अचानक आकर बर्बरता पूर्वक हिंदू श्रद्धालुओं को हाथीखाना क्षेत्र में रोक कर निहत्थे श्रद्धालुओं पर लाठियां भांजना शुरू कर दी गई।
- यह कि पुलिस के साथ ही पटवारी तेजवीर चौधरी द्वारा भी निहत्थे श्रद्धालुओं पर लाठी से हमला किया गया इसके साक्ष्य वीडियोग्राफी में स्पष्ट दिख रहे हैं। जोकि दस्तावेज में संलग्न है जिसका एनेक्सर 1 है। जिससे की उकाला रोड गणेश पंडाल जा रहे श्रद्धालु की भीड़ एक तरफ मुस्लिम मोहल्ले से हो रहे पथराव और दूसरी तरफ से लाठियां भांज रही पुलिस के बीच घिर गई।
- यह कि भगदड़ में कुछ श्रद्धालु मोचीपुरा तरफ भी भाग कर अपनी जान बचाने दौड़े तब वहां पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा द्वारा उन पर भी लाठी चार्ज किया गया इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक अपने अन्य अधिकारियों के साथ दलबल लेकर उकाला रोड स्थित गणेश पंडाल में जाकर वहां पूजा भक्ति कर रही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार व महिलाओं का हाथ पकडकर पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्रता की गई। महिलाओं के हाथ पकड़ कर सड़क पर घसीटते हुए निर्दयतापूर्वक मारपीट भी की गयी। इसका भी विडियों के रूप में साक्ष्य उपलब्ध है जिसका एनेक्सर 2 है।
- यह कि आयोजनकर्ता एवं उनके अन्य साथियों को दर्दनाक पिटाई कर दी जाती है, जिससे कि आयोजक लखन वहीं अचेत हो जाता है जिसे पुलिस अपने वाहन में डालकर शिकायतकर्ता काजल किन्नर एवं सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र सोलंकी को भी नगर सीमा से बाहर ले जाकर धामनोद चौकी परिसर में अमानवीय तरीके से घेरा बनाकर बारी- बारी से निर्ममता पूर्वक पैर एवं शरीर के सभी अंगों के नीचे ईट रखकर पट्टो एवं लाठी डंडों से पूरी रात पिटाई की जाती है। जिससे कि पीड़ितों की अस्थि भंग हो जाती है व पिडीत को बिना मेडिकल कराये जिला जेल रतलाम में निरुद्ध कर दिया जाता है। जिनका जेल से छूटने के तुरंत बाद अस्पताल में मेडिकल करवाया जाता है।
- यह कि अत्याचारी पुलिस द्वारा हिंदू युवाओं को मुस्लिम बहुल क्षेत्र के मुहाने हाथीखाना पर घेर कर की गई इसी बर्बर मारपीट में 19 वर्षीय जनजाति समाज के हिंदू युवक प्रकाश माईडा निवासी होमगार्ड कॉलोनी गंभीर रूप से घायल हो जाता है। उसी रात असहनीय पीड़ा से ग्रसित युवक के पूरे शरीर में सुजन चढ़ने लगती है। इसके प्रमाण वीडियो में उपलब्ध है जिसका एनेक्सर 3 है। धीरे-धीरे पीड़ित के शरीर का निचला भाग निष्क्रिय होता देख उसके परिजन द्वारा दिनांक 09/09/2024 को प्रात लगभग 6:00 जीवांश हॉस्पिटल में ले जाया जाता है। उसे पेट दर्द व सांस लेने में समस्या होने की गंभीर स्थिति में पीड़ित युवक को डॉक्टरों द्वारा तत्काल आईसीयू में भर्ती किया जाता है युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर जीवन चौहान द्वारा युवक को अन्य अस्पताल में रेफर किए जाने की सलाह दी जाती है। इसके पश्चात उसके परिजन डॉक्टर के कहने पर युवक को लगभग प्रातः 10:00 बजे आयुष्मान हॉस्पिटल में लेकर पहुंचते हैं जहां उसकी अत्यंत गंभीर स्थिति को देखकर डॉक्टरों द्वारा वेंटिलेटर पर रखा जाता है, लगभग 2:00 बजे अस्पताल द्वारा युवक प्रकाश मईडा को मृत घोषित कर दिया जाता है। मृत्यु के पश्चात चौकन्ने होकर पुलिस और प्रशासन के कुछ कर्मचारी युवक के घर पर पहरा देते हैं, संदिग्ध परिस्थिति में हुई युवक की मृत्यु के उपरांत भी पुलिस की जानकारी के उपरांत भी बिना पोस्टमार्टम किए परिवार पर दबाव बनाते हुए मात्र डेढ़ घंटे के अंतराल में ही अंतिम संस्कार करवा दिया जाता है।
उपरोक्त विषय अंतर्गत आपसे समग्र हिंदू समाज आग्रह करता है कि नगर के अति संवेदनशील मामले में अत्यंत गंभीरता पूर्वक त्वरित संज्ञान लेकर हिंदू त्योहारों के समय निकल रहे चल समारोह पर पथराव कर संपूर्ण संवेदनशील घटना की स्थिति निर्मित करने वाले जिहादी उपद्रवियों एवं उन्हें संरक्षण देने वाले षडयंत्रकारी कट्टरपंथियों पर भी कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जावे।
अति संवेदनशील मामले में हुई गंभीर प्रशासनिक लापरवाही और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा श्री गणेश जी के चल समारोह पर हुई पत्थरबाजी की सच्ची घटना को झूठा बताकर भ्रम और गलत जानकारी फैलाकर, हिंदू समाज को बदनाम कर आम जनमानस में आक्रोश पैदा करने, पीड़ित फरियादियों पर ही लाठी चार्ज कर झूठे मुकदमे दर्ज करने पीड़ित मृतक एवं घायल व्यक्तियों के परिजनों को उचित सहायता एवं मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी भी दिलाई जावे।
पीड़ित फरियादियों एवं विरोध करने वाले अन्य व्यक्तियों पर दर्ज किए गए झूठे प्रकरण को तत्काल निरस्त किया जाए। उपरोक्त सभी दोषी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी एवं अन्य सलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध निर्दोष और निहत्थे श्रद्धालुओं एवं गणेश पंडाल में पूजा भक्ति कर रही महिलाओं के साथ अभद्रता एवं बर्बरता करने, पुलिस द्वारा की गई लाठी चार्ज में मृत हुए जनजाति समाज के 19 वर्षीय हिंदू युवक प्रकाश उर्फ राजू मईडा की हत्या करने का प्रकरण दर्ज कर इस अत्यंत संवेदनशील और गंभीर प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जावे शामिल दोषियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जावे।
दिनांक:-11/09/2024
भवदीय
सर्व हिंदू समाज रतलाम, नगर